गिफ्ट : 140 करोड़ में बदलेगी रामनगरी की सूरत

अयोध्या के विकास के लिए खुली सरकारी तिजौरी

लखनऊ। भगवान राम की नगरी अयोध्या के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने अपनी तिजौरी खोल दी है। अयोध्या के समुचित विकास पर 140 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा कानपुर मेट्रो ट्रेन के लिए इस साल 597 करोड़ रुपए मिले हैं। लखनऊ में राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल का निर्माण भी होगा। जिस पर 50 करोड़ रुपए व्यय किए जाएंगे। योगी सरकार ने सूबे में महत्वपूर्ण विकास योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए बजट को मंजूरी दी है। इसके तहत राम नगरी के समुचित विकास के लिए 140 करोड़ रुपए मिलेंगे। लखनऊ में राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल के निर्माण हेतु 50 करोड़ रुपए की व्यवस्था बजट में प्रस्तावित की गई है। अयोध्या में निर्माणाधीन एयरपोर्ट का नाम मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम हवाई अड्डा किया जाएगा। इसके 101 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसी प्रकार राम मंदिर से अयोध्या धाम रोड के लिए 300 करोड़ और अयोध्या में पर्यटन के लिए 100 करोड़ रुपए का बजट मंजूर किया गया है। कानपुर मेट्रो रेल परियोजना की अनुमोदित लागत 11,076 करोड़ रुपए है। वित्तीय वर्ष 2021-2022 के बजट में परियोजना हेतु 597 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है। कानपुर मेट्रो ट्रेन परियोजना के प्राथमिक सेक्शन आईआईटी कानपुर से मोतीझील पर ट्रायल रन शुरू करने की लक्षित तिथि है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने घोषणा की है कि दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल ट्रांजिस्ट सिस्टम के लिए 1326 करोड़ रुपए, गोरखपुर-वाराणसी मेट्रो के लिए 100-100 करोड़ रुपए दिए गए हैं। उधर, कुशीनगर एयरपोर्ट को केंद्र सरकार द्वारा अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट घोषित किया गया है। ऐसे में उत्तर प्रदेश में जल्द 4 इंटरनेशनल एयरपोर्ट लखनऊ, वाराणसी, कुशीनगर व गौतमबुद्धनगर में होंगे। अलीगढ़, आजमगढ़, मुरादाबाद व श्रावस्ती एयरपोर्ट का विकास लगभग पूरा हो गया है। चित्रकूट व सोनभद्र एयरपोर्ट मार्च 2021 तक पूर्ण करने का टारगेट सरकार का है। इस कार्य में तेजी लाई गई है।