जीडीए कार्रवाई का बिल्डर एसोसिएशन ने किया विरोध

-अनधिकृत बिल्डिंग निर्माण को शुरु से रोके जीडीए, व्यापारियों का शोषण बर्दास्त नही: प्रदीप गुप्ता

गाजियाबाद। ट्रांस हिंडन बिल्डर वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वावधान में बिल्डर्स ने सोमवार को जीडीए कार्यालय इंदिरापुरम नर्सरी पर विरोध-प्रदर्शन किया। जीडीए द्वारा रविवार को शक्ति खंड-4ए प्लॉट नंबर-490 पर कार्रवाई किए जाने का विरोध किया गया। बिल्डर एसोसिएशन का कहना है कि आज तक 112 मीटर के प्लॉट पर इतनी बड़ी कार्रवाई नहीं की गई जबकि प्लॉट पुरानी स्कीम के तहतए पार्किंग के साथ चार मंजिल नक्शा पास था। उसका पूरा लेंटर थोड़ा जाना तर्कसंगत नहीं है। जिस प्रकार जीडीए मनमाने तरीके से पूरा का पूरा लेंटर तोड़ रहा है। जबकि पहले से ही बिल्डिंग में चार लेंटर उसकी देखरेख में पड़ चुके हैं। अब अचानक से कार्रवाई करना और पूरा का पूरा लेंटर तोड़ा जाना गलत है। आज भी जीडीए ने प्लॉट नंबर-185 ज्ञान खंड 1 में बड़ी कार्रवाई की। इस संबंध में बिल्डर एसोसिएशन के चेयरमैन प्रदीप गुप्ता का कहना है कि जीडीए इस समय मनमाने तरीके से कार्रवाई को अंजाम दे रहा है। बिल्डिंग को शुरू से रोका जाना ही जरूरी है।

बिल्डिंग बनने के बाद में तोड़ा जाना गलत है। इंदिरापुरम के अलावा वैशाली, कौशाम्बी, शालीमार गार्डन, राजेंद्र नगर में भी छोटे-छोटे बिल्डरों ने फ्लैट बना रखे है और लगभग 25 साल से ऐसा चल रहा है। यहां पर जमीन की कीमतें काफी कीमती है और आम आदमी का घर का सपना इन्हीं बिल्डर्स द्वारा पूरा हो पाता है। फिर भी जीडीए ने यहां पर 150 मीटर के प्लॉट तक पार्किंग व्यवस्था बंद कर रखी है और स्टिल्ड प्लस 4 के स्थान पर स्टील प्लस 3 कर रखा है। जबकि एनसीआर में दिल्ली, फरीदाबाद, गुडग़ांव सब जगह स्टिल्ड प्लस 4 का प्रावधान है। इसी कारण छोटे बिल्डरों का प्रशासन द्वारा शोषण होता है। अगर कोई निर्माण अवैध है तो उस पर निर्माण शुरु होने से पहले ही कार्रवाई की जाए। जिससे बिल्डरों को नुकसान तो न हो।

मगर जीडीए के अधिकारी पहले निर्माण कराने के लिए पैसा लेते है और फिर बाद में उसी निर्माण को अवैध बताकर तोड़ देते है। जिसका असर छोटे बिल्डरों पर पड़ रहा है। बिल्डिग़ बनाने में लाखों रुपए खर्च हो जाते है और जीडीए की टीम आकर उसे पल भर में तोड़ देती है। व्यापारियों का शोषण बिल्कुल भी बर्दास्त नही किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इसी तरह व्यापारियों का शोषण होना पड़ा तो बिल्डरों को मजबूरन सड़क पर आकर आंदोलन करना पड़ेगा। जिसकी जवाब देही जीडीए की होगी। इस अवसर पर संजय त्यागी, दीपक गोस्वामी, नवीन गुप्ता, राकेश शर्मा, गौरव नारंग, अंकित मल्होत्रा, गौरव गुप्ता, दीपक गुप्ता, राज अग्रवाल व समीर अग्रवालए आदि मौजूद रहे।