मुख्यमंत्री ने 731 करोड़ की 31 योजनाओं का किया शिलान्यास व लोकार्पण

चार धाम और लेह लद्दाख के यात्रियों को मिलेगी कैलाश भवन में सुविधा

स्वीकृत से भी काम लागत में तैयार हुआ कैलाश भवन

शिव भक्ति से गूंजा कैलाश मानसरोवर भवन

गाजियाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को यहां इंदिरापुरम के शाक्तिखंड-4 स्थित अपने ड्रीम प्रोजेक्ट कैलाश मानसरोवर भवन का उद्घाटन किया। तय कार्यक्रम से सीएम अपने काफिले के साथ मुरादाबाद से ढाई घंटे लेट मानसरोवर भवन पहुंचे और भवन सहित 731 करोड़ की 31 योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। जिसमें मधुबन बापूधाम में बनने जा रहे गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के नए ऑफिस का शिलान्यास भी शामिल था। मुख्यमंत्री शाम करीब साढे 7 बजे मानसरोवर भवन पहुंचे। जहां उन्होंने सबसे पहले कैलाश मानसरोवर भवन व अन्य विकास योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया।

इस दौरान राज्यमंत्री, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय वीके सिंह, मंत्री, संसदीय कार्य, चिकित्सा शिक्षा, वित्त विभाग उत्तर प्रदेश सुरेश कुमार खन्ना, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पर्यटन, संस्कृति, धमार्थ कार्य एवं प्रोटोकाल डॉ. नीलकंठ तिवारी, सदस्य विधान परिषद स्वतंत्रदेव सिंह, राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल, बागपत सांसद सत्यपाल सिंह, सदस्य विधान परिषद दिनेश कुमार गोयल कार्यक्रम में उपस्थित रहे। इसके बाद सीएम ने नवनिर्मित भवन का भ्रमण किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने से पहले कैलाश मानसरोवर भवन को फूल-माला व लाइटों से सजा दिया गया। कार्यक्रम का समापन मेयर आशा शर्मा, शहर विधायक एवं राज्यमंत्री अतुल गर्ग, मुरादनगर विधायक अजीत पाल त्यागी, लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर, मोदीनगर विधायक मंजू शिवाच, साहिबाबाद विधायक सुनील शर्मा द्वारा सीएम को सम्मानित करने के साथ हुआ। कैलाश मानसरोवार भवन को आने वाले मार्गो पर खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटों को ठीक कर दिया गया था। सड़क के डिवाइडर पर फूलदार गमले रख दिए गए हैं। साफ-सफाई कर सड़कों को चमका दिया गया है। भवन के पास खाली स्थान पर कुछ मिट्टी व अन्य निर्माण सामग्री पड़ी हुई थी।

सामग्री हटाकर उसे समतल कर दिया गया है। कैलाश मानसरोवर भवन के आगे कच्चा फुटपाथ था। इस फुटपाथ पर शुक्रवार को टाइल्स लगाई गईं। देशी एवं विदेशी फूलों से भवन को सजाया गया। भवन को रंगीन लाइटों से भी सजाया गया है। रात में भवन जगमग हो गया। फाइव स्टार होटल की सुविधाओं वाले भवन में यात्रियों को रहने के साथ योग और ध्यान लगाने जैसी सुविधाएं भी मिलेंगी। सिर्फ कैलास मानसरोवर ही नहीं बल्कि चार धाम और लेह लद्दाख की यात्रा पर जाने वाले लोग भी इसका लाभ ले सकेंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट को तैयार करने में 62.34 करोड़ की लागत आई। खास बात है कि यह कुछ उन चुनिंदा प्रोजेक्ट में शामिल है।

जो तय लागत से कम में बनकर तैयार हुए। इंदिरापुरम के शक्तिखंड-4 में स्थित कैलाश मानसरोवर भवन का क्षेत्रफल 9 हजार वर्ग मीटर है। इसमें 100 कमरे बनाए गए हैं, जिसमें 280 लोगों को ठहरने की व्यवस्था की गई। इसके अलावा 188 कारों के पार्किंग की सुविधा यहां मौजूद हैं। जीडीए ने इसके लिए उत्तर प्रदेश लोकनिर्माण विभाग को जमीन दी। 2017 में सीएम योगी ने इसकी नींव रखी और 2018 में इसका निर्माण शुरू हुआ। इसका निर्माण मार्च 2020 तक हो जाना था। लेकिन पहले एनजीटी द्वारा निर्माण पर प्रतिबंध व बाद में लॉकडाउन के चलते प्रोजेक्ट 8 महीने लेट हो गया। आखिरकार शनिवार को सीएम योगी इसे जनता को समर्पित कर ही दिया। हालांकि कोरोना महामारी के नियमों को देखते हुए चुनिंदा अधिकारी प्रभारी मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी, एडीजी मेरठ जोन राजीव सभ्रवाल, मेरठ जोन आईजी प्रवीण कुमार, डीएम अजय शंकर पाण्डेय, सीडीओ अस्मिता लाल,एसएसपी कलानिधि नैथानी, एडीएम सिटी शैलेन्द्र कुमार सिंह, एडीएम प्रशासन संतोष कुमार वैश्य, एसडीएम सदर देवेन्द्र पाल सिंंह, एसपी सिटी अभिषेक वर्र्मा, सीओ साहिबाबाद अंशु जैन सीएम कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा व्यवस्था में मुस्तैद नजर आए।
13 प्रोजेक्ट का लोकार्पण व 18 का शिलान्यास
कार्यक्रम में सीएम ने 731 करोड़ की योजनाओं की सौगता भी जनपदवासियों की दीं। इस दौरान 13 प्रोजेक्ट का लोकार्पण व बाकी 18 का शिलान्यास किया गया। लोकार्पण में मोदीनगर में आश्रय स्थल, गौसंरक्षण केन्द्र व राजकीय नलकूप,मुरादनगर में राजकीय नलकूप, क्षेत्रीय ग्राम विकास संस्थान का दफ्तर, डासना में सामुदायिक केन्द्र, कैलाश मानसरोवर भवन, मधुबन बापूधाम में बिजलीघर, धर्मवीर कॉलोनी, उस्मानगढी, डासना व नहाली में पेयजल योजना व डूंडा हैडा ट्रंक सीवर की सफाई व पुनरोद्धार का काम शामिल था।
इसके अलावा जिन प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया। उसमें गौ सरंक्षण केन्द्र, मल्टीपर्पज हाल,पशु शेल्टर होम, लोनी में वेंडिंग जोन, मोरटा में 220 केवी के उपकेन्द्र, मधुबन बापूधाम आरोबी, जीडीए के नए दफ्तर, प्रताप विहार में पीएम आवासीय योजना, डासना व इंद्रगढी में आरसीसी नाला व लोनी में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट का निर्माण शामिल था। इसके अलावा वीवी पैट मशीन भंडारण गोदाम, सीसी व इंटरलॉकिंग के काम का भी शिलान्यास किया गया।
कांग्रेसियों को पुलिस ने किया नजरबंद
सीएम के कार्यक्रम के मद्देनजर पुलिस ने कांग्रेसी नेताओं को उनके आवास व दफ्तर पर ही नजरबंद कर दिया। पार्षद जाकिर सैफी के अलावा भारतीय कांग्रेस के सदस्य नरेंद्र राठी, केएन पाण्डेय, पूर्व पार्षद जीतेंद्र टांक, महेश सैनी, अश्वनी त्यागी, पवन त्यागी,विनीत चौधरी, खलील सलमानी को नरेंद्र राठी के साहिबाबाद स्थित कार्यालय में ही पुलिस नजरबंद कर दिया।

हालांकि महानगर अल्पसंख्यक कांग्रेस ने जरूरी मोहननगर पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। महानगर अध्यक्ष अल्पसंख्यक कांग्रेस एहसान अली के नेतृत्व में मोहन नगर चौराहे पर प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में सरकार पर किसानों की अनदेखी का आरोप लगाया गया।
भक्ति और योग का दिखा अनोखा संगम
नौ हजार वर्गमीटर भूमि पर बने भवन का निर्माण जयपुरी पत्थरों से किया गया है। जिसमें कुल 46 कमरे चार सीटर, 48 कमरे दो सीटर हैं। एक बार में कुल 280 लोग यहां रुक सकेंगे। भवन की एंट्री से लेकर हर कमरे तक में भगवान भोलेनाथ के भक्ति गीत सुनाई देंगे। इसके साथ ही यहां आने वाले यात्री योग और ध्यान का भी लाभ ले सकेंगे, इसके लिए अलग-अलग हाल का निर्माण किया गया है। यहां आने वाले यात्रियों के लिए 188 कारों की पार्किग भी बनाई गई है। कैलास मानसरोवर भवन उन परियोजनाओं में भी शामिल हो गया है जो स्वीकृत से भी काम लागत में पूरी कर ली गईं हैं। भवन निर्माण के लिए 69.48 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे। इसका निर्माण 62.34 करोड़ रुपये में पूरा कर लिया गया है।