निगम मुख्यालय में धरना दे रहे थे कर्मचारी नगर आयुक्त की बात सुनकर बजाने लगे ताली खत्म की हड़ताल

– नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ ने कर्मचारियों की मांगें मानी लेकिन अनुशासन की सीमा में रहने की दी सख्त चेतावनी
– नगर आयुक्त ने कहा अगर निगम कर्मचारियों को कोई कष्ट होगा तो मैं मुस्कुरा नहीं सकता हूं
– कर्मचारियों की 15 सूत्रीय मांगों को मानते हुए उसे पूरा करने के लिए अधिकारियों को दिया आवश्यक निर्देश

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। नगर निगम मुख्यालय में मंगलवार दोपहर निगम कर्मचारी धरना दे रहे थे। कर्मचारियों ने चेतावनी दी थी कि जब तक उनकी सभी मांगें नहीं मानी जाएगी वह आंदोलन खत्म नहीं करेंगे। कर्मचारियों में नगर आयुक्त और निगम अधिकारियों को लेकर रोष था। लेकिन जब नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ धरना दे रहे कर्मचारियों के बीच पहंचे और कर्मचारियों को संबोधित करते हुए अपनी बातें को रखा तो कर्मचारी खुश होकर तालियां बजाने लगे। नगर आयुक्त ने कर्मचारियों की हर जायज मांगों को मानने का आश्वासन दिया साथ ही कर्मचारियों को अनुशासन की सीमा में रहने को लेकर चेतावनी भी दी। कर्मचारियों की 15 सूत्रीय मांग को लेकर नगर आयुक्त ने निगम अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। नगर आयुक्त के संंबोधन के बाद नगर निगम कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष रविंद्र कुमार ने आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की।


नवयुग मार्केट स्थित निगम मुख्यालय स्थित पार्क में धरना पर बैठे कर्मचारियों को संबोधित करते हुए नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ ने कहा कि मेरे लिए सभी निगमकर्मी नगर निगम परिवार का हिस्सा हैं। महामंत्री हो या अध्यक्ष या फिर कोई अन्य कर्मचारी मेरे लिए सभी बराबर हैं। अगर किसी भी निगम कर्मचारी को कोई कष्ट होगा तो मैं स्माइल (खुशी जाहिर) नहीं कर सकता। आपकी समस्याओं को सुनना और उसका निराकरण करना मेरे लिए जरूरी कार्य है। नगर आयुक्त की इन बातों को सुनकर धरना पर बैठे कर्मचारी ताली बजाने लगे। नगर आयुक्त ने कहा कि नियम पूर्वक सभी अधिकारी गण कर्मचारियों के हित में सदैव प्रयासरत हैं, कर्मचारी गण गाजियाबाद नगर निगम के महत्वपूर्ण अंग हैं। गाजियाबाद नगर निगम कर्मचारी संघ द्वारा की गई मांगों को पूरा करने हेतु कार्यवाही प्रथम दिन से ही जारी है जिसमें कुछ कार्यों के लिए आवश्यक कार्यवाही भी की जा चुकी है। नगर आयुक्त ने निगम अधिकारियों को निर्देश दिया कि वह निगम कर्मचारियों के हित में किये गये कार्यों से कर्मचारियों को अवगत कराये।
नगर आयुक्त ने सभी कर्मचारियों से उनका हालचाल पूछते हुए 15 सूत्रीय मांग पत्र पर चर्चा करते हुए सभी मांगों पर आवश्यक कार्यवाही करने हेतु संबंधित विभागों को निर्देश दिया। कर्मचारियों का वर्दी का वितरण, कर्मचारियों की पदोन्नति के लिए डीपीसी, मेडिकल बिल का भुगतान सहित कई अन्य मांगों को लेकर नगर आयुक्त ने अपनी बात रखी। नगर आयुक्त की बात सुनकर कर्मचारी काफी खुश हुए और तालियों की गरगराहट के साथ उनको धन्यवाद दिया। नगर आयुक्त के संबोधन के बाद नगर निगम कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष रविंद्र कुमार ने कार्य वहिष्कार आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की। रविंद्र कुमार ने कहा कि कर्मचारियों की मांगें मान ली गई है। ऐसे में नगर निगम हित एवं नगर आयुक्त के सम्मान में निगम कर्मचारी कार्य बहिष्कार को समाप्त करते हैं। इस दौरान अपर नगर आयुक्त शिवपूजन यादव, महाप्रबंधक जल आनंद कुमार त्रिपाठी, उद्यान निरीक्षक अजय कुमार गाजियाबाद नगर निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रविंद्र कुमार, महामंत्री नितिन भारद्वाज, संजय शर्मा सहित कर्मचारी यूनियन के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।

अनुशासनहीनता और नियम विपरीत कार्य बर्दाश्त नहीं
नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ ने निगम कर्मचारियों को कामकाज को लेकर नसीहत देते हुए कहा कि सभी को नगर निगम का हित सर्वोपरि रखना होगा। नगर आयुुक्त ने कर्मचारियों के कार्यों की सराहना की लेकिन उन्हें अनुशासन में रहने की सख्त चेतावनी दी। नगर आयुक्त ने कहा कि अनुशासनहीनता और नियम विपरीत कार्य कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। निगम कर्मचारी को जारी स्पष्टकरण को लेकर नगर आयुक्त ने कहा कि स्पष्टीकरण एक प्रक्रिया है, यह कोई सजा नहीं है। यदि किसी कर्मचारी की कोई बात है, कोई समस्या है तो उसे रखे, लेकिन अनुशासनहीनता को सहन नहीं किया जाएगा।

आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे स्वायत्त शासन कर्मचारी संगठन के पदाधिकारी
गाजियाबाद नगर निगम कर्मचारियों के कार्य वहिष्कार आंदोलन को समर्थन देने के लिए स्वायत्त शासन कर्मचारी संगठन के पदाधिकारी भी पहंचे। संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष ललित त्यागी, प्रांतीय संरक्षक सुभाष शर्मा आदि काफी देर तक धरना में बैठे रहे। स्वायत्त शासन कर्मचारी संगठन के प्रातीय उप मंत्री चौब सिंह ने कहा कि स्वायत्त संगठन कर्मचारियों के साथ है। प्रांतीय अध्यक्ष ललित त्यागी ने निगम कर्मचारियोें के आंदोलन के समर्थन में गाजियाबाद के नगर पालिकाओं के कर्मचारियोें के शामिल होने की बात कही है।