ममता को झटका, सांसद दिनेश त्रिवेदी का इस्तीफा

विधान सभा चुनाव से पहले मुश्किल में टीएमसी

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में आसन्न विधान सभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को निरंतर झटके लग रहे हैं। अब सांसद दिनेश त्रिवेदी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का साथ छोड़ दिया है। राज्य सभा में शुक्रवार को बजट सत्र में भाषण के दरम्यान सांसद त्रिवेदी ने इस्तीफा देने की घोषणा कर दी। इसके बाद टीएमसी में एकाएक खलबली मच गई। सांसद त्रिवेदी ने कहा है कि टीएमसी में दम घुटने के कारण उन्हें यह निर्णय लेना पड़ा है। मनमोहन सिंह सरकार में रेल मंत्री का जिम्मा संभाल चुके दिनेश त्रिवेदी को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का काफी करीबी माना जाता था। सांसद दिनेश त्रिवेदी ने राज्य सभा में भाषण के दौरान कहा कि वह राज्य सभा से इस्तीफा दे रहे हैं। टीएमसी का आभारी हूं कि उन्होंने मुझे यहां भेजा है। मुझे अब घुटन महसूस हो रही है कि राज्य में जारी हिंसा पर हम कुछ नहीं कर पा रहे हैं। मेरी आत्मा मुझसे कहती है कि यदि आप यहां बैठे कुछ नहीं कर सकते, तो आपको त्याग पत्र दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के नागरिकों के लिए काम करना जारी रहेगा। चर्चा है कि तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद दिनेश त्रिवेदी भाजपा में आ सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि त्रिवेदी पिछले एक माह से निरंतर भाजपा के संपर्क में थे। भाजपा के कुछ शीर्ष नेताओं से दिनेश त्रिवेदी की बातचीत भी हुई थी। उधर, भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि यदि वह भाजपा में आते हैं तो उनका स्वागत है। बता दें कि दिनेश त्रिवेदी पिछले साल सितंबर में राज्य सभा के लिए चुने गए थे। उनके त्याग पत्र से एक सीट खाली हो गई है। पश्चिम बंगाल में विधान सभा चुनाव के बाद इस सीट के लिए चुनाव होने की संभावना है। बंगाल में जल्द विधान सभा चुनाव होने हैं। इसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं।