नगर निगम सख्त: एनएच-24 चौड़ीकरण के कारण उपजे जलभराव की समस्या का होगा समाधान

-एनएचएआई, नगर निगम और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने शनिवार को किया संयुक्त निरीक्षण
-नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर समस्या के समाधान को लेकर हैं गंभीर, मंडलायुक्त के समक्ष भी उठा चुके हैं मुद्दा

गाजियाबाद। राष्ट्रीय राजमार्ग-24 का चौड़ीकरण गाजियाबाद की दर्जनों कॉलोनियों के लिए आफत बन गई है। हाई-वे चौड़ीकरण के कारण आस-पास की दर्जनों कॉलोनियों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है। नालियों का पानी कॉलोनी की सड़कों पर और गलियों में फैल जाता है। मानसून के समय में स्थिति और विकट हो जाती है और इन कॉलोनियों में रहने वाले लोगों के घरों में भी पानी घुस जाता है। समस्या के समाधान को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) टाल मटोल वाला रवैया अपना रहा है। लेकिन अब नगर निगम भी सख्त हो गया है। नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने जल भराव की समस्या को गंभीरता से लेते हुए इसके समाधान को लेकर प्रयास तेज कर दिया है। नगरायुक्त ने मंडलायुक्त के समक्ष भी एनएचएआई अधिकारियों के इस लापरवाह रवैये को उठाया। इसके बाद समस्या के समाधान की कवायद शुरू हुई है। इसी कड़ी में शनिवार को एनएचएआई, नगर निगम और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने एनएच से सटी कॉलोनियों का संयुक्त निरीक्षण किया। निरीक्षण के दरम्यान धरातल पर इस समस्या का स्थायी समाधान कैसे हो यह जानने की कोशिश की गई। संभव है कि जल्द ही जल निकासी के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करके उसे अमलीजामा पहनाया जाये। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा एनएच-9 का चौड़ीकरण कराया गया है। जनपद गाजियाबाद में यूपी गेट से डासना तक यह कार्य पूर्ण हो चुका है। शहरी क्षेत्र में महरौली से लालकुआं और लालकुआं से हिंडन पुल तक हाईवे चौड़ीकरण के कारण आस-पास की कॉलोनियों में जल भराव की समस्या गंभीर हो गई है। इस समस्या को दूर करने में एनएचएआई अब तक नाकाम रहा है। पूर्व में नगर निगम द्वारा इस मामले में कई बार पत्राचार किया गया लेकिन एनएचएआई के अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेगा। नगरायुक्त महेंद्र सिंह द्वारा समस्या को प्रथामिकता में शामिल करने और वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष उठाये जाने के बाद से इस समस्या को जड़ से समाप्त करने की पहल शुरू हुई है। शनिवार को हाईवे का निरीक्षण करने गई संयुक्त टीम में अपर नगरायुक्त प्रमोद कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट विपिन कुमार, मुख्य अभियंता (निर्माण) मोइनुद्दीन, एनएचएआई के डीजीएम अरविंद कुमार के अलावा सी.एंड.डी.एस. यूनिट-28 गाजियाबाद के रेजीडेंट इंजीनियर रोहित तोमर शामिल रहे। निरीक्षण के दौरान नगर निगम के एग्जयूकेटिव इंजीनियर देशराज सिंह, असिस्टेंट इंजीनियर श्याम सिंह और जूनियर इंजीनियर योगेश कुमार भी मौजूद रहे। संयुक्त निरीक्षण के बाद टीम ने जल निकासी के लिए कई बिंदुओं पर काम करने की जरूरत बताई गई है।

इन कार्यों को प्राथिमकता से करने पर होगा समस्या का समाधान
टेक्निकल एक्सपर्ट और स्थानीय लोगों के मुताबिक महरौली, काजीपुरा एवं बम्हैटा गांव के वाटर डस्चार्ज के मद्देनजर काजीपुरा गांव से महरौली, बम्हैटा से लालकुआं तक नाला निर्माण, ग्राम महरौली में तालाब मार्ग पर कलवर्ट का पुन: निर्माण, कोलंबिया एशिया अस्पताल के निकट फुटओवर ब्रिज के नीचे कलवर्ट का पुन:निर्माण, बम्हैटा गांव में हुंडई शोरूम के सामने कलवर्ट का पुन:निर्माण, उद्योग कुंज के पास नाला निर्माण, महाराणा विहार, भीम नगर, क्रिश्चयन नगर-बागू, सिद्धार्थ विहार क्षेत्र के पानी की निकासी के लिए नाला निर्माण, ताज हाईवे के क्रॉस कर नाला निर्माण का काम बेहद जरूरी है। यदि इन कामों को प्राथमिकता के आधार पर नहीं कराया गया तो बरसात में कई कॉलोनियां टापू बन जाएंगे।

यह कॉलोनियां हैं सबसे अधिक प्रभावित
एनएच-9 के किनारे राहुल विहार, चरण सिंह कॉलोनी, सर्वोदय नगर, महाराणा विहार, भीम नगर, क्रिश्चयन नगर-बागू, सिद्धार्थ विहार, अम्बेडकर नगर, शिवपुरी, अकबरपुर-बहरामपुर आदि क्षेत्र में जलभराव की समस्या गंभीर है। आगामी मानसून के दौरान स्थिति और चिंताजनक हो जाएगी। दरअसल एनएचएआई ने हाईवे चौड़ीकरण का काम करने में तो गंभीरता दिखाई है, मगर आस-पास की कॉलोनियों में जल निकासी के लिए कोई ठोस कार्ययोजना नहीं बनाई जा रही है। नतीजन नागरिकों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।

क्या कहते हैं अधिकारी

MNA

हाईवे चौड़ीकरण के कारण जल भराव की समस्या उत्पन्न हुई है। जल निकासी के लिए जो पुराना ड्रेनेज सिस्टम था। उसे एनएचएआई द्वारा ध्वस्त कर दिया गया। एनएचएआई ने समस्या के बाबत जो पक्ष रखा उससे नगर निगम सहमत नहीं है। मंडलायुक्त की मीटिंग में इस समस्या को उठाया गया। मंडलायुक्त के निर्देश पर ज्वाइंट कमेटी गठित कर ज्वाइंट सर्वे हुआ है। इसकी रिपोर्ट मंडलायुक्त को भेजी जाएगी। जल भराव से प्रभावित कॉलोनियों की समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान हो इसके लिए प्रयास किया जा रहा है।
महेंद्र सिंह तंवर
नगर आयुक्त
गाजियाबाद।