तरुण मिश्र ने सांसद मोहम्मद खालिद सिद्दीकी व दिल विकास राज भण्डारी से की मुलाकात

-नेपाल को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की उठाई मांग

काठमांडूृ। नेपाल की राजधानी काठमांडू में अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री सह दधिमथी गौ सेवा नेपाल के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं ब्राह्मण सेवक तरुण मिश्र ने अपने चार दिवसीय दौरे के तीसरे दिन शनिवार को नेपाल के सांसद मोहम्मद खालिद सिद्दीकी एवं राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिल विकास राज भण्डारी से मुलाकात कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। तरुण मिश्र ने कहा नेपाल की पूर्व की विरासत को कायम करने के लिए एक बार फिर से नेपाल को हिंदू राष्ट्र घोषित करना बहुत ही जरुरी हो गया। जिस नेपाल की पहचान हिंदू राष्ट्रीय थी, वहीं अब हिंदुओं की संख्या घटने लगी है। नेपाल दुनिया का इकलौता देश है जो कभी किसी का गुलाम नहीं रहा। इसलिए इसकी हिंदू संस्कृति समृद्ध होती रही और बाहरी आक्रामणकारियों का यहां कुछ ज्यादा प्रचार प्रसार नहीं हो सका। साल 1765 में नेपाल पर गोरखा राजा पृथ्वी नारायण शाह का राज था।

28 मई 2008 को नवनिर्वाचित संविधान सभा ने 240 साल पुरानी राजशाही को खत्म करते हुए नेपाल को एक संघीय लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित किया। इसके साथ ही दुनिया के इकलौते हिंदू राष्ट्र को सेकुलर नेशन घोषित कर दिया गया। नेपाल की मिनिस्ट्री ऑफ अफेयर्स की वेबसाइट के मुताबिक 2011 की जनगणना के अनुसार नेपाल में हिंदुओं की आबादी 81.3 प्रतिशत (21,551,492) है। बौद्ध 9 प्रतिशत (2,396,099), इस्लाम 4.4 प्रतिशत (1,162,370), किरत 3.1 प्रतिशत (807,169), ईसाई 1.4 प्रतिशत (375,699), प्रकृति 0.5 प्रतिशत (121,982), बोन (13,006), जैन (3,214), बहाई (1,283) और सिख (609) हैं। सबसे ज्यादा आबादी हिंदुओं की होने के बाद भी नेपाल को हिंदू राष्ट्र घोषित नहीं किया जा रहा है। गौरतलब हो कि नेपाल को हिंदू राष्ट्र घोषित की मांग को लेकर राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिल विकास राज भण्डारी पिछले कई वर्षों से संघर्ष कर रहे है।