राजनीतिक वंशवाद पर प्रधानमंत्री का प्रहार

राष्ट्रीय युवा संसद समारोह को संबोधित किया

नई दिल्ली। देशभर में आज स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाई जा रही है। इस दरम्यान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय युवा संसद समारोह को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत का शायद ऐसा कोई व्यक्ति हो जो स्वामी विवेकानंद से प्रेरित न हो। उन्होंने भारत की आजादी की लड़ाई को नई प्रेरणा दी थी। उस समय क्रांति और शांति के मार्ग से जो आजादी की लड़ाई चल रही थी वह कहीं न कहीं स्वामी जी से प्रेरित थे। उस समय अध्ययन कराया गया था कि स्वामी विवेकानंद की बातोंं में ऐसा क्या है जो नागरिकों को प्रेरणा देता है। आज भी हमारे विचार उनकी बातोंं से प्रेरित होते हैं। स्वामी विवेकानंद ने संस्थाओंं के निर्माण को प्रेरणा दी। उन्होंने ऐसी संस्थाओं को आगे बढ़ाया जो आज भी व्यक्ति के निर्माण का अह्म काम कर रहे हैं। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने नई शिक्षा नीति का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि आज जो देश में नई शिक्षा नीति लागू की गई है, उसका फोकस बेहतर इंडिविजुअल्स के निर्माण पर है। चाहे जो स्ट्रीम या कॉम्बिनेशन चुनिए, एक कोर्स को ब्रेक कर दूसरा चुन सकते हैं। आज देश में एक ऐसा इकोसिस्टम बनाया जा रहा है, जिसकी तलाश में अक्सर युवा विदेशों का रूख किया करते थे। अब देश में ऐसी बेहतर व्यवस्था मिले, इसके लिए हम प्रतिबद्ध भी हैं और जरूरी तैयारी भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजनीति में आज ईमानदार नागरिकों को भी मौका मिल रहा है। ईमानदारी और अच्छा प्रदर्शन आज की राजनीति की जरूरी शर्त होती जा रही है। हालांकि कुछ परिवर्तन बाकी हैं। ये परिवर्तन भी देश के युवा करेंगे। देश में राजनीतिक वंशवाद को जड़ से उखाड़ फेंकना है।