गाजियाबाद में भूकंप के झटके से गौड़ मॉल बिल्डिंग क्षतिग्रस्त

– बहुराज्जीय मॉकड्रिल: भूकंप से बचाव के बताए गए गुर
-एनडीआरएफ की टीम और जिला प्रशासन ने किया संयुक्त मॉक ड्रिल
-भूकंप से समय बचाव का कार्य का अभ्यास कर दी जानकारी

गाजियाबाद। भूकंप के झटके महसूस होने के बाद राजनगर डिस्ट्रिक सेंटर (आरडीसी) स्थित गौड़ मॉल बिल्डिंग क्षतिग्रस्त हो गई। इसमें फंसे लोगों को रेस्क्यू अभियान चलाकर बाहर निकाला गया। शुक्रवार को सुबह 9:03 बजे गौड़ सेंट्रल मॉल आरडीसी में भूकंप के झटके महसूस किए जाने की सूचना मिली। इसके बाद एडीएम वित्त एवं राजस्व विवेक श्रीवास्तव ने डिस्ट्रिक इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर पहुंचकर एसडीएम सदर विनय कुमार सिंह एवं राज्य स्तरीय इमरजेेंसी ऑपरेशन सेंटर को सूचित किया। दरअसल, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी यूपी राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आदेश पर जिला प्रशासन की ओर से भूकंप आपदा पर बहुराज्जीय मॉकड्रिल का आयोजन आरडीसी में गौड़ सेंट्रल मॉल के बाहर सड़क पर किया गया। मॉकड्रिल में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह भी सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे।

भूकंप के झटके महसूस होने के बाद बिल्डिंग क्षतिग्रस्त हो गई। इसमें दर्जनों लोग फंस गए। इसकी तत्काल लोगों ने प्रशासन के कंट्रोल रूम को सूचना दी। महज सात मिनट में ही एसडीएम सदर विनय कुमार सिंह व एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव, कविनगर थाना प्रभारी निरीक्षक अमित काकरान मौके पर पहुंंचे। उन्होंने तत्काल रेस्क्यू टीमों को मौके पर बुलाया। सिविल डिफेंस की टीम मौके पर पहुंची और वहां मौजूद लोगों को रेस्क्यू करना शुरू कर दिया। घटना के कुछ देर बाद एनडीआरएफ की टीम ने मोर्चा संभालते हुए बिल्डिंग में फंसे लोगों को बाहर निकाला। इंग्राहम इंटर कॉलेज में बनाए गए स्टेजिंग एरिया में पुलिस, नगर निगम, एनडीआरएफ, चिकित्सा विभाग, ट्रैफिक पुलिस, एनसीसी, बिजली विभाग, जल निगम, अग्निशमन, परिवहन, होमगार्ड, आपूर्ति विभाग एवं सिविल डिफेंस के वॉलिटिंयर एवं अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपने-अपने विभाग से संबंधित संसाधनों को एकत्रित करने के लिए निर्देशित किया। इसके बाद विभिन्न टीमों ने घटना स्थल के लिए रवाना किया गया।

रेस्क्यू टीमों ने बचाव कार्य शुरू किया। टीमों ने घटना स्थल पर फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। उनका चिकित्सा टीम द्वारा परीक्षण कर उपचार दिया। गंभीर रूप से घायल लोगों को राजनगर स्थित शिवम हॉस्पिटल में उपचार के लिए भेजा। चोटिल हुए लोगों को राहत कैंप जल निगम कार्यालय राजनगर में भेजा गया। घटना स्थल पर आग लगने का दृश्य भी बनाया गया। अग्निशमन विभाग की टीम ने आग पर काबू पाया। भूकंप आपदा पर बहुराज्जीय मॉकड्रिल का शहर में सफलतापूर्वक संपन्न कराई गई। यह सारा नजारा एक मॉकड्रिल का था।

इस दौरान एसीपी ट्रैफिक रवि कुमार सिंह, एसीपी क्राइम अजित कुमार रजक,एसीपी अभिषेक श्रीवास्तव,मुख्य अग्निशमन अधिकारी राहुल पाल, नगर निगम के प्रवर्तन प्रभारी कर्नल दीपक शरण, सिविल डिफेंस के चीफ वार्डन ललित जायसवाल, डिप्टी चीफ वार्डन अनिल अग्रवाल, डीएसओ डॉ. आरके गुप्ता, जिला पूर्ति अधिकारी डॉ. सीमा, पोस्ट वार्डन दीपक अग्रवाल, एनडीआरएफ के अरशद गाजी एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

शुक्रवार को भूकंप आपदा पर बहुराज्जीय मॉकड्रिल का आयोजन किया गया था। इंग्राहम इंटर कॉलेज को कंट्रोल रूम बनाया गया था, जहां से रेस्क्यू टीमों को रवाना किया जा रहा था। मॉकड्रिल के दौरान इमारत में फंसे लोगों को किस तरह से सुरक्षित निकाला जाए, इसका प्रदर्शन किया गया। घटना के बाद एनडीआरएफ के 32 जवानों की टीम ने अधिकारी विक्रम सिंह सैनी के नेतृत्व में मोर्चा संभाला। वे अपने साथ डॉग स्क्वॉयड टीम और तलाशी वाले यंत्र लेकर पहुंचे। मॉडल के तौर पर एक लकड़ी से बनी एक दीवार को काटकर लोगों को निकालने का अभ्यास किया गया, तो वहीं आग लगने पर होने वाली कार्रवाई का प्रदर्शन भी किया गया।

इस दौरान घटना स्थल पर मौजूद लोग अपने लोगों को इमारत से बाहर निकलने के लिए चीख पुकार मचाते रहे जिन्हें प्रशासन व सिविल डिफेंस के लोगों ने संभाला। नोडल अधिकारी व एडीएम वित्त विवेक श्रीवास्तव ने मौके पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया और जल निगम में बनाए गए रिलीफ कैंप पहुंचे। 108 एंबुलेंस सेवा की आधा दर्जन एम्बुलेंस को लगाया गया। करीब तीन घंटे तक मॉकड्रिल का सफलता पूर्वक अभ्यास किया गया। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि मॉकड्रिल का मकसद सभी विभागों में समन्वय बनाना था। इस तरह की आपदा आने पर स्थिति को संभाला जा सकें और लोगों को रेस्क्यू कर बचाया जा सकें।