जेवर एयरपोर्ट : नियाल और इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड के बीच हुआ करार, काम की समय सीमा और गुणवत्ता पर स्वतंत्र इंजीनियरों की टीम रखेगी नजर

यमुना प्राधिकरण और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह के नेतृत्व में जेवर एयरपोर्ट का काम निर्धारित अवधि में पूरा करने के लिए तेजी से काम चल रहा है। सीईओ एयरपोर्ट निर्माण से संबंधित कामों की जहां नियमित मॉनिटरिंग कर रहे हैं वहीं एयरपोर्ट निर्माण की गुणवत्ता सर्वश्रेष्ठ हो इस पर भी फोकस कर रहे हैं। जेवर एयरपोर्ट में अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल होगा, ईआईएल एयरपोर्ट निर्माण की गुणवत्ता और उसकी टाइमलाइन की निगरानी करेगी।

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह के नेतृत्व में जेवर एयरपोर्ट का काम निर्धारित अवधि में पूरा करने के लिए तेजी से काम चल रहा है। सीईओ एयरपोर्ट निर्माण से संबंधित कामों की जहां नियमित मॉनिटरिंग कर रहे हैं वहीं एयरपोर्ट निर्माण की गुणवत्ता सर्वश्रेष्ठ हो इस पर भी फोकस कर रहे हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) और स्वतंत्र इंजीनियर के रूप में चयनित इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (ईआईएल) के बीच अनुबंध हुआ। ईआईएल स्वतंत्र इंजीनियर के रूप में एयरपोर्ट निर्माण कार्यों की गुणवत्ता व उसकी टाइमलाइन की निगरानी करेगी।
दरअसल जेवर एयरपोर्ट का निर्माण समय पर पूरा कराने, गुणवत्ता बनाए रखने, डिजाइन, तकनीकी समेत सभी पहलुओं पर निगरानी करने के लिए स्वतंत्र इंजीनियर का चयन किया गया है। नियाल ने इसके लिए ईआईएल का चयन किया है। अनुबंध पर हस्ताक्षर के दौरान नियाल की ओर से सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह, एयरपोर्ट के नोडल अफसर शैलेंद्र भाटिया और ईआईएल की ओर से जीएम मुकेश मीणा, वरिष्ठ प्रबंधक कपिल नारायण, वरिष्ठ प्रबंधक आशीष रंजन मौजूद रहे। नियाल के सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह ने कहा कि ईआईएल एयरपोर्ट के निर्माण की निगरानी करेगी। कंपनी एयरपोर्ट की डिजाइन, ड्राइंग, टाइमलाइन व गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखेगी। एयरपोर्ट में लगने वाली निमाज़्ण सामग्री की गुणवत्ता भी देखेगी। इसके लिए साइट पर प्रयोगशाला का भी निर्माण होगा। निर्माण कार्यों में अगर किसी तरह की दिक्कत आती है तो उसमें कंपनी सहयोग करेगी। कंपनी रोजाना रिपोर्ट देगी। नियाल हर सोमवार को समीक्षा बैठक करेगा। बता दें कि इससे पहले यह ईआईएल मुंबई व दिल्ली एयरपोर्ट के फस्र्ट फेस के काम की निगरानी कर चुकी है।

एयरपोर्ट निर्माण के लिए भू-जल का नहीं होगा दोहन
नियाल के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण के दौरान इस बात पर विशेष जोर दिया जाएगा कि भू-जल का दोहन ना किया जाये। ग्राउंड वाटर के बजाय नहर और एसटीपी के पानी का उपयोग किया जाएगा। एयरपोर्ट के नजदीक से नहर निकल रही है उससे पानी लिया जाएगा इसके अलावा यमुना सिटी के सेक्टर-29 में बन रहे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से लाइन डालकर एयरपोर्ट प्रोजेक्ट के लिए पानी उपलब्ध कराया जाएगा।

बरसात में भी नहीं रूकेगा एयरपोर्ट का काम
इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड के महाप्रबंधक मुकेश मीणा ने बताया कि एयरपोर्ट निर्माण का काम बारिश के दौराना भी नहीं रूकेगा। ईआईएल ने अपनी निगरानी में दिल्ली और मुंबई समेत कई एयरपोर्ट का निर्माण करवाया है। उन्होंने बताया कि मेटेरियल की जांच के लिए साइड पर ही एक लैब स्थापित की जाएगी, जो मैट्रियल इस लैब में टेस्ट नहीं हो पाएगा। उसकी जांच के लिए आईआईटी दिल्ली या रुड़की भेजकर जांच जाएगी। उन्होंने बताया कि बरसात में भी काम नहीं रुकेगा और निर्माण कार्य में कोई रुकावट नहीं आएगी।

एयरपोर्ट बनेगा एशिया पैसेफिक ट्रांजिट हब
जेवर एयरपोर्ट को एशिया पैसेफिक ट्रांजिट हब के रूप में विकसित करने की प्लानिंग है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोटज़् लिमिटेड (नियाल) के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने वाईआईएपीएल से इस एयरपोर्ट को ट्रांजिट हब बनाने का महत्वपूर्ण सुझाव दिया है। इसके लिए किसी बड़ी एयरलाइंस से समझौता करना जरूर होता है। समझौता करने वाली एयरलाइंस अन्य एयरलाइंस को अपने साथ जोड़ती है। हब बनने के बाद उसकी सभी फ़्लाइट यहां से होकर गुजरेंगी। मान लीजिये किसी बड़ी विदेशी एयरलाइंस इसके लिए आगे आती है तो उसकी सभी फ्लाइट यहां आएंगी।