बिहार में शोक : दिग्गजत नेता डॉ. रघुवंश प्रसाद का निधन

-दिल्ली के एम्स में अंतिम सांस ली, सांस लेने में थी दिक्कत

उदय भूमि ब्यूरो
नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह अब दुनिया में नहीं रहे। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली में रविवार को डॉ. सिंह का निधन हो गया। पिछले कुछ समय से वह अस्वस्थ चल रहे थे। उनके आकस्मिक निधन पर विभिन्न राजनीतिज्ञों ने गहरा शोक व्यक्त किया है। डॉ. सिंह को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का करीबी माना जाता था। बिहार की सियासत में उनका अपना अलग रूतबा था। बिहार में उन्हें रघुवंश बाबू के नाम से ज्यादा पहचान मिली। पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह को कुछ दिन पहले एम्स में भर्ती कराया गया था। कुछ दिनों से उनकी हालत निरंतर चिंताजनक चल रही थी। उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही थी। एम्स के आईसीयू में भर्ती डॉ. प्रसाद की निगरानी में 4 डॉक्टर लगे थे। रविवार की सुबह तक हालुत नाजुक होने के कारण उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। पिछले 4 दिन से वह वेंटिलेटर पर थे। इस बीच हालत ज्यादा खराब होने पर उन्होंने दम तोड़ दिया। उनके निधन की खबर से परिजनों और शुभचिंतकों को गहरा आघात पहुंचा है। बता दें कि डॉ. सिंह ने कुछ दिन पहले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से इस्तीफा दे दिया था। एम्स में भर्ती होने के दरम्यान उन्होंने अपना इस्तीफा सादे कागज पर लिखकर राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव को भेजा था। उन्होंने लिखा था कि जननायक कर्पूरी ठाकुर के निधन के बाद 32 साल तक आपके पीछे-पीछे खड़ा रहा, मगर अब नहीं। पार्टी नेता, कार्यकर्ता और आमजनों ने बड़ा स्नेह दिया। मुझे क्षमा करें। हालांकि डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह का इस्तीफा लालू प्रसाद यादव को मंजूर नहीं था। लालू यादव ने उन्हें इस संबंध में पत्र भी लिखा था। दरअसल राजद की मौजूदा स्थिति से पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. प्रसाद कतई संतुष्ट नहीं थे। लालू के बेटे के साथ उनके मतभेद उभर आए थे।