पुडुचेरी : कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन ने गंवाई सत्ता

विश्वास मत में नाकाम मुख्यमंत्री का इस्तीफा

नई दिल्ली। पुडुचेरी में सत्तारूढ़ कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन की सरकार को सोमवार को बड़ा झटका लगा। सदन में फ्लोर टेस्ट में फेल होने पर सरकार को सत्ता से बाहर होना पड़ा है। इसके बाद मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी ने और डिप्टी गवर्नर तमिलिसाई सौंदरराजन को इस्तीफा सौंप दिया। विधान सभा में विश्वास मत प्रस्ताव पर मतदान से पहले मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी और उनके समर्थक विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। तदुपरांत मुख्यमंत्री सीधे राज निवास पहुंचे। वहां डिप्टी गवर्नर तमिलिसाई सौंदरराजन को इस्तीफा सौंप दिया। पुडुचेरी में सरकार का भविष्य तय करने हेतु एक दिन का विशेष सत्र बुलाया गया था। ऐसे में मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी ने सदन में विश्वास मत प्रस्ताव पेश किया। मुख्यमंत्री ने सदन में कहा कि सरकार के पास पूर्ण बहुमत है। हालांकि बाद में नारायणसामी की सरकार विश्वास मत के दरम्यान बहुमत साबित नहीं कर सकी। विश्वास मत पेश करने से पहले नारायणसामी ने पूर्ण राज्य की मांग की। उन्होंने पूर्व डिप्टी गवर्नर किरण बेदी और केंद्र सरकार पर कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन सरकार को अपदस्थ करने का आरोप लगाया। पुडुचेरी की नवनियुक्त डिप्टी गवर्नर तमिलिसाई सौंदरराजन ने मुख्यमंत्री वी नारायणसामी को विधान सभा में बहुमत साबित करने का निर्देश दिया था। विपक्ष के सत्तारूढ़ कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन के बहुमत खोने का दावा करने के बाद डिप्टी गवर्नर ने यह निर्देश दिया। कांग्रेस के विधायक के लक्ष्मीनारायणन और द्रमुक के विधायक वेंकटेशन ने रविवार को इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद 33 सदस्यीय विधान सभा में कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन के विधायकों की संख्या घटकर 11 रह गई थी। जबकि विपक्ष के 14 विधायक हैं। उधर, मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने कहा कि विधायकों को पार्टी के प्रति ईमानदार रहना चाहिए, जो विधायक इस्तीफा दे चुके हैं, वह जनता का सामना नहीं कर पाएंगे। उधर, इस घटना के बाद राज्य में कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन को जोर का झटका लगा है।