महाशिवरात्रि पर बम-बम भोले के जयकारों की गूंज, जलाभिषेक के लिए उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

-ड्रोन कैमरों से की निगहबानी, मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था में मुस्तैद रहे पुलिसकर्मी

गाजियाबाद। महाशिवरात्रि पर्व पर मंदिरों में सुबह से भगवान शिव के जलाभिषेक को श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। बम-बम भोले के जयकारों की गूंज से पूरा वातावरण भक्तिमय हो रहा था। कतार में लगे श्रद्धालुओं को जलाभिषेक के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। मंदिरों के आसपास सुबह से मेले का माहौल बना था। जलाभिषेक के लिए मंदिरों में विशेष व्यवस्था की गई थी। वहीं, केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने पत्नी व बेटी के साथ मंदिर में पहुंचकर जलाभिषेक किया। वहीं, जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने भी भगवान शिव को जलाभिषेक किया। सिद्धपीठ दूधेश्वर नाथ मंदिर में उमड़ी भक्तों की भारी भीड़ के चलते पुलिस ने भक्तों को चांटे लगाकर लाइन में खड़ा किया। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।इस मामले में दो पुलिसकर्मियों को लाइन हााजिर कर दिया गया। कांवडिय़ों एवं भक्तों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए बड़ी संख्या में पुलिसफोर्स तैनात की गई थी।वहीं,ड्रोन कैमरों से निगाहबानी की गई।

शिव भक्त रुद्रभिषेक के बाद शिवलिंग पर जलाभिषेक किया।इसके अलावा जिले में मोदीनगर,मुरादनगर,मसूरी,डासना,गोविंदपुरम समेत मोहन नगर मंदिर और कैलास मानसरोवर भवन में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस बल तैनात रहा। मोहन मंदिर पर महाशिवरात्रि पर सबसे अधिक भीड़ होती है। भीड़ को देखते हुए शुक्रवार को ही सभी तैयारी पूरी कर ली गईं थीं। सुबह तड़के ही इस मंदिर में भक्तों की कतार लग गई। इसके अलावा शिप्रा सनसिटी के शिव हनुमान मंदिर, शिप्रा रिवेरा के प्राचीन हनुमान मंदिर में भी बड़ी संख्या में शिव भक्त पहुंचे। भोलेनाथ का श्रृंगार किया। इसके अलावा प्राचीन सनातन धर्म मंदिर,पाश्र्वनाथ पैराडाइज स्थित श्री शिव शक्ति मंदिर सहित अन्य मंदिरों में प्रात:रुद्राभिषेक किया गया। मंदिरों में लोग जलाभिषेक व पूजा करने के लिए पहुंच रहे हैं। विश्व कल्याण के लिए मंदिरों में पूजा की गई। शाम के समय लोग लोगों ने कीर्तन व आरती की। कैलाश मानसरोवर भवन में जलाभिषेक एवं भगवान भोलेनाथ का श्रृंगार और अभिषेक किया गया।वहीं,लोनी तिराहा स्थित शिव मंदिर, दुर्गा मंदिर, बंथला चिरोड़ी मार्ग स्थित मोक्ष धाम मंदिर, बार्डर जल वाला मंदिर सहित अन्य मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की भीड़ लग गई। शाम तक लोगों ने जलाभिषेक किया।

नगर निगम एवं नगर पालिका परिषद के सफाई कर्मचारी सुबह से ही मंदिरों के बाहर सफाई करने में लगे रहे। मंदिरों के बाहर श्रद्धालुओं की लाइन लगी रही। मंदिर के गेट पर पुलिस की तैनाती की गई थी। वहीं,कुछ पुलिसकर्मी सादे कपड़ों में भी तैनात रहे। मंदिरों के पास संदिग्ध लोगों पर नजर रखी गई। वहीं, अधिकारी मंदिरों का लगातार निरीक्षण करते रहे। सीसीटीवी कैमरों से व्यवस्था देखी गई। नगर निगम की ओर से भक्तों के लिए गंगाजल की व्यवस्था की गई। दूधेश्वरनाथ मंदिर की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रखने के लिए लगभग 1000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। इसके अलावा डीसीपी नगर निपुण अग्रवाल, एसीपी कोतवाली अंशु जैन व अन्य पुलिस अधिकारी चप्पे-चप्पे पर नजर रखे हुए थे।इनके अलावा सादे कपड़ों में महिला व पुरुष पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए थे। वहीं, एलआईयू की टीम भी नजर रखे हुए थी। एलआईयू की महिला पुलिसकर्मियों को मंदिर परिसर के अंदर व बाहर ड्यूटी लगाई गई थी। ताकि संदिग्ध लोगों की पहचान की जा सकें।

दूधेश्वरनाथ मंदिर में उमड़ी कांवडिय़ों व भक्तों की भीड़ को संभालने एवं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चाक-चौबंद व्यवस्था की गई। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था संभालने में लगे रहे। मंदिर परिसर में डीसीपी निपुण अग्रवाल,एडीएम सिटी बिपिन कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट गंभीर सिंह, एसडीएम सदर विनय कुमार सिंह,अपर नगर मजिस्ट्रेट शाल्वी अग्रवाल, सिविल डिफेंस के डिप्टी वार्डन अनिल अग्रवाल आदि अधिकारी मुस्तैद रहे। वहीं, मंदिर के अंदर व बाहर परिसर में पुलिस फोर्स तैनात रहीं। बैरिकेट्स लगाकर भक्तों की लाइन लगाई गई। वहीं, सिविल डिफेंस के वॉलिंटियर भी व्यवस्था में जुटे रहे। दूधेश्वर नाथ मंदिर के अलावा शहर के अन्य शिवालयों में खूब भीड़ रही। राजनगर के सेक्टर-9 सनातन धर्म मंदिर, कविनगर स्थित स्वयंभू शिव मंदिर,डासना शिव शक्तिधाम,शिव मंदिर नासिरपुर फाटक आदि शिव मंदिरों में सुबह से भक्तों की भीड़ लगना शुरू हो गई। भक्तों ने दूध,गंगाजल,पंचामृत,बेलपत्र,भांग,धतूरा अपर्ण कर भगवान शिव का पूजन करते हुए जलाभिषेक किया।

लाइन में लगकर भक्तों ने किया जलाभिषेक
शहर के प्राचीन सिद्धपीठ दूधेश्वर नाथ मंदिर समेत अन्य मंदिरों में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। चतुर्दशी का जलाभिषेक करने के लिए भक्त शुक्रवार की रात 10 से ही लाइन में लगना शुरू हो गए थे। रात 12 बजे के बाद भगवान दूधेश्वर का श्रृंगार आरती व भोग अर्पण करने के बाद मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए गए। रात 12 बजे से शुरू हुआ जलाभिषेक का सिलसिला शनिवार शाम तक जारी रहा। रात 12 बजे ही भक्तों की लाइन जिला अस्पताल के गेट तक पहुंच गई। वहीं, शनिवार को घंटाघर तक भक्तों की लंबी लाइन लग गई। भीड़ का आलम यह था कि उसे नियंत्रित करने के लिए एक साथ तीन लाइन लगानी पड़ीं। सुबह होते ही मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ने लगा।

पहली बार ठाकुरद्वारा रोड की ओर से भक्तों की लाइन लगाई गई। लगातार भक्त घंटो लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे। धूप और घंटों का इंतजार भी भक्तों के उत्साह को कम नहीं कर पाया। मंदिर के श्री महंत नारायण गिरि महाराज ने बताया कि भगवान भोले अपने भक्तों से सदैव प्रसन्न रहते हैं। भक्ति का आलम यह था कि शिवभक्त लेट-लेट कर जलाभिषेक करने पहुंचे जिसमे बड़ी संख्या में बच्चे और महिलाएं शामिल रहीं।नगर निगम की ओर से मंदिर में भक्तों के लिए गंगाजल की भी व्यवस्था की गई थी। इस दौरान मंदिर विकास समिति के अध्यक्ष धर्मपाल गर्ग, विजय मित्तल, एसआर सुथार, गिरीशानंद गिरि महाराज आदि मौजूद रहे।

केंद्रीय राज्यमंत्री-डीएम समेत भक्तों ने किया जलाभिषेक
महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह धर्मपत्नी भारती सिंह,सुपुत्री मृणालिनी व सिंह,कुलदीप चौहान के साथ सिद्धपीठ दूधेश्वर नाथ मंदिर पहुंचे। उन्होंने विधिवत भगवान शिव का जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना की। इसके बाद मंदिर के श्री महंत नारायण गिरि का आर्शीवाद लिया। उन्होंने कहा कि भगवान शिव कण-कण में मौजूद हैं। उनका आर्शीवाद सदैव सभी पर बना रहे।जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने भी भगवान शिव का जलाभिषेक किया। मंदिर में इसके अलावा अन्य गणमान्य लोगों ने भी जलाभिषेक किया। मंदिर प्रबंध समिति ने सभी गणमान्य लोगों का प्रतीक चिन्ह देकर उनका स्वागत किया।