उद्यमी एवं समाजसेवी संजीव त्यागी ने साहिबाबाद विधायक सुनील शर्मा को कैबिनेट मंत्री बनाये जाने पर जताई प्रसन्नता कहा भाजपा में सभी जाति और वर्ग के लोगों का होता है सम्मान

उद्यमी एवं समाजसेवी संजीव त्यागी ने कहा कि सुनील शर्मा को कैबिनेट मंत्री बनाकर सरकार ने त्यागी ब्राहण समाज को सम्मानित किया है। सुनील शर्मा जमीन से जुड़े नेता है और देश में सबसे अधिक मतों से जीत दर्ज करने का रिकार्ड भी इनके नाम दर्ज है। सहज सरल व्यवहार उन्हें अन्य नेताओं से अग्रणी पंक्ति में रखता है। सुनील शर्मा तीन बार विधायक का चुनाव जीते हैं। सिर्फ चुनाव जीतने का ही नहीं बल्कि सबसे अधिक मतों से जीत का रिकार्ड भी उनके नाम दर्ज है।

उदय भूमि संवाददाता
गाजियाबाद। साहिबाबाद से विधायक सुनील शर्मा को उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाये जने से क्षेत्रवासी काफी खुश हैं। सुनील शर्मा गाजियाबाद जिले के सबसे लोकप्रिय नेताओं में शुमार हैं और क्षेत्र की जनता से गहरा जुड़ाव रखते हैं। उद्यमी एवं समाजसेवी संजीव त्यागी ने सुनील शर्मा को कैबिनेट मंत्री बनाये जाने पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है जहां सभी जाति और विरादरी के लोगों को सम्मान मिलता है। अन्य पार्टियों में जहां कुछ विरादरी विशेष को ही तरजीह मिलती है, वहीं भारतीय जनता पार्टी सभी वर्ग को साथ लेकर चलती है। सुनील शर्मा को कैबिनेट मंत्री बनाकर सरकार ने त्यागी ब्राहण समाज को सम्मानित किया है। सुनील शर्मा जमीन से जुड़े नेता है और देश में सबसे अधिक मतों से जीत दर्ज करने का रिकार्ड भी इनके नाम दर्ज है।


संजीव त्यागी कंस्ट्रक्शन बिजनेस से जुड़े हुए हैं और सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों से इनका गहरा लगाव है। सुनील शर्मा को कैबिनेट मंत्री बनाये जाने की खबर मिलते ही सहयोगियों के साथ लखनऊ पहुंचकर विधायक को बधाई दी। संजीव त्यागी ने कहा कि सुनील शर्मा का सहज सरल व्यवहार उन्हें अन्य नेताओं से अग्रणी पंक्ति में रखता है। सुनील शर्मा तीन बार विधायक का चुनाव जीते हैं। सिर्फ चुनाव जीतने का ही नहीं बल्कि सबसे अधिक मतों से जीत का रिकार्ड भी उनके नाम दर्ज है। विदित हो कि सबसे पहले 5वीं विधानसभा में सुनील शर्मा गाजियाबाद की सीट से चुनकर विधायक बने थे। उसके बाद 17वीं और 18वीं विधानसभा में वह साहिबाबाद की सीट से चुनकर विधायक आए हैं। सुनील शर्मा की गिनती बड़े ब्राह्मण नेताओं में होती है। सुनील शर्मा ऐसे नेता हैं जिनके विरोधियों की संख्या सबसे कम है। अपने व्यवहार और कार्यशैली से वह विरोधियों को भी अपना बना लेते हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में भी सुनील शर्मा सबसे अधिक वोटो से जीते थे इस दौरान उनका मार्जिन तकरीबन डेढ़ लाख वोटों का था। 2022 की विधानसभा चुनाव में सुनील शर्मा ने 2 लाख 14 हजार 386 वोटों से जीत का राष्टÑीय रिकार्ड बनाया। सुनील शर्मा ने इस जीत के साथ वोटों की संख्या के लिहाज से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता अजीत पवार का रिकॉर्ड तोड़ा था। बता दें कि पवार ने 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बारामती सीट पर 1 लाख 65 हजार 265 वोटों से जीत दर्ज की थी। सुनील शर्मा ने कुंडा सीट से निर्दलीय बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया के रिकॉर्ड को भी तोड़ा था। साल 2012 के विधानसभा चुनाव में राजा भैया ने 88,255 वोटों से जीत दर्ज करके रिकॉर्ड बनाया था।