प्रमुख सचिव ने बताया CM Yogi के गाजियाबाद मॉडल को लेकर क्या है विचार यूपी में प्लास्टिक कचरा प्रबंधन और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर होगा बड़ा काम

प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट योजना लागू हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्देश है कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट योजना को बेहतर और प्रभावी ढ़ंग से लागू किया जाये। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर गाजियाबाद में अच्छा काम हुआ है। इसी को ध्यान में रखते हुए गाजियाबाद का चयन किया गया। गाजियाबाद में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर व्यापक स्तर पर और बेहतरीन डेवलपमेंट देखने को मिला है। वर्कशॉप के जरिये इस बात की जानकारी ली गई कि किस तरह से वेस्ट एनर्जी प्लॉट को लेकर काम हो रहा है, प्लास्टिक वेस्ट का क्या यूज हो रहा है और सफाई कार्य किस तरह से किये जा रहे हैं। प्रमुख सचिव ने बताया कि उत्तर प्रदेश के अन्य नगर निगम के नगरायुक्त और अन्य स्टेक होल्डर ट्रेनिंग भी लेंगे। लोगों को जोड़कर नगर निगम और नगर पालिकाओं को काम करना चाहिए।

विजय मिश्रा ( उदय भूमि ब्यूरो )
गाजियाबाद। जिसे कूड़े के कारण गाजियाबाद को बदनामी झेलनी पड़ती थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी गाजियाबाद में सड़कों पर फैले रहने वाले कूड़े को लेकर पूर्व में अधिकारियों को फटकार लगा चुके हैं वहीं गाजियाबाद का कूड़ा आज पूरे प्रदेश में स्टडी मॉडल बन चुका है। कूड़ा प्रबंधन के जरिये ना सिर्फ गाजियाबाद की सड़कों को कूड़ा मुक्त किया गया बल्कि कूड़े को आमदनी का जरिया बनाया गया। यही वजह है कि गाजियाबाद के कूड़ा कचरे के बजाय अब गाजियाबाद के कूड़ा प्रबंधन मॉडल की चर्चा हो रही है। शनिवार को गाजियाबाद स्थित रेडिसन ब्लू होटल में उत्तर प्रदेश सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट योजना के तहत कूड़ा प्रबंधन को लेकर आयोजित कार्यशाला में प्लास्टिक कचरे से निपटने को लेकर चर्चा हुई। कार्यशाला में वक्ताओं ने बताया कि किस तरह घरों एवं औद्योगिक क्षेत्रों से निकलने वाला कूड़ा भविष्य के लिए बड़ी चुनौती बन रहा है। इस चुनौती से निपटने के लिए कारगर उपाय उठाने की जरूरत है। कार्यशाला में प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात, उत्तर प्रदेश एसबीएम स्टेट मिशन के डायरेक्टर नेहा शर्मा, स्पेशल सेक्रेट्री अर्बन डेवलपमेंट डॉ. राजेंद्र, सेक्रेटरी एमओईएफ उत्तर प्रदेश सरकार आशीष तिवारी, एडिशनल चीफ सेक्रेटरी एमओईएफ मनोज सिंह मौजूद रहे। गाजियाबाद के नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने गाजियाबाद के कूड़ा प्रबंधन मॉडल और प्लास्टिक वेस्ट के बेस्ट उपयोग को लेकर एक प्रजेंटेशन दिया। गजब गाजियाबाद मॉडल की तारीफ करते हुए प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात ने कहा कि इसमें कई ऐसी महत्वपूर्ण बातें हैं जो सभी शहरों में लागू की जाएंगी।

कार्यशाला के बाद पत्रकारों से बातचीत में प्रमुख सचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट योजना लागू हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्देश है कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट योजना को बेहतर और प्रभावी ढ़ंग से लागू किया जाये। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर गाजियाबाद में अच्छा काम हुआ है। इसी को ध्यान में रखते हुए गाजियाबाद का चयन किया गया। गाजियाबाद में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर व्यापक स्तर पर और बेहतरीन डेवलपमेंट देखने को मिला है। वर्कशॉप के जरिये इस बात की जानकारी ली गई कि किस तरह से वेस्ट एनर्जी प्लॉट को लेकर काम हो रहा है, प्लास्टिक वेस्ट का क्या यूज हो रहा है और सफाई कार्य किस तरह से किये जा रहे हैं। प्रमुख सचिव ने बताया कि उत्तर प्रदेश के अन्य नगर निगम के नगरायुक्त और अन्य स्टेक होल्डर ट्रेनिंग भी लेंगे। लोगों को जोड़कर नगर निगम और नगर पालिकाओं को काम करना चाहिए।

प्रमुख सचिव ने कहा कि योजना को सफल बनाने के लिए एक विजन प्लान की आवश्यकता है जिससे चीजों को वर्गीकृत कर फोकस करते हुए काम किया जा सके। जब हम सॉलिड वेस्ट पर बात करते है तो उसको भी वगीकृत करने की जरूरत है। वेट वेस्ट, ड्राई वेस्ट, ई-वेस्ट व अन्य प्रकार के वेस्ट के लिए टैक्नोलॉजी अलग है, उनको कलेक्ट करने वाले भी अगल है। ऐसे में इन वेस्ट के सेग्रीगेशन सिस्टम को इस प्रकार बनाना चाहिये जिससे कि लोगों को भी सुगमता हो। अमृत अभिजात ने कहा कि कूड़ा प्रबंधन के लिए सेग्रीगेशन और ट्रेनिंग महत्वपूर्ण पात्र हैं। कॉन्ट्रैक्टर्स, आॅफिसर्स और वकर्स की भी ट्रैनिंग देना होगा। नगर निगम और नगर पालिकाओं को बेहतर कूड़ा प्रबंधन पर ध्यान देने की जरूरत है। कार्यशाला में गाजियाबाद की मेयर आशा शर्मा, मथुरा के नगर आयुक्त अनुनय झा, आगरा के नगर आयुक्त निखिल, अलीगढ़ के नगर आयुक्त गौरांग राठी, लखनऊ के नगर आयुक्त डॉ इंद्रजीत सहित सभी अतिथियों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया।

क्या है गजब गाजियाबाद मॉडल
गजब गाजियाबाद मॉडल की चर्चा पूरे प्रदेश में हो रही है। गजब गाजियाबाद मॉडल क्या है इसको लेकर नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने एक प्रेजेंटेशन दिया। कम संसाधन में भी कूड़ा प्रबंधन बेहतर ढ़ंग से किया जा सकता है। इसकी बानगी गजब गाजियाबाद मॉडल है। कार्यशाला में गार्बेज फैक्ट्री, प्लास्टिक टूरिज्म, कचरे से आय की योजना, वेस्ट प्लास्टिक से सौंदर्यकरण योजना, निगम भूमि की चयनी करण योजना तथा अन्य कई योजनाओं को लेकर विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यशाला में मियावाकी पद्धति से कचरे के पहाड़ वाले स्थान पर विकसित की जा रही ग्रीन पार्क योजना को लेकर भी जानकारी दी गई।

वेस्ट प्लास्टिक से बनी दीवार का मेयर ने किया उद्घाटन
मेयर आशा शर्मा ने वेस्ट प्लास्टिक से बनी हुई दीवार का नारियल फोड़कर उद्घाटन किया। कौशांबी में स्थित इस दीवार के जरिये बताया गया कि वेस्ट प्लास्टिक सृजन का भी काम कर सकता है। कौशांबी में वेस्ट प्लास्टिक की एक लंबी दीवार बनाई गई जिसकी लंबाई 150 मीटर है और यह लोगों को आकर्षित करने वाला सेल्फी प्वाइंट बन गया है। दीवार को गजब स्ट्रीट का नाम दिया गया है। मेयर ने ई वेस्ट मोबाइल वैन का भी हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया।

अपर मुख्य सचिव मनोज सिंह ने दयानंद पार्क का जायजा लिया
अपर मुख्य सचिव मनोज सिंह ने कविनगर जोन स्थित दयानंद पार्क का जायजा लिया। जिसमें मुख्य रूप से मियावाकी पद्धति से लगाए हुए पौधों को लेकर जानकारी ली। अपर मुख्य सचिव ने नगर निगम उद्यान विभाग द्वारा किए गए कार्य की सराहना की गई। इस दौरान अरुण कुमार यादव अपर नगर आयुक्त, शिवपूजन यादव अपर नगर आयुक्त, मुख्य अभियंता निर्माण एनके चौधरी, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिथिलेश कुमार, उद्यान प्रभारी डॉ अनुज कुमार सिंह, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी संजीव सिन्हा, जीएम जलकल आनंद त्रिपाठी, एग्ज्यूकेटिव इंजीनियर जैदी, देशराज सिंह, रामवीर तंवर पोंड मैन, उत्सव शर्मा रीजनल आॅफिसर यूपीपीसीबी, दीपक अग्रवाल एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर इंडो, चंद्रभूषण आई फॉरेस्ट, अमित विश्वास एमएसडब्ल्यूएम, सौरभ अग्रवाल डिलोटी, एके गुप्ता क्यिूस, वैशाली नंदन जीआईजेड, एग्ज्यूकेटिव इंजीनियर योगेंद्र यादव, अनूप सिंह, एसके रॉयल, संजय गंगवार, सुनील राय, पवन कुमार आदि उपस्थित रहे।