गाजियाबाद में मां-बेटी को बंधक बनाकर डकैतों ने लूटा दहेज

गाजियाबाद। जिलें में बेखौफ अपराध की घटना ने न सिर्फ लोगों को परेशान किया है। बल्कि पुलिस की नींद भी उड़ा दी है। पुलिस डाल-डाल तो अपराधी पात पात साबित हो रही है। पुलिस घटना पर अंकुश लगाने के लिए सुरक्षा व्यवस्था के लाख दावें करती हो, मगर अपराधी बैखोफ होकर अपराध को अंजाम देकर पोल खोलते नजर आते है। त्योहारी सीजन में एक तरफ पुलिस की सुरक्षा चाक-चौंबद तो वहीं उसी सुरक्षा के बीच हथियारों से लैस बदमाशों ने शुक्रवार दिनदहाड़े पॉश कॉलोनी नेहरुनगर में कारोबारी की पत्नी और बेटी को बंधक बनाकर 24 लाख रुपए की डकैती दे डाली। बदमाश पति का नाम लेकर घर में घुसे और विरोध करने पर पत्नी के सिर पर बट मारकर लहूलुहान कर बंधक बना लिया। गन प्वाइंट पर 7 लाख रुपए की नगदी और करीब 17 लाख रुपए के गहने लेकर फरार हो गए। दिनदहाड़े डकैती की सूचना से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। सूचना पाकर मौके पर एसएसपी मुनीराज जी, एसपी सिटी प्रथम निपुण अग्रवाल फारेंसिक टीम व श्वान दस्ते के साथ मौके पर पहुंचकर जांच शुरु की।

नेहरूनगर थर्ड के ई ब्लाक निवासी रमन सरीन की बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र स्थित फर्म है। शुक्रवार को वह बेटे नमन के साथ फैक्ट्री गए हुए थे और घर में पत्नी गीता व बेटी विधि थीं। प्रथम तल पर परिवार रहता है और नीचे का भूतल खाली है। दोपहर करीब पौने दो बजे आवाज आई सरीन साहब ने जरूरी दस्तावेज लेने के लिए घर भेजा है। जब गीता ने गेट खोला तो तीन लोग खड़े थे, जिन्हें वह पहचानती नही थी। उन्होंने मना करते हुए दोबारा गेट बंद करने का प्रयास किया तो आरोपियों अंदर धक्का देकर घुस गये। जब गीता ने शोर मचाया तो एक बदमाश ने पिस्टल की बट सिर व नाक पर मारकर घायल कर दिया। जिसके बाद गीता को घर के अंदर ले गए और गोली मारने की धमकी देते हुए अलमारी की चाबी मांगी। चाबी लेने के बाद मां-बेटी दोनों को बंधक बना लिया। जिसके बाद वह घर में रखें 7 लाख रुपए की नगदी और करीब 17 लाख रुपए की ज्वैलरी लेकर फरार हो गए। बदमाशों ने करीब पौन घंटा घर का हर एक कौना खंगालते रहे। करीब ढाई बजे जब बदमाश फरार हुए तो मां-बेटी ने किसी तरह अपने आपकों को बंधनमुक्त कर पति को घटना की जानकारी दी। घटना की सूचना पाकर तत्काल रमन घर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी।

पीडि़त रमन ने बताया कि अगले माह बेटी की शादी थी। जिसके लिए उन्होंने एक-एक करके गहने बनवा कर अलमारी में रखें हुए थे। 15 दिन पूर्व पिता राजकुमार का बीमारी के चलते निधन हो गया था, जिसके चलते शादी की तारीख को आगे बढा दी गई। उन्होंने बताया छोटे भाई पंकज सरीन ने 7 लाख रुपए किसी काम के लिए उनके पास रखे थे। घटना के बाद पहुंची पुलिस ने घर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो घटनार के समय ही दो बाइक पर सवार चार संदिग्ध गली में घूमते हुए दिखाई दिए। घर के पास लगे कैमरे से पुष्टि हुई कि लूट की वारदात को इन्होंने अंजाम दिया है। वहीं फुटेज में एक और व्यक्ति दिखा, जो पैदल ही आया है और घटना के बाद पैदल ही फरार हुआ है।
पुलिस का मानना है कि यह व्यक्ति पास से ही आया है और अगर इसकी पहचान हो जाती है तो जल्द ही घटना का पर्दाफाश हो जाएगा। बदमाशों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए रणनीति बनाई। घर से पहले एक बदमाश बाइक से उतर कर पैदल ही घर तक आया है।

एसएसपी मुनीराज जी ने बताया कि कई एंगल को लेकर मामले की जांच की जा रही है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि इस घटना को किसी करीबी ने ही अंजाम दिया है। घटना को अंजाम देने से पहले घर की पूरी तरह से रैकी की गई। जब बदमाशों को पता चला कि घर में सिर्फ मां और बेटी है तभी वारदात को भी अंजाम दिया गया। घटनास्थल से कई साक्ष्य इकट्ठे किए हैं। सर्विलांस सेल और क्राइम ब्रांच समेत तीन टीमों को घटना के खुलासे के लिए लगाया गया है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया जाएगा।