पढ़ाई के प्रति छात्रा का जज्बा देख पीएमओ का दिल पसीजा

-इंटरनेट के लिए पहाड़ी पर जाकर क्लास अटेंड करने की मजबूरी
-अब गांव में नेट की सुविधा, मिला वाई-फाई कनेक्शन

उदय भूमि ब्यूरो
नई दिल्ली। छात्रा स्वप्नाली सुतार का पढ़ाई के प्रति जज्जा देखकर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) का दिल भी पसीज गया। गांव में इंटरनेट की स्पीड धीमी होने के कारण छात्रा को पहाड़ी पर जाकर क्लास अटेंड करनी पड़ रही थी। ऐसे में स्वप्नाली को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। यह प्रकरण संज्ञान में आने पर पीएमओ के हस्तक्षेप पर गांव में इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। छात्रा को वाई-फाई का कनेक्शन भी दिया गया है। इसके चलते वह अपनी पढ़ाई सुचारू तरीके से करने लगी है। मुंबई से 482 किमी की दूरी पर दारिस्ते गांव आता है। यह कणकवली जनपद में है। इस गांव की छात्रा स्वप्नाली सुतार वेटनरी साइंस की पढ़ाई कर रही है। देशभर में कोविड-19 (कोरोना वायरस) के कारण लॉक डाउन लागू होने से कुछ दिन पहले वह अपने गांव आ गई थी। इसके बाद वापस मुंबई नहीं जा सकी। कॉलेज बंद होने पर ऑनलाइन क्लासेज शुरू हो गईं। इस बीच स्वप्नाली को परेशानी बढऩे लगी। छात्रा के फोन में इंटरनेट कनेक्शन तो था, मगर पूरे गांव में कहीं भी नेटवर्क नहीं मिल पाता था। नतीन स्वप्नाली को गांव से करीब डेढ़ किमी दूर पहाड़ी तक लैपटॉप लेकर जाना पड़ता था। तब वह क्लास अटेंड कर पाती। टीचर द्वारा लॉक डाउन के अनुभव पर निबंध लिखने को कहने पर छात्रा स्वप्नाली की परेशानी जग-जाहिर हो सकी। मराठी अखबार प्रसार में छात्रा का निबंध प्रकाशित होने के बाद यह खबर फैल गई। ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन पर खबर प्रसारित होने के बाद पीएमओ ने छात्रा को मदद का भरोसा दिया। तदुपरांत स्वप्नाली के गांव में ऑप्टिकल फाइबर केबल इंस्टॉल कर उन्हें वाई-फाई का कनेक्शन दे दिया गया। अब वह नियमित रूप से पढ़ाई कर पा रही है। पीएमओ के कदम को ग्रामीणों ने बेहद सराहा है।