100वां एपिसोड: मन की बात से मिली देश की जनता को प्रेरण: नरेंद्र कश्यप

-दुनियाभर में गूंजी पीएम मोदी के मन की बात
-राज्य मंत्री के नेतृत्व में हजारों कार्यकर्ताओं ने सुनी पीएम मोदी के मन की बात

गाजियाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात रविवार को 100 वां एपिसोड है। पीएम मोदी ने रेडियो के जरिए 100वीं बार देश और दुनिया के लोगों के साथ संवाद किया। हर महीने के आखिरी रविवार को पीएम मोदी मन की बात के जरिए देश दुनिया के लोगों से संवाद करते हैं। मुख्यमंत्री सांसद, विधायक, मंत्री सहित तमाम कार्यकर्ताओं ने अपने क्षेत्रों में लोगों के साथ मन की बात कार्यक्रम को सुना। रविवार को 100वें एपिसोड को राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र कश्यप के नेतृत्व में राजनगर एक्सटेंशन स्थित माउंट ग्रीन फार्म हाउस में हजारों की संख्या में पहुंचे भाजपाईयों ने सुना। मन की बात कार्यक्रम के उपरांत राज्यमंत्री नरेंद्र कश्यप ने अपने संबोधन में कहा मन की बात लोकतांत्रिक अभिव्यक्ति का मंच है। मन की बात 100, मोद है तो मुमकिन है। भारत की सामूहिक भावना को प्रदर्शित करने वाली और प्रेरक यात्राओं के बारे में बताने वाली इस यात्रा का आज करोड़ों लोग हिस्सा बने है। 9 सालों के दौरान इसे करीब 1 अरब लोग कम से कम एक बार सुन चुके हैं। वहीं लगभग 100 करोड़ लोग नियमित तौर पर इस कार्यक्रम को सुनते और कुछ न कुछ नया जानते हैं। इसके अलावा इसकी सबसे खास बात है कि पीएम सीधे ऐसे लोगों से संवाद करते हैं, जिन्हें कोई नहीं जानता, लेकिन जो देश और समाज के लिए कुछ न कुछ कर रहे हैं। मन की बात ईश्वर रूपी जनता-जनार्दन के चरणों में प्रसाद की थाल की तरह है। मन की बात आध्यात्मिक यात्रा बन गया है, मन की बात स्व से समिष्टि की यात्रा है।

जम्मू कश्मीर का एक व्यवसायी प्रधानमंत्री जी के साथ मन की बात सुनते-सुनते अपने कारोबार को बढाकर इतना आगे ले गया कि वह खुद भी काम कर रहे है साथ ही आज 200 लोगों को रोजगार दे रहा हैं और अब 200 और लोगों को रोजगार देने का योजना बना रहा है। मन की बात कार्यक्रम बड़े पैमाने पर परिवर्तन लाने वाला है। मन की बात के माध्यम से आपने देखा होगा कि एक व्यक्ति वेस्ट प्लास्टिक को एकत्र कर कई तरह के कैमिकल बनाकर आर्थिक स्थिति में अपने आपकों को स्थापित करने का काम किया है। स्वच्छ भारत अभियान ने हमारे देश में जन भागीदारी के मायने ही बदल दिए हैं। हम अगर ठान लें तो स्वच्छ भारत अभियान में अपना बहुत बड़ा योगदान दे सकते हैं। स्वच्छ भारत अभियान का एक महत्वपूर्ण आयाम वेस्ट टू वेल्थ भी है।

उन्होंने कहा पीएम मोदी की बातों को सुनने के बाद आज तेजी से आगे बढ़ते हमारे देश में डिजिटल इंडिया की ताकत कोने-कोने में दिख रही है। डिजिटल इंडिया की शक्ति को घर-घर पहुंचाने में अलग-अलग ऐप्स की भूमिका होती है। ऐसा ही एक ऐप है- ईसंजीवनी। कई एपीसोड में हमने देखा है कि सब्जी बेचने वाला व्यक्ति से भी पीएम मोदी वार्ता करत है। पॉलिस करने वाले व्यक्ति से बात करना अपने आपमें एक अनूठा संदेश है। पहली बार देखा जा रहा है कि मन की बात कार्यक्रम में करोड़ों लोगों पीएम मोदी को सुनने के लिए बेताब नजर आते है। कब क्या पता मोदी जी उनसे बात करने लगे। प्रधानमंत्री मोदी ने स्वच्छ भारत और स्वस्थ भारत जैसी पहल पर जोर दिया है। स्वास्थ्य सेवा को सुलभ और सस्ती दोनों बनाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया है।

मन की बात के जरिए दुनिया के सामने उन लोगों के नाम साझा किए जिन्होंने कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को हरा दिया। पीएम मोदी ने लगभग दस बच्चों, निधि बाइपोटू, मोनिश जोशी, देवांशी रावत, तनुश जैन, हर्ष देवधरकर, अनंत तिवारी, प्रीति नाग, अथर्व देशमुख, अरोन्यतेश गांगुली और ऋतिक अलामंडा का जिक्र किया जिन्होंने कैंसर से लड़ाई लड़ी और जीत हासिल की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महीने के आखिरी रविवार को मन की बात से देश की करोड़ो जनता को देशहित व समाजहित की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने प्राकृतिक खेती, अन्न यानी मिलेट्स, नई नीतियों, मातृ सशक्तिकरण, स्वच्छता अभियान, स्वयंसेवा, फिट इंडिया मूवमेंट, बेटी बचाओ-बेटी बढ़ाओ, खेलो इंडिया, विभिन्न महापुरुषों, हर घर तिरंगा, युवाओं के इनोवेशन, स्टार्ट-अप्स, स्वास्थ्य एवं रक्षा क्षेत्र में भारत के बढ़ते कदम आदि के बारे में विस्तार से चर्चा की। आज देश की जनता टेलिविजन, रेडियो पर ध्यानपूर्वक सुनते हैं। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक सौरव चौधरी, प्रदेश मीडिया प्रभारी ओबीसी मोर्चा एवं मंत्री प्रतिनिधि सौरभ जयसवाल, ओबीसी मोर्चा महानगर अध्यक्ष मनोज यादव, प्रदेश कार्यकारणी सदस्य ओबीसी मोर्चा ओम प्रकाश कश्यप, हरेंद्र चौधरी, विजय धामा, देवेंद्र यादव, सरदार एसपी सिंह, मधुकर कश्यप, रवि कश्यप, पार्षद कपिल वशिष्ठ, मोनू मधुकर त्यागी, नितिन त्यागी, विशाल कश्यप, आशुतोष कश्यप, अर्पण कश्यप, सिद्धार्थ कश्यप, थान सिंह कश्यप, उमेश भाटी, सहित समस्त देव तुल्य कार्यकर्ता कार्यक्रम में उपस्थित रहे।