आईटीएस इन्स्टिट्यूट ऑफ हेल्थ एण्ड एलाईड साइंसेज में मनाया गया स्ट्रोक सप्ताह

-लक्षण, उच्च जोखिम कारक, तत्काल उपाय, रोकथाम और प्रबंधन पर दी प्रस्तुति

गाजियाबाद। दिल्ली-मेरठ हाईवे स्थित आईटीएस इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एण्ड एलाईड साइंसेज में आम जनता के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए शुक्रवार से 3 नवंबर तक स्ट्रोक सप्ताह मना रहा है। विश्व स्ट्रोक दिवस हर साल 29 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दिन स्ट्रोक की गंभीर प्रकृति और उच्च दर पर जोर देता है। स्ट्रोक दिवस-2023 में थीम ÓÓरोकथाम स्ट्रोक से भी बडा हैÓÓ रखा गया है, जो स्ट्रोक के विनाशकारी प्रभावों को कम करने में रोकथाम की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालता है। फिजियोथेरेपी के छात्रों ने शुक्रवार को स्ट्रोक के लक्षण, उच्च जोखिम कारक, तत्काल उपाय, रोकथाम और प्रबंधन पर एक प्रस्तुति दी।

इस जागरूकता अभियान का उद्देश्य स्ट्रोक के मामलों की घटनाओं को कम करना और स्ट्रोक की रोकथाम में स्वस्थ जीवन शैली जैसे खान-पान और शारीरिक गतिविधि की भूमिका के बारे में आम जनता को शिक्षित करना था। स्ट्रोक के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए रविवार को विभिन्न ग्रामीण स्थानों पर एक निर्देशित और जानकारीपूर्ण नुक्कड़ नाटक का भी मंचन किया गया। इस नुक्कड़ नाटक की मदद से छात्रों ने स्ट्रोक के मरीज को कैसे संभालना है और स्ट्रोक के मरीज की मानसिक स्थिति पर प्रकाश डाला। उन्होंने दूसरों पर निर्भरता के कारण स्ट्रोक के रोगियों में बढती अवसाद दर और इन रोगियों के मानसिक स्वास्थ्य के सुधार के तरीकों के बारे में विस्तार से बताया।

फिजियोथेरेपी शिविर भी इस अभियान का एक हिस्सा है जिसमें 28 अक्टूबर और 3 नवंबर को रोगियों के लिए निशुल्क फिजियोथेरेपी सलाह और उपचार शामिल है। शिविर का लक्ष्य अधिकतम रोगियों को लाभ पहुंचाना था और यह निशुल्क चिकित्सा सुविधा प्रदान करने का नेक काम करता है। फिजियोथेरेपी के सभी छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और डॉ सीएस राम, निदेशक- आईटीएस इन्स्टिट्यूट ऑफ हेल्थ एण्ड एलाईड साइंसेज को लगातार मार्गदर्शन देने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होनें आईटीएस दी-एजूकेशन गु्रप के वाइस चेयरमैन अर्पित चडढा के प्रति भी आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उन्हें नेक कार्य की ऐसी गतिविधियों को संचालित करने के लिए हमेशा प्रोत्साहित किया है।