आईटीएस मोहननगर में प्रसिद्ध क्विज व्हिज के दसवें संस्करण का भव्य समापन

-200 स्कूलों के लगभग 20,000 छात्रों ने लिया भाग
-देश में प्रतिभा की कोई कमी नहीं, जरुरत है उसे बस निखारने की: डॉ सुनील पाण्डेय
-आज के युवा देश का भविष्य, संस्कृति को दुनिया में अनुसरणीय व अग्रणी बनाने में करें सहयोग: डॉ. आशुतोष कुमार

गाजियाबाद। मोहन नगर स्थित आईटीएस परिसर में दसवें क्विज-व्हिज कार्यक्रम के ग्रैंड फिनाले का भव्य आयोजन शनिवार देर शाम को किया गया। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र, बुलंदशहर, सिकंदराबाद, हापुड़, मेरठ, गौतमबुद्ध नगर आदि क्षेत्रों के स्कूलों के 11वीं व 12वीं कक्षा के मेघावी एवं प्रतिभाशाली छात्रों को प्रोत्साहित करने एवं उनके उत्साहवर्धन के उद्देश्य से इस प्रतियोगिता का आयोजन सन 2011 से किया जा रहा है। जिसमे इस वर्ष प्रथम चरण में लगभग 200 स्कूलों के लगभग 20,000 छात्रों ने भाग लिया। ग्रैंड फिनाले का औपचारिक उद्घाटन आईटीएस मोहननगर के चाणक्य प्रेक्षागृह आईटीएस- द एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन डॉ आरपी चड्ढा, मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित आईआईआईटी भोपाल के डायरेक्टर डॉ. आशुतोष कुमार सिंह, आईटीएस (यूजी कैंपस एवं आईटी) के निदेशक डॉ. सुनील कुमार पांडेय, यूजी परिसर की उपप्रधानाचार्या प्रो. नैंसी शर्मा ने संयुक्त रुप से मॉ सरस्वती की प्रतिमा के चरणों में द्वीप प्रज्वलित कर किया।

निदेशक डॉ. सुनील कुमार पांडेय ने कहा कि हमारे देश में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। आवश्यकता है तो इन प्रतिभावान छात्रों को आगे आने के लिए इनको अवसर प्रदान करना। इसी आवश्यकता को ध्यान में रख कर आईटीएस कॉलेज सन 2011 से इस क्विज-व्हिज प्रतियोगिता का आयोजन करता आ रहा है। मुख्य अतिथि आईआईआईटी भोपाल के डायरेक्टर डॉ. आशुतोष कुमार सिंह ने आईटीएस मोहननगर द्वारा किए जा रहे प्रयास की सराहना करते हुए सभी प्रतियोगी छात्रों को बधाई दी और कहा कि आप सब इस देश का सुनहरा भविष्य हैं। भारत देश एवं हमारी संस्कृति को पूरी दुनिया में अनुसरणीय व अग्रणी बनाने में सहयोग प्रदान करें।

प्रोफेसर नैंसी शर्मा ने छात्रों को सुभकामनाएं देते हुए कहा कि जीवन में निरंतर परिश्रम करते रहें और अपने माता पिता, शिक्षकों व बड़ों का आशीर्वाद लेते हुए आगे बढ़ते रहें। फाइनल प्रतियोगिता के लिए विभिन्न क्षेत्रों के स्कूलों में डीपीएस, सैंट थॉमस, सैंट जेवियर, केएल इंटरनेशनल, छबीलदास कार्ल हूपर, डीएवी, इंग्राहम इंस्टिट्यूट इत्यादि जैसे प्राइवेट व सरकारी लगभग 200 स्कूलों के लगभग 20,000 छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। यह प्रतियोगिता दो चरणों में संपन्न हुई। प्रथम चरण में प्रत्येक स्कूल स्तर पर प्रतियोगिता संपन्न कराई गई। जिसमें से सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले 3 प्रथम विजेता चुने गए और इन चुने हुए प्रतिभागियों को द्वितीय स्तर पर आईटीएस संस्थान में आजादी का अमृत महोत्सव- आजादी के 75 वर्ष शीर्षक प्रतियोगिता के लिए चुना गया।

इस प्रतियोगिता में डीएलएफ पब्लिक स्कूल, गाजियाबाद के आदित्य सिंह वल्दिया, आरुष गोयल एवं गौरान्विका अग्रवाल को प्रथम पुरुस्कार स्वरुप 31 हजार रुपए, प्रतीक चिन्ह व प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। केएल इंटरनेशनल स्कूल, मेरठ के रुद्रांश शर्मा, अथर्व कुमार एवं प्रगुण पराशर को द्वितीय पुरुस्कार स्वरुप 21 हजार रुपए, प्रतीक चिन्ह व प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। सिल्वर लाइन प्रेस्टीज स्कूल, गाजियाबाद के आर्यन, समर्थ शर्मा एवं अथर्व गुप्ता को तृतीय पुरुस्कार स्वरुप 11 हजार रुपए, प्रतीक चिन्ह 8 प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इसके अलावा 5 विद्यालयों क्रमश: लिटिल फ्लावर पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल, दिल्ली के कार्तिकेय, देवांश वत्स एवं मानस सिंघल, द मिलेनियम स्कूल, नॉएडा के कौशल निगम, अथर्व त्रिपाठी एवं ख़ुशी सिंह, सन वैली इंटरनेशनल स्कूल, गाजियाबाद के माधव मोहन नाथ, हिमांशु गौतम एवं करण सिंह, सैंट हुड कान्वेंट स्कूल, दादरी के रिद्धिमा विकल, देव प्रताप एवं मनीष मावी तथा दीवान पब्लिक स्कूल, मेरठ के प्रखर पांडेय, वंशिका अग्रवाल एवं अदिति गुप्ता को सांत्वना पुरुस्कार स्वरुप 6 हजार रुपए का चेक, प्रमाण पत्र एवं प्रतीक चिन्ह प्रदान करते हुए बधाई दी। इस दौरान कार्यक्रम संयोजक प्रो. नूपुर सिद्ध, प्रो आदिल खान, संस्थान के संकाय सदस्यगण एवं छात्र उपस्थित रहें।