लोकसभा चुनाव में शराब का इस्तेमाल रोकने को मुस्तैद आबकारी विभाग

-अवैध शराब समेत तस्कर गिरफ्तार, दुकान बंद होने के बाद करता था तस्करी

गौतमबुद्ध नगर। लोकसभा चुनाव को लेकर अवैध शराब बनाने और बिक्री करने को लेकर आबकारी विभाग अलर्ट मोड पर है। विभाग द्वारा समय-समय पर अभियान चला कर लोगों को जागरूक करने के साथ ही कार्रवाई भी की जाती है। जनपद के सभी तहसीलों में आबकारी विभाग द्वारा टीम गठित कर अवैध शराब बनाने व बिक्री करने के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान अवैध शराब बनाकर बिक्री करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है। आदर्श आचार संहिता में अवैध शराब व्यापार पर अंकुश लगाए जाने को लेकर जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में टीम गठित की गई। लोकसभा चुनाव में शराब की डिमांड अधिक बढ़ जाती है। यही वजह है कि धंधेबाज बड़ी मात्रा में चुनाव को प्रभावित करने के उद्देश्य से बाहरी राज्यों से शराब तस्करी की जुगत में रहते है। मगर आबकारी विभाग की स्पेशल टीम ने होली पर्व को सकुशल संपन्न कराने के बाद लोकसभा चुनाव को भी सकुशल संपन्न कराने के लिए अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। इसी क्रम में अवैध रुप से शराब तस्करी कर रहे एक तस्कर को आबकारी विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया तस्कर क्षेत्र की लाइसेंसी शराब की दुकान से ही शराब खरीद कर उक्त शराब को दुकान बंद होने के बाद महंगे दामों में बेचता था।

जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने बताया आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर जनपद में अवैध शराब को लेकर आबकारी विभाग की टीम द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। अवैध शराब के कारोबार में लिप्त तस्करों को पर कार्रवाई करते हुए जेल भेजा जा रहा है। गुरुवार को आबकारी निरीक्षक नामवर सिंह एवं थाना दनकौर की संयुक्त टीम द्वारा गांव दलेलगढ़ के पास विशेष अभियान चलाकर दबिश दी गई। दबिश के दौरान गांव दलेलगढ़ में अवैध रुप से शराब तस्करी कर रहे भोला उर्फ तेजवीर पुत्र गज्जू सिंह को गिरफ्तार किया गया। जिसके कब्जे से यूपी मार्का मिस्टर ब्रांड देसी शराब के 90 पौवे बरामद किया गया।

पकड़ा गया तस्कर क्षेत्र की लाइसेंसी शराब की दुकान से ही शराब खरीद कर उक्त शराब को दुकान बंद होने के बाद महंगे दामों में बेचता था। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया लोकसभा चुनाव में वोटरों को प्रभावित करने के लिए कहीं शराब का इस्तेमाल न हो, इसके लिए अवैध शराब के कारोबार पर रोक लगाने के साथ ही बिक्री और स्टॉक के रिकॉर्ड की रोजाना रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। कहीं भी अप्रत्याशित वृद्धि की सूचना मिलती है, तो संबंधित से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। संतोषजनक जवाब न मिलने पर कार्रवाई की संस्तुति करते हुए रिपोर्ट प्रेषित कर दी जाएगी। जिसके लिए टीम द्वारा प्रतिदिन दुकानों पर भी रजिस्टर चेक किया जा रहा है।