मेवाड़ में महिला सम्मान दिवस पर दो महिलाएं सम्मानित

-केवल एक नहीं हर दिन महिलाओं को दें सम्मान: भारती तनेजा

गाजियाबाद। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के ऑडिटोरियम में एल्पस ग्रुप की संस्थापक, निदेशक और राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित डॉ. भारती तनेजा ने बतौर मुख्य अतिथि कहा कि साल में केवल एक दिन नहीं बल्कि हर दिन महिलाओं को सम्मान दें। महिला पुरुषों के मुकाबले मल्टी टास्कर होती हैं। उनमें जुनून और आंतरिक सौन्दर्य प्रचुर मात्रा में भगवान ने दिया है। इसलिए पुरुष महिलाओं को कहीं कमतर न समझें। दोनों ही एक-दूसरे के कंधे से कंधा मिलाकर चलें। विशिष्ट अतिथि ओम शांति रिट्रीट सेंटर की शिक्षिका बीके येशु ने अपने विशेष सेशन में विद्यार्थियों और मेवाड़ स्टाफ को मेडिटेशन कराने के अलावा ब्यूटी, ड्यूटी और फ्लाई के अर्थ बताये। साथ ही कहा कि अपने गुस्से और अहंकार को दूर भगाओ और शांति एवं प्यार को अपनाओ।

हमारे शब्द और सोच ही हमारी आंतरिक सुन्दरता होती है। मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार गदिया ने महिलाओं को स्वावलंबी बनने की बात कही। उन्होंने कहा कि महिलाओं को देखने के दृष्टिकोण में बदलाव आना जरूरी है। उन्होंने कहा कि महिलाएं अपनी ताकत को पहचानें। उठें, शक्तिशाली व स्वावलम्बी बनकर अपना ही नहीं देश के सोच का रुख भी बदल दें। मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल ने कहा कि धारा के विपरीत बहकर भी आस-पास का माहौल परखें और देश को अपनी सोच से एक नई दिशा दें। देश के विकास में महिलाओं की भागीदारी के बिना कुछ भी संभव नहीं है।

उन्होंने कहा कि महिलाएं अबला नहीं हैं। पुरुष उन्हें कमजोर न समझें। महिला हर क्षेत्र में आज अपने आपको साबित करने में लगी है। उसके हौसले व जज्बे को पुरुष सलाम करना सीखें। समारोह में डॉ. गदिया और डॉ. अलका अग्रवाल ने डॉ. भारती तनेजा और बीके येशु को शॉल और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। समारोह में विद्यार्थियों ने महिला दिवस पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। संचालन रंजना मिश्रा ने किया। इस अवसर पर मेवाड़ इंस्टीट्यूशन्स का समस्त स्टाफ भी मौजूद रहा।