महर्षि वाल्मीकि के आदर्श युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी: सुनीता दयाल

-महर्षि वाल्मीकि जयंती पर शहर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम
-नगर निगम अधिकारियों ने संभाली व्यवस्था की कमान

गाजियाबाद। नगर निगम द्वारा शहर में शनिवार को आयोजित महर्षि वाल्मीकि जयंती महोत्सव के अंतर्गत वृहद स्तर पर व्यवस्थाओं को संभाला गया। कई स्थानों पर महर्षि वाल्मीकि जयंती के उपलक्ष्य में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। इसी क्रम में नवयुग मार्केट स्थित पार्क में नगर निगम द्वारा महर्षि वाल्मीकि जयंती मनाई गई। जिसमें महापौर सुनीता दयाल मुख्य रूप से एवं नगर निगम कर्मचारी संघ, नगर निगम अधिकारी उपस्थित हुए। महापौर सुनीता दयाल ने सर्वप्रथम महर्षि वाल्मीकि के प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर माल्यार्पण किया और वाल्मीकि जी के चरित्र पर प्रकाश डालते हुए बताया कि रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि जी थे। आज घर-घर में रामायण पढ़ी जाती है, यह महर्षि जी की ही देन है। श्री राम जी के दोनों पुत्र लव-कुश की शिक्षा महर्षि जी द्वारा ही सम्पन्न कराई गई।

महापौर ने बताया कि वाल्मीकि समाज शहर की सफाई में सबसे अधिक योगदान है। हम आज स्वस्थ है, केवल इस समाज के कारण ही ये समाज पूजनीय है। यहां तक कि शहर को स्वच्छ सुंदरता के पुरस्कार दिलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका है समाज की। वाल्मीकि समाज की महिला सफाई कर्मियों का भी माल्यार्पण कर सम्मानित किया। साथ ही जयंती पर आयोजित भंडारे का प्रसाद वितरण किया। नगर निगम द्वारा आयोजित कार्यक्रम में महापौर सुनीता दयाल द्वारा भव्य आयोजन की प्रशंसा की गई। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम कर रहे कलाकारों का मनोबल बढ़ाया। अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार यादव के नेतृत्व में कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कई स्थानों पर भी आयोजित कार्यक्रम भी भव्य रूप से आयोजित हुए।

अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार यादव ने कहा महर्षि वाल्मीकि के आदर्श युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी हैं। हमें उनकी दी गई शिक्षाओं का अनुसरण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज को जाग्रत करने के लिए लोगों को उच्च शिक्षा पर ध्यान देना होगा। हम शिक्षित होंगे तो हमारे बच्चों को आगे बढ़ने का रास्ता मिलेगा। उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि अद्वितीय रचनाकार थे। वाल्मीकि रामायण त्रेता युग के इतिहास का प्रमाणित दस्तावेज है। यह ग्रंथ संस्कृत में लिखा गया है। संस्कृत भाषा राजभाषा बनने के लिए सर्वथा योग्य है।

म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य सिंह मलिक के आदेश अनुसार नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर मिथिलेश, उद्यान प्रभारी डॉक्टर अनुज कुमार सिंह द्वारा मुख्य रूप से शहर में आयोजित कार्यक्रमों में व्यवस्था संभाली। पार्कों की सफाई व्यवस्था एवं मुख्य मार्ग की सफाई व्यवस्था पर विशेष जोर दिया गया। कई वार्डों में पार्षदों द्वारा भी अपने-अपने क्षेत्रवासियों के साथ मिलकर महर्षि वाल्मीकि जयंती का उत्सव मनाते हुए उनको याद किया गया।