महेंद्र सिंह तंवर ने गोरखपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष का संभाला चार्ज बोले शहर के विकास के साथ शहरवासियों की सुविधाओं का रखूंगा विशेष ध्यान

आईएएस अधिकारी महेंद्र सिंह तंवर ने बुधवार को गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) उपाध्यक्ष पद का कार्यभार संभाल लिया। चार्ज संभालने के बाद उन्होंने मातहतों के साथ मीटिंग कर विभिन्न बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया। नवनियुक्त उपाध्यक्ष ने कहा कि गोरखपुर के विकास के कार्य तेजी से हों और लंबित योजनाओं को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा। शहरवासियों की समस्याओं का समयबद्ध तरीके से निपटारा किया जाएगा और सभी संबंधित पटल की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाएगी। प्राधिकरण से संबंधित कामों के लिए लोगों को कार्यालय के चक्कर ना लगानी पड़ें, इसका विशेष ध्यान दिया जाएगा।

उदय भूमि संवाददाता
गोरखपुर। आईएएस अधिकारी महेंद्र सिंह तंवर ने बुधवार को गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) उपाध्यक्ष पद का कार्यभार संभाल लिया। चार्ज संभालने के बाद उन्होंने मातहतों के साथ मीटिंग कर विभिन्न बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया। नवनियुक्त उपाध्यक्ष ने कहा कि गोरखपुर के विकास के कार्य तेजी से हों और लंबित योजनाओं को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा। शहरवासियों की समस्याओं का समयबद्ध तरीके से निपटारा किया जाएगा और सभी संबंधित पटल की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाएगी। प्राधिकरण से संबंधित कामों के लिए लोगों को कार्यालय के चक्कर ना लगानी पड़ें, इसका विशेष ध्यान दिया जाएगा।


महेंद्र सिंह तंवर की गिनती उत्तर प्रदेश के युवा तेज-तर्रार एवं रिजल्ट ओरिएंटेड अधिकारियों के रूप में होती है। गाजियाबाद में नगर आयुक्त के रूप में शानदार काम को देखते हुए उन्हें गोरखपुर विकास प्राधिकरण में उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पिछले महीने 27 अगस्त को जब मुख्यमंत्री गाजियाबाद आए थे, उस दौरान मुख्यमंत्री और नगरायुक्त के बीच हुई मुलाकात में गाजियाबाद की विकास योजनाओं को लेकर चर्चा हुई थी। नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर के काम-काज के तौर-तरीके से मुख्यमंत्री खासे प्रभावित हुए थे। नगर आयुक्त के साथ मुख्यमंत्री ने गार्बेज फैक्ट्री का निरीक्षण किया था।

गाजियाबाद में नगर आयुक्त के रूप में 25 माह से ज्यादा समय का उनका कार्यकाल कई उपलब्धियों भरा रहा है। शासन द्वारा नई जिम्मेदारी सौंपे जाने पर महेंद्र सिंह तंवर ने मंगलवार को गाजियाबाद नगर निगम का चार्ज छोड़ दिया था। बुधवार को उन्होंने गोरखपुर विकास प्राधिकरण पहुंचकर उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाल ली। कार्यभार ग्रहण करने के बाद नवनियुक्त उपाध्यक्ष ने मातहतों के साथ मुलाकात की। इस दौरान विकास प्राधिकरण की आर्थिक स्थिति एवं प्रस्तावित योजनाओं के विषय में चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन एवं प्रस्तावित योजनाओं को समय से पूरा कराने पर ध्यान दिया जाएगा। जनहित से जुड़ी योजनाओं में किसी प्रकार की देरी न हो, इसका ख्याल रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि प्राधिकरण में आने वाले फरियादियों को निराश नहीं होना पड़ेगा। फरियादियों की समस्याओं को समयबद्ध तरीके से निपटाने की हरसंभव कोशिश की जाएगी। जल्द ही नवनियुक्त उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह तंवर विकास प्राधिकरण की निर्माणाधीन योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण करेंगे। मौके पर जाकर योजनाओं की स्थिति का जायजा लेंगे। शहर के सौंदर्यीकरण पर उपाध्यक्ष का जोर रहेगा। बता दें कि 2015 बैच के आईएएस अधिकारी महेंद्र सिंह तंवर अपनी अलग कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं। गाजियाबाद में नगरायुक्त रहते समय उन्होंने कई ऐसे कार्य किए थे, जिनकी स्थानीय स्तर के अलावा शासन स्तर पर भी प्रशंसा की गई थी। कोरोना संकट के दौरान महेंद्र सिंह तंवर द्वारा तैयार किये गये आॅक्सीजन और हॉस्पिटल प्रबंधन मॉडल को पूरे प्रदेश में लागू किया गया था।

38 साल में जीडीए में आए 47 उपाध्यक्ष
गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) की स्थापना 1983 में की गई थी। शहर के सुनियोजित विकास के मकसद से जीडीए अस्तित्व में आया था। स्थापना के 38 साल के अंतराल में विकास प्राधिकरण में अब तक उपाध्यक्ष पद पर 47 अधिकारी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। करीब साढ़े पांच साल में छह उपाध्यक्ष बदले गए। 30 जून 2017 में जीडीए के तत्कालीन उपाध्यक्ष ओएन सिंह के तबादले के बाद एक जुलाई 2017 को उपाध्यक्ष बने वैभव श्रीवास्तव का नौ महीने बाद तबादला कर दिया गया। 23 अप्रैल 2018 को आए अमित बंसल एक साल तीन माह तक टिके और दो जुलाई 2019 को तबादला हो गया। छह जुलाई 2019 को पदभार संभालने के छह महीने में ही दिनेश कुमार का तबादला हो गया। तीन जनवरी 2020 को गोरखपुर के सीडीओ पद से प्राधिकरण के उपाध्यक्ष बने अनुज सिंह का भी कार्यकाल 14 फरवरी 2021 तक ही रहा। 15 फरवरी 2021 को प्रयागराज के सीडीओ पद से उपाध्यक्ष बनाए गए आशीष कुमार का पिछले साल जुलाई में तबादला कर दिया गया था। अब प्रेम रंजन सिंह का तबादला भी कर दिया गया है। उनकी जगह महेंद्र सिंह तंवर ने कार्यभार संभाला है।

2015 बैच के आईएएस अधिकारी हैं तंवर
महेंद्र सिंह तंवर 2015 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। मूल रूप से रोहतक (हरियाणा) निवासी महेंद्र सिंह तंवर ने 7 सितम्बर 2015 में सरकारी सेवा की शुरूआत की थी। एक आईएएस के रूप में उन्होंने अपनी ट्रेनिंग 3 मई 2016 को पूरी की थी। 3 जून 1988 को जन्मे महेंद्र सिंह ने भिवानी दा टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट आॅफ टैक्सटाइल एंड साइंसेज (टीआईटी) से बीटेक किया है। सरकारी सेवा में आने के बाद उनकी पहली नियुक्ति सहायक मजिस्ट्रेट (असिस्टेंट कलेक्टर) बहराइच के पद पर हुई थी। इसके बाद वह एटा में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रहे। इसी क्रम में उन्होंने शाहजहांपुर में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) का दायित्व भी संभाला। रेलवे में वह इंजीनियर भी रह चुके हैं। इसके अलावा रक्षा मंत्रालय में 3 साल तक काम कर चुके हैं। उप्र शासन ने उन्हें अब गोरखपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पद पर नियुक्त किया है। फौजी परिवार से ताल्लुकात रखने वाले महेंद्र सिंह तंवर ने अपनी मां का सपना पूरा करने के लिए आईएएस की परीक्षा दी थी और उसमें सफलता हासिल की।