पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्यक्षा सीमा त्यागी से अस्पताल मिलने पहुंची कांग्रेस नेत्री

-सीओ सिटी की कोरोना रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर प्रशासन ने अभिभावकों को धरना स्थल से जबरन हटाया

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। सात दिन से चल रहे गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों को बुधवार सुबह पुलिस-प्रशासन ने धरना स्थल से हटा दिया। सीओ सिटी द्वितीय के कोरोना पॉजीटिव आने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया। अभिभावकों की कोरोना जांच कराने के लिए उन्हें पहले पुलिस लाइन ले जाने के बाद एमएमजी में कोरेनटाइन किया गया। एसोसिएशन की अध्यक्षा से मिलने के लिए कांग्रेस की नेता एवं पूर्व मेयर प्रत्याशी डॉली शर्मा अस्पताल पहुंची। उन्होंने पुलिस प्रशासन के कार्रवाई को लोकतंत्र विरोधी बताया।
पांच सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले सात दिन से कलेक्ट्रेट पर अभिभावक अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठे हुए थे। धरना स्थल पर अभिभावकों से मिलने पहुंचे सीओ की मंगलवार को कोरोना रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर जिला प्रशासन के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। देर शाम को ही जिलाधिकारी डॉ. अजय शंकर के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम अभिभावकों की कोरोना जांच करने के लिए पहुंची लेकिन अभिभावकों ने जांच नहीं कराई। जिसके बाद बुधवार सुबह होते ही पुलिस प्रशासन की टीम धरना स्थल पर पहुंच गई। एसपी सिटी अभिषेक वर्मा, एडीएम सिटी शैलेन्द्र सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट विपिन कुमार, एडीएम सदर डीपी सिंह सहित कई थानों की फोर्स धरना स्थल पर बुलाई गई और धरना स्थल पर मौजूद पांच अभिभावकों को वहां से हटाया गया। हालांकि अभिभावकों ने जाने से इंकार कर दिया लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए उन्हें पहले लाइन में ले जाया गया जहां कोरोना की जांच होने के बाद सभी को एमएमजी अस्पताल में कोरेनटाइन में रखा गया। एडीएम सिटी शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि इन दिनों कोरोना संक्रमण बहुत तेजी से बढ़ रहा है, धरना स्थल पर बड़ी संख्या में अभिभावक व अन्य लोग पहुंच रहे हैं। हाल ही में किसान भी यहां पहुंचे थे जिनके यहां भी कई पॉजीटिव मरीज मिले थे। ऐसे में संक्रमण का प्रसार रोकने और लोगों को इससे बचाने के लिए एहतियातन धरने को हटाया गया है। अभिभावकों पर कोविड-19 नियमों का उल्लंघन करने के तहत रिपोर्ट भी दर्ज कराई जा रही है। इसके बाद धरना स्थल को सेनेटाइज किया गया। वहीं कांग्रेस नेता डौली शर्मा भी अभिभावकों के समर्थन में धरना स्थल पर पहुंची और प्रशासन की इस कार्रवाई को गैर जिम्मेदराना करार दिया। डौली शर्मा ने कहा कि अभिभावकों की बात नहीं सुनी जा रही है, महज उनकी आवाज दबाने का काम किया जा रहा है। इसके बाद वह एसोसिएशन की अध्यक्षा सीमा त्यागी से मिलने सर्वोदय अस्पताल भी पहुंची। इस दौरान धरना स्थल पर भारी संख्या में पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों के अलावा कई थानों की फोर्स, आरएएफ की एक कंपनी तैनात की गई थी।
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