नगर निगम में वाहन चालकों का प्रदर्शन, आश्वासन के बाद हुए शांत

गाजियाबाद। शहर की सफाई एवं कूड़ा निस्तारण व्यवस्था को दुरूस्त करने में जुटे नगर निगम को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल वाहन चालकों को यह डर सता रहा है कि शहर के कूड़े उठाने की व्यवस्था को प्राइवेट कंपनियों को दिए जाने के बाद उनकी नौकरी जा सकती है। जबकि नगर निगम की योजना है कि शहर के कूड़े का बेहतर ढंग से निस्तारण हो और कूड़ा निस्तारण में आनी वाली लागत में कमी आए। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश कुमार ने प्रदर्शन कर रहे वाहन चालकों को आश्वास्त किया कि किसी की भी नौकरी नही जाएगी। कूड़ा निस्तारण का काम प्राइवेट कंपनियां करेंगी, लेकिन वाहन चालक वहीं काम करेंगे। नगर स्वास्थ्य अधिकारी के आश्वासन के बाद कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन खत्म किया।

बता दें कि नगर निगम कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर कर्मचारी कल्याणकारी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले नगर निगम मुख्यालय पर सोमवार को प्रदर्शन किया गया। जहां नगर निगम की सभी यूनियनों ने एकजुट होकर 21 मार्च तक समस्या का समाधान नही किए जाने पर 22 मार्च को हड़ताल की चेतावनी दी है। कर्मचारी कल्याणकारी संयुक्त मोर्चा के संयोजक रामभूल धीगांन ने बताया कि वसुन्धरा जोन की सफाई व्यवस्था का कार्य नगर निगम प्रशासन द्वारा ठेकेदार के माध्यम से एक मार्च से कराया जा रहा है, जिसका संयुक्त मोर्चा ने विरोध किया। उक्त मामले में पूर्व में मेयर आशा शर्मा से भी वार्ता की गई थी। कर्मचारियों ने मांग है कि इस कार्य को पूर्व की भांति नगर निगम अपने स्तर से कराए। नगर निगम प्रशासन अपने वाहन चालकों से कार्य करायें। पूर्व की भांति नगर निगम प्रशासन वाहनों का संचालन नगर निगम के वाहन चालकों से कराया जाये।

उन्होंने बताया कि निगम मेें कार्यरत शहरी आजीविका केन्द्र (सीएलसी) कम्पनी के माध्यम से नगर निगम प्रशासन द्वारा कर्मचारियों की आपूर्ति की जा रही है। इस कंपनी को लेकर कर्मचारियों को आपत्ति है। क्योंकि कंपनी कर्मचारियों का समय पर भुगतान नही करती है। विरोध प्रदर्शन कर रहें कर्मचारियों ने पांच सूत्रीय ज्ञापन अपर नगरायुक्त अरुण यादव और नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश कुमार को सौंपते हुए मांग की कि उनकी समस्या का नगर निगम प्रशासन जल्द समाधान कराएं। प्रदर्शन के दौरान चौधरी अजीत सिंह, सलीम अब्बासी, संजय चड्ढा, भीम सिंह, संजय टांक, मनोज मकवाना, अशोक मकवाना, ओम पार्चा, राजेश चौहान, राहुल चौहान, सतेन्द्र कांगड़ा, सतीश पार्चा, नरेश चारण, अशोक गहलौत, धर्मेन्द्र मेहरा, जितेन्द्र सूद, शक्ति जीनवाल, जोनी जीनवाल, देवेन्द्र वैध, संजय टांक (नासिरपुर), किरन पाल सिंगौते, सतीश ढिलोर, रतेन्द्र चौहान, आजाद बाल्मीकि, मनोज धिगांन, सोनू सूद, सुभाषचन्द समेत सैकड़ो कर्मचारी मौजूद रहे।

वहीं नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश कुमार ने बताया कि वाहन चालकों को डरने की जरूरत नहीं है। नई व्यवस्था में वाहन चालक कूडा उठाने वाली कंपनी के साथ काम कर सकेंगे। यदि वाहन चालकों को दिक्कत आएगी तो उसका समाधान कराया जाएगा। नई व्यवस्था में नगर निगम की हित जुड़़ा हुआ है और नगर निगम अपने कर्मचारियों के हितों का हमेशा ध्यान रखेगा।