यूपी में हुए बदलाव और योगी सरकार के काम की लंदन में होती है चर्चा इंडियन पार्टनरशिप फोरम लंदन के प्रेसिडेंट डॉ. मोहन कौल ने कहा यूपी में निवेश करने को लेकर प्रवासी निवेशक हैं उत्साहित

डॉ. मोहन कौल यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में निवेश करने वाले यूके के उद्यमियों के दल का नेतृत्व कर रहे हैं। डॉ. कौल ने कहा कि पहले यूके के निवेशक उत्तर प्रदेश में आने से कतराते थे। भारत के राज्यों की सूची में उत्तर प्रदेश सबसे नीचे आता था। लॉ एंड ऑर्डर और एडमिनिस्ट्रेटिव सिस्टम की स्थिति ठीक नहीं थी। फोरम से जुड़े उद्यमी गुजरात, तमिलनाडू, गुरूग्राम सहित अन्य स्थानों पर आते थे लेकिन यूपी में आने से परहेज करते थे। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद हुए बदलाव को महसूस किया जा सकता है।

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। यूपी की फिजा बदल गई है इसकी गुंज अब सात समंदर पार तक सुनाई दे रही है। उत्तर प्रदेश में हुए बदलाव और योगी सरकार के काम की चर्चा लंदन में भी खूब हो रही है। इंडियन पार्टनरशिप फोरम लंदन (यूके) के प्रेसिडेंट डॉ. मोहन कौल ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में यह बातें कही। डॉ. मोहन कौल यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में निवेश करने वाले यूके के उद्यमियों के दल का नेतृत्व कर रहे हैं। डॉ. कौल ने कहा कि पहले यूके के निवेशक उत्तर प्रदेश में आने से कतराते थे। भारत के राज्यों की सूची में उत्तर प्रदेश सबसे नीचे आता था। लॉ एंड ऑर्डर और एडमिनिस्ट्रेटिव सिस्टम की स्थिति ठीक नहीं थी। फोरम से जुड़े उद्यमी गुजरात, तमिलनाडू, गुरूग्राम सहित अन्य स्थानों पर आते थे लेकिन यूपी में आने से परहेज करते थे। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद हुए बदलाव को महसूस किया जा सकता है।

इंडियन पार्टनशिप फोरम की अगुवाई में यूके की 16 कंपनियां इलेक्ट्रानिक्स, मेडिकल और एनर्जी सेक्टर में निवेश करेंगी। ये कंपनियां मेक इन इंडिया के तहत भारत में प्रोडक्ट तैयार कर उसे विदेशों में निर्यात भी करेगी। जिन प्रोडक्ट का पेटेंट हो चुका है उसे यमुना सिटी में बनाया जाएगा। सितंबर में होने वाले जी-20 समिट के दौरान ब्रिटिश प्रधानमंत्री की मौजूदगी में निवेश और जमीन आवंटन से संबंधित पत्र सौंपे जाएंगे। सरकारी सिस्टम और यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह के कार्यशैली की तारीफ करते हुए मोहन कौल ने कहा कि यूपी का सरकारी सिस्टम और अधिकारी इतने फास्ट हो सकते हैं यह पहली बार एहसास हुआ। यमुना प्राधिकरण में सिंगल विंडो सिस्टम की तरह सभी काम हो रहे हैं।

यूपी ग्लोबल इनवेस्टर समिट में इंडियन पार्टनरशिप फोरम ने चार हजार करोड़ रुपये के निवेश पर एमओयू किए थे। इसी सिलसिले में फोरम के प्रेसीडेंट डॉ. मोहन कौल बुधवार को यमुना प्राधिकरण पहुंचे और सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि दो चरणों में 16 कंपनियां यहां आएंगी। पहले चरण में छह कंपनियां आएंगी। उन्होंने बताया कि यूके में बस चुके भारतीय उद्यमी यहां पर निवेश करना चाहते हैं। कौल ने कहा कि पहले उप्र में निवेश के लिए रडार पर नहीं आता था। अब यहां पर निवेश के लिए आ रहे हैं। ये सभी कंपनियां इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र की हैं। इसमें मेडिकल डिवाइस, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, क्लीन एनर्जी, हाइड्रोजन एनर्जी पर काम करने वाली कंपनियां शामिल हैं। ये सभी यहां पर आएंगी। यमुना प्राधिकरण सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि सेक्टर-7 में इन कंपनियों को जमीन आवंटित की जाएगी। इसके लिए फोरम ने 130 एकड़ जमीन मांगी है। ये कंपनियां फोरम की अगुवाई में यहां आएंगी। यहां पर अपने पेटेंट कराए उत्पाद को यहां बनाएंगी। फोरम के अध्यक्ष ने साइट का दौरा किया है।