बाबरी विध्वंस केस: अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री तरूण मिश्र ने कहा अदालत का फैसला राम भक्तों की है जीत

– विवादित ढांचा विध्वंस केस के फैसले पर अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री ने जताई प्रसन्नता
उदय भूमि ब्यूरो
नई दिल्ली। सीबीआई की विशेष अदालत का फैसला राम भक्तों की जीत है। यह फैसला राम भक्तों के विश्वास की जीत है। राम जन्मभूमि आंदोलन के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले राम भक्तों ने हर समय भारतीय कानून और संविधान का पालन किया आज के फैसले से इन बातों की पुष्टि हुई है। अयोध्या विवादित ढांचा विध्वंस केस में सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा सुनाये गए फैसले पर प्रसन्नता जताते हुए अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण मिश्र ने यह बातें कही। पत्रकारों से बातचीत में तरूण मिश्र ने कहा कि मैं ही नहीं पूरा देश इस फैसले से खुश है। आज के दिन ऐतिहासिक फैसला आया है। आज के फैसले ने राम भक्तों पर लगाए गए सभी झूठे आरोपों के दाग को धो दिया है। इस फैसले ने देश और पूरे विश्व में फैले राम भक्तों में उत्साह का सृजन किया है। शुरू से ही मैं इस बात को जानता था, यह एक झूठा मुकदमा है। राम भक्त के खिलाफ तरह-तरह के हथकंडे अपना कर उन्हें बदनाम किया गया। उन सबका का आज अंत हुआ है। भव्य राम लला मंदिर का भूमि पूजन हो चुका है। अब पूरे विश्व में फैले राम भक्त मंदिर निर्माण में अपना योगदान देंगे।

ज्ञात हो कि अयोध्या में छह दिसंबर 1992 को जब कार सेवको द्वारा विवादित ढांचा को ध्वस्त किया गया था उस समय तरुण मिश्र  राम मंदिर आंदोलन के एक सिपाही के रूप में अयोध्या में ही मौजूद थे। भाजपा कार्यकर्ता तरुण मिश्र को उस समय पार्टी ने  भारतीय जनता पार्टी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ मुरली मनोहर जोशी के सहायक की जिम्मेदारी सौंपी थी। विवादित ढांचा विध्वंस केस में सीबीआई ने डॉक्टर जोशी, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, उमा भारती, विनय कटियार, विश्व हिंदू परिषद के अशोक सिंघल सहित कई लोगों को आरोपी बनाया था। आज सभी को सीबीआई कोर्ट ने दोष मुक्त घोषित किया।

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सीबीआई कोर्ट के स्पेशल जज एसके यादव ने बुधवार को फैसला सुनाया। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि घटना अकस्मात हुई, पूर्व नियोजित नहीं थी। 2300 पन्नों के जजमेंट में सीबीआई कोर्ट ने माना कि यह घटना अचानक हुई थी। फैसला सुनाए जाने के बाद सभी ने इस पर हर्ष व्यक्त किया। अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा ने भी फैसले को सुखद बताया।

महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री तरूण मिश्र ने कहा कि आज के ऐतिहासिक फैसले से सारी बांधाए दूर हो गई है। जिस दिन के बारे में आज यह जजमेंट आया है, उस घटना क्रम का मैं खुद साक्षी रहा हूॅ। सत्य परेशान हो सकता है।

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लेकिन पराजित नहीं आज के इस निर्णय से देश के सभी राम भक्तों में खुशी की लहर है। उन्होने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा राजनीतिक पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर पूज्य संतों, भाजपा नेताओं, विहिप पदाधिकारियों, समाजसेवियों को झूठे मुकदमों में फंसाकर बदनाम किया गया। इस षड्यंत्र के लिए कांग्रेस को जनता से माफी मांगनी चाहिए।