लखनऊ में यमुना प्राधिकरण की दिखेगी धमक ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में करोड़ों की योजनाएं लेंगी मूर्त रूप

यमुना प्राधिकरण ने 45148 करोड़ रुपये के निवेश वाली 281 परियोजनाओं धरातल में उतारना शुरू कर दिया है। यह आंकड़ा 60 हजार करोड़ रुपये तक बहुत जल्द पहुंच जाएगा। जबकि प्राधिकरण को 43750 करोड़ रुपये के निवेश को धरातल पर उतारने का लक्ष्य मिला है। सोमवार को लखनऊ में होने वाले ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी को लेकर यमुना प्राधिकरण की तैयारियां पूरी है। यीडा के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह दो दिन पूर्व ही लखनऊ पहुंच चुके हैं। सीईओ ने विवार को आयोजन स्थल पर पहुंचकर प्राधिकरण के स्टॉल सहित अन्य तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान सीईओ के साथ एसीईओ कपिल सिंह, स्टाप ऑफिसर नंद किशोर सुंदरियाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

विजय मिश्रा (उदय भूमि)
ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण ने 45148 करोड़ रुपये के निवेश वाली 281 परियोजनाओं धरातल में उतारना शुरू कर दिया है। यह आंकड़ा 60 हजार करोड़ रुपये तक बहुत जल्द पहुंच जाएगा। जबकि प्राधिकरण को 43750 करोड़ रुपये के निवेश को धरातल पर उतारने का लक्ष्य मिला है। सोमवार को लखनऊ में होने वाले ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी को लेकर यमुना प्राधिकरण की तैयारियां पूरी है। यीडा के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह दो दिन पूर्व ही लखनऊ पहुंच चुके हैं। सीईओ ने विवार को आयोजन स्थल पर पहुंचकर प्राधिकरण के स्टॉल सहित अन्य तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान सीईओ के साथ एसीईओ कपिल सिंह, स्टाप आॅफिसर नंद किशोर सुंदरियाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में यमुना प्राधिकरण का स्टॉल उद्यमियों, निवेशकों और कार्यक्रम में पहुंचने वाले अतिथयों के आकर्षण के केंद्र में रहेगा। एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट, इंटरनेशनल फिल्म सिटी, मेडिकल डिवाइस पार्क उत्तर प्रदेश को अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाएगा और यमुना सिटी यूपी का कामर्शियल कैपिटल बनकर उभरेगा।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सोमवार को आयोजित होने वाले शिलान्यास समारोह के दौरान 10 लाख करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश वाली लगभग 14,000 परियोजनाएं शुरू होने के लिए तैयार हैं। इन परियोजनाओं से 33.50 लाख रोजगार के अवसर पैदा करने में मदद मिलेगी। निवेश का एक बड़ा हिस्सा विनिर्माण, नवीकरणीय ऊर्जा, सूचना प्रौद्योगिकी, आवास और रियल एस्टेट जैसे क्षेत्रों में आ रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का उद्घाटन करेंगे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश को निवेश के लिए उद्यमियों ने सबसे अधिक पसंद किया है। गौतमबुद्धनगर जिले में सबसे अधिक निवेश हो रहा है। योगी सरकार द्वारा जिस तरह से औद्योगिक निवेश की योजनाओं को धरातल पर उतारा जा रहा है। ऐसे में यूपी जल्द ही वन ट्रिलियन इकोनॉमी वाला प्रदेश बन जाएगा।

पिछले साल लखनऊ में हुई ग्लोबल इनवेस्टर समिट में यमुना प्राधिकरण ने कंपनियों के साथ ग्लोबल समिट में 1.82 लाख करोड़ रुपये के एमओयू किए थे। इन एमओयू में कितने धरातल पर उतरे हैं, इसको लेकर प्रदेश सरकार 15 फरवरी के बाद ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी करेगी। जीबीसी को लेकर प्राधिकरण को प्रदेश सरकार ने 43750 करोड़ रुपये के निवेश को धरातल पर उतारने का लक्ष्य दिया है। प्राधिकरण ने अब तक 45148 करोड़ रुपये के निवेश वाली 281 परियोजनाओं धरातल में उतारना शुरू कर दिया है। यह लक्ष्य का 103 प्रतिशत है। जीबीसी में उसी परियोजना को शामिल किया जाता है, जिसका नक्शा पास हो चुका होता है। प्राधिकरण क्षेत्र में एक्सआईएचआई टेक्नोलॉजी प्रालि, यूफ्लेक्स लिमिटेड, धरमपाल सत्यपाल लिमिटेड, पेरोस्फेयर इंडिया, जयश्री कृष्णा इंपैक्स, हल्दीराम स्नैक्स प्रालि, न्यूजेन सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी लिमिटेड, फनजू टह्यवाय, वीवो मोबाइल इंडिया लिमिटेड, वल्स डेवलपर्स प्रालि, क्यू लाइन बायोटेक प्रालि, याशिका इनफोट्रॉनिक्स, नोएडा एयरपोर्ट में होटल और कार्गो एंड लॉजिस्टिक हब परियोजना में काम शुरू होगा। इसमें से कई का काम पूरा हो चुका है। इसके अलावा यमुना प्राधिकरण ने टॅवाय पार्क, मेडिकल डिवाइस पार्क, अपैरल पार्क, एमएसएमई पार्क, हैंडीक्राफ्ट पार्क आदि में कंपनियां काम शुरू करेंगी।