राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पथ संचलन निकाला जगह-जगह पुष्प वर्षा कर किया स्वागत

गाजियाबाद। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पश्चिमी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के तत्वाधान में स्वयंसेवकों के सर्वांगीण विकास के लिए 20 दिवसीय कार्यकर्ता विकास वर्ग- प्रथम सामान्य सरस्वती विद्या मंदिर, नेहरू नगर में चल रहा है। पश्चिम क्षेत्र के अंतर्गत पश्चिमी उत्तर प्रदेश संघ दृष्टि से मेरठ प्रांत, ब्रज प्रांत और उत्तराखंड प्रांत का क्षेत्र आता है। संस्कार की इस पाठशाला में लगभग 300 स्वयंसेवक राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ शारीरिक, बौद्धिक, अनुशासन, व्यवस्था और संस्कार का प्रशिक्षण ले रहे हैं। सोमवार को प्रशिक्षण वर्ग में शिक्षा ले रहे शिक्षार्थियों का पथ-संचलन शिशु विद्या मंदिर से आरंभ होकर यशोदा अस्पताल, चौधरी मोड़ से होते हुए, रमते राम मार्ग, अंबेडकर मार्ग, डासना गेट, मालीवाड़ा चौक, कालका गढ़ी, पत्थर मार्केट से होते हुए विद्या मंदिर स्कूल में संपन्न हुआ।

पथ संचलन में स्वयंसेवकों का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। पथ संचलन में घोष की ताल पर कदम से कदम मिलाकर पूर्ण गणवेश में चल रहे स्वयं सेवकों ने सामाजिक समरसता का संदेश दिया। वर्ग के पालक एवं पश्चिमी उप्र एवं उत्तराखंड के प्रचार प्रमुख पद्म सिंह ने स्वयं सेवकों को बौद्धिक करते हुए हिंदुत्व पर बल देते हुए कहा कि हिंदुओं को संगठित करने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक अहम भूमिका निभा रहे हैं। हर समाज में देशभक्त, अनुशासित, चरित्रवान और नि:स्वार्थ भाव से काम करने वाले लोगों की आवश्यकता रहती है। संघ ऐसे लोगों को तैयार कर उनको संगठित करने का कार्य करता है।

ज्ञान विज्ञान के क्षेत्र में हमारा देश सर्वश्रेष्ठ हो, आर्थिक दृष्टि से वह स्वावलंबी और सम्पन्न हो, इसके लिए संघ संपूर्ण समाज को संगठित करने का प्रयास करता है और कार्यकर्ता विकास वर्ग इसका एक सोपान है। वर्ग में आयोजित प्रदर्शनी समाज को एक दृष्टि देती है कि भारत का जीवन एक प्राचीन विचार है, एक चिंतन है। यह जीवन दृष्टि एकात्म और सर्वांगीण है और यही जीवन दृष्टि भारत की पहचान है। पथ-संचलन कार्यक्रम में में प्रमुख क्षेत्राधिकारी आनंद (संपर्क प्रमुख), नरेश (शारीरिक प्रमुख), तपन (सह-प्रचार प्रमुख), चंद्र शेखर (गौ सेवा प्रमुख), वर्ग के व्यवस्था प्रमुख योगेंद्र, सह व्यवस्था प्रमुख नवीन आदि बंधु उपस्थित रहे।