कांग्रेस का तंज, बजट में एमएसएमई से विश्वासघात

राहुल गांधी ने ट्वीट कर सरकार पर साधा निशाना

नई दिल्ली। आम बजट में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को ज्यादा राहत न मिलने पर निरंतर सवाल उठ रहे हैं। उद्यमियों की अलग-अलग प्रतिक्रिया सामने आ चुकी है। उद्यमियों ने बजट में एमएसएमई सेक्टर की अनदेखी होने का आरोप भी लगाया है। अब कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आम बजट में एमएसएमई के साथ विश्वासघात किए जाने का आरोप लगाया है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर केंद्र सरकार पर हमला किया है। वित्त वर्ष 2021-22 के लिए बजट पेश कर दिया गया है। बजट में एमएसएमई सेक्टर हेतु 15 हजार 700 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। सरकार द्वारा ज्यादा रियायत न दिए जाने से एमएसएमई सेक्टर में नाराजगी देखने को मिल रही है। इसका सियासी लाभ उठाने को विपक्ष एकाएक आगे आ गया है। इसी क्रम में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि प्रधानमंत्री मोदी का पूंजीपति केंद्रित बजट का मतलब यह है कि संघर्षरत एमएसएमई को कम ब्याज पर कर्ज नहीं मिलेगा और जीएसटी में राहत भी नहीं दी जाएगी। गांधी ने आरोप लगाया कि भारत में सबसे ज्यादा नागरिकों को रोजगार देने वाले क्षेत्र एमएसएमई के साथ विश्वासघात हुआ है। इसके पहले राहुल गांधी ने बुधवार को आम बजट को एक फीसदी नागरिकों का बजट करार दिया था। उन्होंने सवाल किया था कि रक्षा खर्च में भारी-भरकम वृद्धि नहीं कर देश का कौन सा भला किया गया। ऐसा करना कौन सी देशभक्ति है। उन्होंने कहा था कि हमारे जवानों की प्रतिबद्धता 100 प्रतिशत है। ऐसे में सरकार की प्रतिबद्धता भी 110 प्रतिशत होनी चाहिए, जो भी हमारे जवानों को चाहिए, वह उन्हें मिलना चाहिए। यह कौन सी देशभक्ति है कि सेना को पैसे नहीं दिए जा रहे हैं।