ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी : ग्रेटर नोएडा में 148 एमओयू जमीन पर उतरे, 50 हजार को रोजगार

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने बताया कि यूपी ग्लोबल इनवेस्टर समिट में किए गए एमओयू को धरातल पर उतारा जा रहा है। जल्द ही दिए गए लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा। यह क्षेत्र निवेशकों की पसंद बन गया है।

विजय मिश्रा (उदय भूमि )
ग्रेटर नोएडा। यूपी ग्लोबल इनवेस्टर समिट में हुए एमओयू को धरातल पर उतराने के दिए गए लक्ष्य में से 84 प्रतिशत ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने पूरा कर लिया है। कंपनियों के साथ किए गए 175 एमओयू में से 148 जमीन पर उतर चुके हैं। इनको जमीन आवंटित कर दी गई है। अब वे अपना काम शुरू करेंगे। इससे करीब 70,000 युवाओं रोजगार मिलने की उम्मीद है। पिछले साल लखनऊ में हुई यूपी ग्लोबल इनवेस्टर समिट में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण करीब एक लाख करोड़ रुपये के 175 एमओयू किए गए थे। इन एमओयू में कितने धरातल पर उतरे हैं, उनको लेकर सरकार ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी करेगी। सेरेमनी के लिए एमओयू करने वाले सभी संस्थानों को लक्ष्य दिया गया है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को 60 हजार करोड़ रुपये का लक्ष्य मिला है। इसमें से करीब 84 प्रतिशत कार्यान्वित किया गया है। इसे आगामी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में प्रदर्शित किया जाएगा। प्राधिकरण ने जमीन आवंटन के बाद इनके सभी मुद्दों को सुलझा लिया है और अब ये कंपनियां अपना निर्माण शुरू करने के लिए तैयार हैं।


उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सोमवार को आयोजित होने वाले शिलान्यास समारोह के दौरान 10 लाख करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश वाली लगभग 14,000 परियोजनाएं शुरू होने के लिए तैयार हैं। इन परियोजनाओं से 33.50 लाख रोजगार के अवसर पैदा करने में मदद मिलेगी। निवेश का एक बड़ा हिस्सा विनिर्माण, नवीकरणीय ऊर्जा, सूचना प्रौद्योगिकी, आवास और रियल एस्टेट जैसे क्षेत्रों में आ रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का उद्घाटन करेंगे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश को निवेश के लिए उद्यमियों ने सबसे अधिक पसंद किया है। गौतमबुद्धनगर जिले में सबसे अधिक निवेश हो रहा है। योगी सरकार द्वारा जिस तरह से औद्योगिक निवेश की योजनाओं को धरातल पर उतारा जा रहा है। ऐसे में यूपी जल्द ही वन ट्रिलियन इकोनॉमी वाला प्रदेश बन जाएगा।

बिल्डर भी लाएंगे अपनी परियोजना
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने 60,000 करोड़ रुपये के लक्ष्य में से 50,419 करोड़ रुपये के एमओयू लागू कर चुका है। इसमें 45 बिल्डरों से, 32 वाणिज्यिक संस्थाओं से, 36 उद्योग से, 26 संस्थागत क्षेत्रों से और 9 आईटी/आईटीईएस से संबंधित हैं। बिल्डर ग्रुप में कंट्री ग्रुप 2000 करोड़ रुपये, एल्डिको व आइरिस 1000-1000 करोड़ रुपये और पूर्वांचल ग्रुप 800 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। इनका निर्माण कई चरणों में होगा।

डिक्सन ग्रुप 500 करोड़ का निवेश कर रहा
सेक्टर इकोटेक-8 में डिक्सन ग्रुप 500 करोड़ रुपये का निवेश करने का वादा किया है। हायर कंपनी अपनी विस्तार परियोजना में 640 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। रोबोटिक्स और आॅटोमेशन कंपनी एडवर्ब ने 15 एकड़ भूमि पर 500 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है। चेंग फेंग कंपनी को आईआईटीजीएनएल में जमीन आवंटित की गई है। यह कंपनी 340 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।

25 एकड़ में आईटी पार्क विकसित होगा
आईटी की एडवांस कंप्यूसॉफ्ट ने टेकजोन-4 में आईटी एवं वाणिज्यिक पार्क लॉन्च किया है, इसके लिए 25 एकड़ जमीन आवंटित की गई है। यहां 1000 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। टेकजोन-4 में 25 एकड़ जमीन के साथ भूटानी ग्रैंडथम 1000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। टेकजोन की आईटी परियोजना मिगसन 500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। संस्थागत श्रेणी में यथार्थ का अस्पताल अपने परिचालन का विस्तार करेगा। चवह 250 करोड़ रुपये का निवेश करके ग्रेनो वेस्ट में 250 बिस्तरों वाले अस्पताल का निर्माण करेगा।

मिश्रित भू-उपयोग की परियोजना मूर्त रूप लेगी
वाणिज्यिक क्षेत्र में होम एंड सोल द्वारा मिश्रित उपयोग वाली परियोजना प्रस्तुत करेगा। इसे 5 एकड़ जमीन आवंटित की गई है। इसमें 1000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। सिंगापुर स्थित कंपनी एसटी टेलीमीडिया को नॉलेज पार्क 5 में 10 एकड़ जमीन आवंटित की गई है। वे टाटा सेंटर प्रोजेक्ट में 1500 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे। इनसे बातचीत चल रही है। अधिकारियों ने बताया कि उनका ध्यान शैक्षणिक संस्थानों के अलावा आईटी और डेटा सेंटर क्षेत्रों से निवेश आकर्षित करने पर है।

यूपी ग्लोबल इनवेस्टर समिट में किए गए एमओयू को धरातल पर उतारा जा रहा है। जल्द ही दिए गए लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा। यह क्षेत्र निवेशकों की पसंद बन गया है।
एनजी रवि कुमार
सीईओ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण