समाज में शिक्षा दान सबसे बड़ा दान: देवेन्द्र हितकारी

निर्धन असहाय सैकड़ो बच्चों को बांटी पाठ्य सामाग्री

गाजियाबाद। मदद या दान कई प्रकार के होते हैं। लेकिन सर्वाधिक सबसे बड़ा दान शिक्षा दान होता हैं। समाज की मदद से एक छात्र-छात्रा शिक्षित नही होते। बल्कि उनके साथ परिवार, समाज व देश का विकास होता हैं। समाज के सहयोग से बच्चों का सपना साकार हो रहा हैं। यह बातें शुक्रवार को राज्यसभा सांसद प्रतिनिधि देवेन्द्र हितकारी ने लोहा मंडी विवेकानंद नगर स्थित निशुल्क उज्जवल भविष्य कोचिंग सेंटर में पढऩे वाले निर्धन असहाय झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले बच्चों को पाठ्य सामाग्री वितरित करते हुए कहींं। उन्होने कहा लोग कन्यादान करते हैं तो घर में बेटियों की संख्या में कमी आती है। गायदान करते हैं तो गायों की संख्या घटती है, लेकिन शिक्षा दान एक ऐसा दान है जो कभी घटता नहीं, बल्कि बढ़ता ही है। सांसद प्रतिनिधि देवेंद्र हितकारी ने पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसान मोर्चा मीडिया प्रभारी सौरभ जायसवाल एवं प्रदीप सिंघल की मौजूदगी में सैकड़ो बच्चों को कॉपी-किताब एवं स्टेशनरी और रिफ्रेशमेंट के लिए बिस्कुट पानी की बोतलें आदि वितरित की। उन्होने बताया कोचिंग सेंटर में कक्षा नर्सरी से कक्षा सातवीं तक के बच्चे पढ़ते हैं। जो कि निर्धन और असहाय हैं। इस कोचिंग सेंटर का संचालन मोहित नागर इकला गांव से करते हैं। उन्हीं की देखरेख में यह कोचिंग सेंटर कार्यरत है। सौरभ जायसवाल ने कहा शिक्षा मानव जीवन के उत्थान का सबसे महत्वपूर्ण साधन है। शिक्षा ही मानव के सभी सफलताओं का द्वार खोलती है। इसके बिना तो मानव जीवन अधूरा है। शिक्षित राष्ट्र निर्माण के लिए शिक्षक व छात्रों को आगे आने की जरूरत है। उन्नति के लिए हर संभव मदद को तैयार है।