आबकारी आयुक्त ने किया मोहन मीकिंग एवं मानव ब्रेवरी का निरीक्षण

-कांच की बोतल बनने से लेकर उसमें शराब भरने, ढक्कन लगाने और लेबल चिपकाने एवं पेकिंग कार्य की बारीकी से ली जानकारी

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश आबकारी विभाग के आयुक्त सेंथित पांडियन सी ने मंगलवार देर शाम मोहन मीकिंग डिस्टलरी, ब्रेवरी एवं डायमंड फ्लाईओरव स्थित मानव ब्रेवरी का अधिकारियों संग औचक निरीक्षण किया। करीब एक घंटे के निरीक्षण में आबकारी आयुक्त ने कांच की बोतल बनने से लेकर उसमें शराब भरने, ढक्कन लगाने और लेबल चिपकाने से लेकर पेटियों में पेकिग करने तक कार्य को बारीकी से देखा। कुछ जरूरी निर्देश देकर आयुक्त फैक्टरी से चले गए। निरीक्षण के दौरान आबकारी आयुक्त ने निर्मित उत्पादों की गुणवत्ता एवं उत्पादन क्षमता में वृद्धि के साथ साथ इंटीग्रेटेड एक्साइज सप्लाई चैन मैनेजमेंट सिस्टम (आईएफएससीएमएस) प्रोजेक्ट के प्रगति की भी समीक्षा की और इसे एन्ड टू एन्ड पूर्णतया लागू करने में आ रही समस्या को तत्काल दूर करने के निर्देश दिए। साथ ही गर्मी में बढऩे वाली बीयर की सप्लाई को बढ़ाने के निर्देश दिए।

आबकारी आयुक्त डिस्टलरी फैक्टरी में कांच की बोतल बनाने वाले प्लांट में पहुंचे। उसके बाद शराब बनाने वाले प्लांट में गए, जहां शराब किस तरह से तैयार की जाती है, इसकी जानकारी संबंधित इंजीनियरों से ली। पव्वा, हाफ और बोतल में भरी शराब में कितनी मात्रा किस-किस पदार्थ की होती है, इसको जाना। बोतलों में मशीनों से शराब भरने के बाद ढक्कन लगने, लेबल चिपकाने के बाद पेटियों में किस तरह से बोतल रखी जाती हैं, इसकी जानकारी की। प्रत्येक प्लांट मे सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था देखी और उन्हें कनेक्ट करने और परिसर को पूर्ण रूप से स्वच्छ रखने के निर्देश दिए। उन्होंने एक-एक बिंदु की जांच कर एनजीटी के साथ सरकार की गाइडलाइन का पालन करने के भी निर्देश दिए। साथ ही आबकारी निरीक्षकों को भी सख्त निर्देश देते हुए कहा कि निर्जन स्थान, इंडस्ट्रियल एरिया, बंद फैक्ट्री आदि स्थानों पर नियमित रूप से निरीक्षण किया जाए।

शराब की ऐसी दुकानों जिनके द्वारा कोटे का उठान काफी अंतराल पर किया जा रहा है, उनकी लगातार चेकिंग की जाए। कहीं ऐसा न हो ऐसे दुकानदारों द्वारा अवैध शराब की बिक्री की जा रही हो। किसी भी दशा में आबकारी दुकानों में ओवर रेटिंग न होने पाए। निरीक्षण के दौरान उप आबकारी आयक्त मेरठ प्रभार मेरठ राजेन्द्र कुमार शर्मा, संयुक्त आबकारी आयुक्त मेरठ जोन मेरठ सुनील कुमार मिश्रा, जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह, मोहन मींकिग के सहायक आबकारी आयुक्त बख्तावर हनीफ, मानव ब्रेकरी सहायक आबकारी आयुक्त रमेश विद्यार्थी एवं आबकारी निरीक्षक व आईएफएससीएमएस प्रोजेक्ट के अंतर्गत सेवा प्रदाता कंपनी ओएएसवाईएस के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।