यमुना प्राधिकरण कार्यालय में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया स्वतंत्रता दिवस सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह ने अधिकारियों और कर्मचारियों को दिलाई पंच प्रण की शपथ

झंडा रोहण के बाद सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह ने प्राधिकरण के अधिकारियों और कर्मचारियों को पंच प्रण की शपथ दिलाई। अधिकारियों और कर्मचारियों ने आज़ादी के अमृतकाल के पंच प्रण विकसित भारत का लक्ष्य, ग़ुलामी के हर अंश से मुक्ति, अपनी विरासत पर गर्व, एकता और एकजुटता तथा नागरिकों में कर्तव्य की भावना की शपथ ली।

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण कार्यालय में मंगलवार को 77वाँ स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। समारोह मनाया गया। स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम की शुरुआत यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) डॉ. अरुण वीर सिंह द्वारा झंडा रोहण के साथ हुआ। झंडा रोहण के बाद सीईओ ने प्राधिकरण के अधिकारियों और कर्मचारियों को पंच प्रण की शपथ दिलाई। अधिकारियों और कर्मचारियों ने आज़ादी के अमृतकाल के पंच प्रण विकसित भारत का लक्ष्य, ग़ुलामी के हर अंश से मुक्ति, अपनी विरासत पर गर्व, एकता और एकजुटता तथा नागरिकों में कर्तव्य की भावना की शपथ ली। शपथ ग्रहण के पश्चात केंद्रीय विद्यालय ग्रेटर नोएडा के छात्रों व अन्य बच्चों द्वारा देशभक्ति से ओतप्रोत गीत व नृत्य का कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।

स्वतंत्र दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह ने सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस व आज़ादी के अमृत महोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि आने वाला कालखंड भारत का होगा तथा वर्ष 2029-30 तक भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाली है। हमे इस लक्ष्य को पाने के लिए हमेशा प्रयासरत रहना चाहिए। सीईओ ने कहा कि यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की 25वी वर्षगाँठ पर प्राधिकरण कम से कम 5000 करोड़ का मुनाफा अर्जित करें यह हमारा लक्ष्य होना चाहिय। आज प्राधिकरण में देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बन रहा है, हम भारत में पहली पॉड टैक्सी बनाने जा रहे हैं। देश का सबसे बड़ा मेडिकल डिवाइसेज पार्क यमुना प्राधिकरण में बन रहा है, अब देश का पहला सेमी-कंडक्टर पार्क भी यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण में बनने पर सहमति हो गयी है यानी हम देश की चार सबसे बड़ी या पहली परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं। ऐसे में हम सभी प्राधिकरण के अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रयास करना चाहिए कि प्राधिकरण के 25 वर्ष होने पर हमारे पास 25 यूनिक परियोजनाएँ हों जो देश में सर्वप्रथम हो, देश का गौरव बढ़ाने वाली होनी चाहिए।

 

राष्ट्रीय प्रतीक और राष्ट्रभाषा पर करें गर्व: कपिल सिंह
स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यमुना प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक (एसीईओ) कपिल सिंह ने अपने देश के सैनिकों व सांस्कृतिक प्रतीकों का सम्मान करने का आवाहन किया। उन्होंने अपनी राष्ट्रभाषा हिन्दी पर गर्व करने का संदेश दिया। कार्यक्रम के अंत में सभी बच्चों व अध्यापकों को गिफ्ट देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर ओएसडी शैलेंद्र सिंह, स्टाफ ऑफिसर नंदकिशोर सुंदरियाल, जीएम प्रोजेक्ट एके सिंह, मेहराम सिंह, साक्षी शर्मा, रेशमा सहाय, विशंभर बाबू, अशोक कुमार, पीपी सिंह, राजेंद्र सिंह भाटी, आनंद मोहन सिंह सहित प्राधिकरण के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।

ओएसडी शैलेंद्र भाटिया ने स्वतंत्रता संग्राम की वीरगाथा सुनाई
स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में मौजूद यमुना प्राधिकरण के विशेष कार्याधिकारी ओएसडी शैलेंद्र भाटिया ने स्वतंत्र आंदोलन में स्वतंत्रता सेनानियों की वीर गाथा सुनाई। उन्होंने 1757 की प्लासी की लड़ाई से संबंधित हिस्टोरिकल मूवमेंट के बारे में जानकारी देते हुए बताया की किस तरह से ब्रिटिशर्स द्वारा अपने लाभ के लिए भारत में विशेषकर बिहार के चम्पारण में नील की खेती को बलपूर्वक करवाया गया। अंग्रेजों ने भारतीय किसानों का शोषण किया।

 

वृहद वृक्षारोपण अभियान चला
स्वतंत्र दिवस के अवसर पर मंगलवार को यमुना प्राधिकरण द्वारा वृहद वृक्षारोपण अभियान 2023 के द्वितीय चरण में पौधारोपण किया गया। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह, एसीईसो कपिल सिंह एवं प्राधिकरण के अन्य अधिकारियों ने पौधारोपण किया। शासन द्वारा यमुना प्राधिकरण को 1,00,000 पौधे लगाने का लक्ष्य दिया गया था, जिसके सापेक्ष में प्राधिकरण द्वारा नीम पीपल अशोक जामुन मॉल श्री इत्यादि सहित कुल 1,01,658 पौधे लगाए गए हैं। बृहद वृक्षारोपण अभियान के प्रथम चरण में 22 जुलाई को 85,000 पौधे लगाए गए थे और द्वितीय चरण में 15 अगस्त को प्राधिकरण द्वारा 16,658 पौधे लगाए गए। वृक्षारोपण कार्य हेतु यमुना प्राधिकरण की ओर से नोडल अधिकारी डॉ. आरती सिंह सहायक निदेशक उद्यान को नामित किया गया है। प्राधिकरण द्वारा विभिन्न सड़कों के किनारे ग्रीन बेल्ट में एवं पार्कों में नीम, जामुन, पीपल, गुलमोहर, बरगद, चंपा, अशोक आदि के पौधे लगाए गए हैं।