पर्यावरणीय अपराध उतना ही गंभीर अपराध जितना की हमला: डॉ अफरोज अहमद

-बढ़ते प्रदूषण को लेकर विभागीय अधिकारियों के साथ एनजीटी के प्रिंसिपल बेंच सदस्य ने की समीक्षा बैठक

गाजियाबाद। जनपद में जहां कहीं भी सड़कों पर धूल उड़ रही है, उसको रोकने के लिए शमन उपाय करने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए एवं जनपद की सड़कों का चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण करते हुए गड्ढा मुक्त अभियान चलाएं ताकि बढ़ते प्रदूषण पर अंकुश लगाया जा सके। उक्त बातें गुरुवार को राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) के प्रिंसिपल बेंच सदस्य डा. अफरोज अहमद ने एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के दृष्टिगत कलेक्ट्रेट के महात्मा गांधी सभागार में संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करते हुए कहीं। उन्होंने कहा जनपद भ्रमण कार्यक्रम का मकसद एक ही है कि प्रदूषण को कम करके पर्यावरण को बढ़ावा मिले। उन्होंने बैठक में वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, फैक्ट्री का प्रदूषण, खनन से प्रदूषण, घरों से निकलने वाली डस्ट, ध्वनि प्रदूषण, गांव के तालाबों के प्रदूषण, सड़कों पर पड़ी गंदगी का प्रदूषण, सीवरेज का प्रदूषण, फसलों के अवशेषों से होने वाले प्रदूषण के प्रबंधन के बारे में विस्तार से संबंधित अधिकारियों के साथ चर्चा की।

जनपद में बढ़ते हुए प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए पुराने प्रदूषणकारी वाहनों को उन्नत पूर्ण मानकों के साथ नए वाहनों में बदलने की कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जनपद में विद्युत आपूर्ति अनवरत रूप से होनी चाहिए ताकि औद्योगिक क्षेत्रों में जो जनरेटर चलाए जाते हैं, उनको चलाने की जरूरत न पड़े। कृषकों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक किया जाए और उनको पराली जलाने से होने वाले हानिकारक प्रदूषण के बारे में जानकारी उपलब्ध कराएं साथ ही साथ उनको यह भी जानकारी दें कि खेतों में पराली को जलाना ही एकमात्र उपाय नहीं है वह पराली का सदुपयोग भी कर सकते हैं।

जनपद के कृषकों को जागरूक करें कि वह पराली को न जलाएं बल्कि पराली का प्रयोग अपने ही खेतों में पराली की खाद बनाकर खाद के रूप में करें। वन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि कचरा डंपिग स्थलों पर ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करें। बैठक के दौरान उन्होंने बायोमेडिकल वेस्ट के प्रबंधन की जानकारी ली साथ ही बायोमेडिकल वेस्ट का ठीक प्रकार से निष्पादन एवं सफाई बनाए रखने के निर्देश दिए। जनपद में गंदगी के ढेर की साफ-सफाई व पानी की निकासी के लिए नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में सदस्य द्वारा ई-वेस्ट मैनेजमेंट पर चर्चा करते हुए कहा कि हम सब इस संबंध में पर्याप्त रूप से चिंतित नहीं है, जिसका नतीजा यह है कि गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो रही हैं।

उन्होंने कहा कि पर्यावरणीय अपराध उतने ही गंभीर अपराध हैं जितने कि हमले। उन्होंने समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया कि ई-कचरे का वैज्ञानिक निस्तारण करने में एक नई पहल करते हुए सुधारात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। अपशिष्ट प्रबंधन को लेकर उन्होंने निर्देशित किया कि जनपद वासियों द्वारा घर से ही गीला एवं सूखा कूड़ा अलग-अलग कर दिए जाने के लिए जन आंदोलन की शुरुआत की जाए जिसमें सभी धर्मों के धर्मगुरुओं, जनप्रतिनिधियों, समस्त पार्षदों, स्कूलों, अधिकारियों एवं आम जनमानस को जोड़ा जाए ताकि अपशिष्ट प्रबंधन को लेकर अधिक से अधिक जन जागरूकता हो।

नगर निगम द्वारा अपशिष्ट प्रबंधन को लेकर नगर निगम की सराहना
बैठक में सदस्य डा. अफरोज अहमद ने नगर निगम द्वारा अपशिष्ट प्रबंधन को लेकर किए जा रहे कार्यों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए नगर आयुक्त एवं नगर स्वास्थ्य अधिकारी की सराहना की। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने सदस्य एनजीटी डॉ अफरोज़ अहमद को आश्वासन दिलाया कि जनपद में पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं। जिला स्तर पर प्रति माह बैठक कर पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। बैठक में एसएसपी मुनिराज जी., सीडीओ विक्रमादित्य सिंह मलिक, नगर आयुक्त डॉ नितिन गौड़, अपर जिलाधिकारी नगर, मुख्य चिकित्साधिकारी, पुलिस अधीक्षक यातायात, डीएफओ, सचिव जीडीए, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, आरओ पॉल्यूशन, सहायक आयुक्त डीआईसी, समस्त अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद, नगर पंचायत एवं संबंधित विभागीय अधिकारी गण उपस्थित रहे।