चीफ इंजीनियर के हंटर का असर, ठेकेदार ने पुरानी सड़क तोड़कर फिर से बनाई नई सड़क

– काम की गुणवत्ता को लेकर शिकायत मिलने के बाद रोक दिया गया है कई ठेकेदारों का भुगतान
– ठेकेदारों में दिख रहा है कार्रवाई का खौफ, काम की गुणवत्ता को लेकर हो गये हैं सर्तक

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। काम की गुणवत्ता को लेकर नगर निगम के सख्त रुख के बाद ठेकेदारों में हड़कंप मचा हुआ है। खराब काम करने वाले ठेकेदारों का जहां भुगतान रोका जा रहा है वहीं काम की गुणवत्ता में कोई कमी पाये जाने पर पुराने काम को तुड़वाकर फिर से नया काम करवाया जा रहा है। नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर का स्पष्ट निर्देश है कि काम की गुणवत्ता को लेकर किसी भी तरह का समझौता न किया जाये। ऐसा करने वाले इंजीनियर भी कसूरवार माने जाएंगे। नगरायुक्त के निर्देशानुसार चीफ इंजीनियर ने ना सिर्फ जूनियर इंजीनियरों के पेंच कसे बल्कि ठेकेदारों पर भी जोरदार हंटर चलाया। चीफ इंजीनियर के हंटर का असर रहा कि ठेकेदार ने पुरानी सड़क को उखाड़ कर फिर से नये तरीके से मजबूत सड़क का निर्माण करने में जुटे हैं।

Nagar Nigam Road
सौर ऊर्जा मार्ग पर बनाई गई नई सड़क। इस सड़क को तोड़कर ठेकेदार द्वारा दुबारा बनवाया गया है।

विदित हो कि पिछले सप्ताह काम की गुणवत्ता को लेकर शिकायत मिलने के बाद चीफ इंजीनियर एनके चौधरी ने डीकेएस इंफ्रास्ट्रक्चर और शांतनु कंस्ट्रक्शन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की थी। इन दोनों ठेकेदारों के खिलाफ काम की गुणवत्ता को लेकर लापरवाही बरतने के आरोप लगे थे। आरोप लगा कि ठेकेदार ने डेंस की सड़क निर्माण में बिटुमिन्स और तारकोल की मानक का ख्याल नहीं रखा। सौर ऊर्जा मार्ग पर डीके एस कंस्ट्रक्शन द्वारा काम कराया गया था और यहां सूर्यनगर पुलिस चौकी के पास बृज विहार की तरफ से साईट-4 जाने वाली सड़क पर गिट्टी बिखरे हुए थे। ठेकेदार से काम की गुणवत्ता को लेकर जवाब पूछा गया। ठेकेदार ने बताया कि सौर ऊर्जा मार्ग गाजियाबाद और दिल्ली को जोड़ता है। ऐसे में यहां पर हमेशा हैवी ट्रैफिक रहता है। यह सड़क औद्योगिक क्षेत्र से होकर निकलता है। इस कारण इस रास्ते से भारी ट्रक भी गुजरते हैं। सड़क निर्माण के तत्काल बाद स्थानीय लोगों ने सड़क की बैरिकेटिंग हटा दी थी। इस कारण इस पर तुरंत ट्रैफिक का मूवमेंट शुरू हो गया। नई सड़क को जमने का समय नहीं मिला और हैवी ट्रैफिक की वजह से सड़क के एक हिस्से में गिटटी निकलने लगी।Chief Engineer NK Chowdhary

चीफ इंजीनियर ठेकेदार की इस दलील से संतुष्ट नहीं हुए और पुरानी सड़क को उखाड़ कर नई सड़क बनाने का निर्देश दिया। इसके अलावा ठेकेदार का भुगतान भी रोक दिया। चीफ इंजीनियर के सख्त रूख को भांपते हुए ठेकेदार ने तत्काल पुरानी सड़क को जेसीबी से तुड़वा और वहां पर फिर से नई सड़क का निर्माण कराया। सड़क निर्माण के समय नगर निगम के जूनियर इंजीनियर भी मुस्तैद रहे कि कहीं फिर से ना कोई कमी रह जाये। चीफ इंजीनियर द्वारा डीकेएक कंस्ट्रक्शन और शांतनु कंस्ट्रक्शन के खिलाफ की गई इस कार्रवाई का खौफ अन्य ठेकेदारों पर भी देखा जा रहा है। पिछले दिनों सिटी जोन में भी एक ठेकेदार से दोबारा नाला बनवाया गया था। ऐसे में ठेकेदार काम की गुणवत्ता को लेकर सर्तक हो गये हैं। एक ठेकेदार ने बताया कि गुणवत्ता बेहतर रखने से भले ही कमाई थोड़ी कम होगी। लेकिन यदि भुगतान रूक गया या किसी काम को दुबारा करना पड़ जाये तो वह बेहद नुकसानदायक हो जाता है। बहरहाल नगर निगम अधिकारियों के सख्त रवैये का असर फिलहाल तो दिखाई दे रहा है लेकिन यह असर कब तक रहेगा यह भी देखना होगा।