पुरानी पेंशन बहाल कराने महाराष्ट्र से निकली साइकिल यात्रा का अटेवा ने किया स्वागत

नई पेंशन नीति के विरोध में और पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग को एकजुट हुए शिक्षक

गाजियाबाद। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर महाराष्ट्र से राजेन्द्र (आरडी) निकम द्वारा निकाली जा रही साइकिल यात्रा बुधवार दोपहर गाजियाबाद पहुंच गई। गाजियाबाद पहुंचने पर यात्रा का भव्य स्वागत हुआ। पुरानी पेंशन बहाली की मांग अब अंतिम पड़ाव पर पहुंच गई है। इस दौरान कविता चौधरी, मनीष कुमार शर्मा (जिला अध्यक्ष), रामशेष वर्मा (जिला महामंत्री), प्रदीप चौहान (जिला कोषाध्यक्ष), सतेंद्र सिंह (जिला संगठन मंत्री), प्रवीण कुमार, राजमणि (जिला अध्यक्ष हापुड़), राकेश कुमार (संयुक्त मंत्री ब्लॉक भोजपुर), एसपी सिंह (जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष), जाकिर हुसैन (प्रदेश आईटी सेल प्रभारी टीएससीटी) उपस्थित रहे।

साइकिल यात्रा का गाजियाबाद की अटेवा टीम ने उनका मेरठ रोड स्थित गुलधर रैपिड रेल स्टेशन पर भव्य स्वागत किया एवं वहां से रात्रि विश्राम के लिए गाजियाबाद शहर में साइकिल पेंशन यात्रा निकालते हुए जागरूकता अभियान चलाया। गुरुवार को विभिन्न कार्यालयों में साइकिल यात्रा से अटेवा टीम के साथ 1 अक्टूबर दिल्ली की पेंशन शंखनाद रैली के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। आरडी निकम एवं प्रदेश मीडिया प्रभारी अटेवा कुलदीप सैनी का अटेवा टीम ने स्वागत किया। राजेन्द्र निकम मालेगांव के रहने वाले हैं और सेवानिवृत्त अध्यापक हैं। 3 सितम्बर से उन्होंने महाराष्ट्र से दिल्ली के लिए अपनी साइकल यात्रा शुरू कर दी थी। पुरानी पेंशन के लिए सायकिल यात्रा के द्वारा लोगों को जागरूक कर रहे हैं व एक अक्टूबर को दिल्ली पेंशन महारैली में पहुंचने का अनुरोध भी कर रहे हैं।

आरडी निकम ने कहा संविधान के अनुच्छेद 309 के अनुसार केंद्र और राज्य सरकारों को अपने कर्मचारियों के लिए वेतन-भत्ते सहित अन्य सुविधाएं प्रदान करने का अधिकार है। जब एक बार सांसद-विधायक बनने पर ही राजनेताओं की पेंशन शुरू हो जाती है तो लंबी अवधि तक सरकारी नौकरी करने वाले कर्मचारियों की पेंशन क्यों बंद कर दी गई है। उन्होंने कहा कि पहले आंदोलन करके सरकार को दिखा चुके है और जरूरत पड़ी तो पहले से भी बड़ा आंदोलन किया जाएगा। जो भी राजनीतिक पार्टी हमें ओपीएस देगी या इसको बहाल करने का वादा करेगी, कर्मचारी उसी का चुनाव में साथ देंगे। अटेवा जिलाध्यक्ष मनीष शर्मा ने कहा वास्तविकता यह है कि नई पेंशन स्कीम किसी के लिए भी हितकारी नहीं है। पुरानी पेंशन बहाली पर सरकार पर कोई अतिरिक्त बोझ नहीं पडऩे वाला। नई पेंशन सिर्फ छलावा मात्र है। उन्होंने कहा कि सरकार अब नई पेंशन योजना के फायदे गिनाना बंद करे और तत्काल पुरानी पेंशन लागू करें।