नासिक पहुंचे रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव: यात्रियों की सुरक्षा को लेकर कहीं बड़ी बात, लोको निरीक्षकों संग किया संवाद सुरक्षा पर रहा फोकस

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नासिक दौरे के दरम्यान मुख्य लोको निरीक्षकों से मुलाकात की। उन्होंने भारतीय रेलवे पर लोकोमोटिव संचालन के आधुनिकीकरण और सुरक्षा उपायों को बढ़ाने से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। रेल मंत्री वैष्णव ने सामान्य रूप से अपने प्रशिक्षण अनुभवों और विशेष रूप से ‘कवच’ के उपयोग के विषय में सीएलआई से बातचीत की। सीएलआई ने इस बारे में बताया कि कैसे कवच प्रणाली गति बनाए रखने और ट्रेन संचालन के दौरान सुरक्षा और समय की पाबंदी दोनों में सुधार करने में आत्मविश्वास बढ़ाती है। 

विजय मिश्र (उदय भूमि)
नई दिल्ली।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नासिक दौरे के दरम्यान मुख्य लोको निरीक्षकों से मुलाकात की। ट्रेनों के सुचारू संचालन में लोको निरीक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इस बीच रेल मंत्री ने सुरक्षित रेल परिचालन, टेक्नोलॉजी के अपग्रेडेशन, लोको पायलटों के विश्राम, नियमित प्रशिक्षण जैसे जरूरी मुद्दों पर विस्तार से बातचीत की। उन्होंने लोको निरीक्षकों से सुझाव भी प्राप्त किए। भारतीय रेलवे विद्युत इंजीनियरिंग संस्थान (आईआरईईएन) में प्रशिक्षणरत चीफ लोको निरीक्षकों के साथ रेल मंत्री की मुलाकात बेहद खास रही। उन्होंने भारतीय रेलवे पर लोकोमोटिव संचालन के आधुनिकीकरण और सुरक्षा उपायों को बढ़ाने से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। रेल मंत्री वैष्णव ने सामान्य रूप से अपने प्रशिक्षण अनुभवों और विशेष रूप से ‘कवच’ के उपयोग के विषय में सीएलआई से बातचीत की। सीएलआई ने इस बारे में बताया कि कैसे कवच प्रणाली गति बनाए रखने और ट्रेन संचालन के दौरान सुरक्षा और समय की पाबंदी दोनों में सुधार करने में आत्मविश्वास बढ़ाती है। चर्चा के दौरान आधुनिक ब्रेकिंग सिस्टम, लोकोमोटिव में नई तकनीक और प्रभावी चालक दल प्रबंधन प्रथाओं पर भी ध्यान केंद्रित किया गया।

सीएलआई ने साझा किए अनुभव
भोपाल डिवीजन के सीएलआई एस.के. राठी ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि जैसे इंटरलॉकिंग स्टेशन मास्टर के लिए पीएससी स्लीपर ट्रैक ट्रैकमैन की मदद करता है, वैसे ही कवच तकनीक लोको पायलटों को सुरक्षित ट्रेन संचालन में सहायता करती है। इसी क्रम में एक सीएलआई ने कहा कि कवच तकनीक न केवल सुरक्षित ट्रेन संचालन की ओर ले जाती है, बल्कि उन्हें और उनके परिवार को तनाव मुक्त भी रखती है। कवच एसपीएडी (सिग्नल पासिंग एट डेंजर ) घटनाओं को रोकने में मदद करता है और लेवल क्रॉसिंग गेट्स पर सुरक्षा सुनिश्चित करता है। इस प्रकार का एक अनुभव सीएलआई ने बताया।

रेलवे के प्रयासों की सराहना
रेल मंत्री ने चालक दल के लिए काम करने की स्थिति में सुधार करने हेतु रेलवे के प्रयासों की सराहना की, जिसमें शत-प्रतिशत वातानुकूलित रनिंग रूम और रनिंग स्टाफ के लिए बेहतर सुविधाएं शामिल हैं। उन्होंने ड्यूटी रोस्टर को विभाजित कर ड्यूटी के समय को कम करने और लोको कैब को एयर-कंडीशनिंग, शौचालय और एर्गोनोमिक सीटों से लैस कर उनकी सुरक्षा बढ़ाने के लिए जारी प्रयासों की भी सराहना की। रेल मंत्री ने सीएलआई से आग्रह किया कि वह आधुनिक प्रौद्योगिकियों का पूरा लाभ उठाएं तथा भारतीय रेलवे के उच्च मानकों को बनाए रखने में निरंतर सीखने, समर्पण और प्रतिबद्धता के महत्व पर बल दिया।