आबकारी विभाग ने शराब माफिया को फिर पहुंचाई चोट

55 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद, 2600 किलोग्राम लहन को किया नष्ट

गाजियाबाद। जनपद में शराब तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करने में आबकारी विभाग कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहा है। बार-बार अवैध कारोबार पर चोट पड़ने के बावजूद तस्कर बाज नहीं आ रहे हैं। शराब तैयार करने के लिए भट्टियां तो धधका दी जाती हैं, मगर शराब तैयार होने से पहले वहां आबकारी विभाग की टीम पहुंच कर तस्करों का खेल बिगाड़ देती है। इसी कड़ी में एक बार फिर आबकारी विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए अवैध कच्ची शराब एवं लहन को बरामद किया। खासकर लोनी क्षेत्र में यह मामला बार-बार देखने को मिल रहा है। यमुना खादर क्षेत्र अवैध शराब के निर्माण के लिए तस्करों के लिहाज से काफी मुफीद जगह मानी जाती है। वहां रात के अंधेरे में अवैध शराब का निर्माण करने को भट्टियां जलाई जाती हैं। इन भट्टियों को जलाकर कच्ची शराब तैयार होती है, मगर तस्करों के मंसूबे तब विफल हो जाते हैं, जब आबकारी निरीक्षकों की टीम मौके पर पहुंच कर खेल बिगाड़ देती है। इसी क्रम में विभाग की टीम ने एक बार फिर कार्रवाई कर तस्करों को चोट पहुंचाई है। कार्रवाई के दौरान कई तस्करों सामान छोड़कर मौके से भाग गए।

यमुना खादर क्षेत्र में अवैध शराब के धंधे को बढ़ावा मिलने के भी कई कारण हैं। दरअसल यह एरिया आबादी से दूर है। रात के समय वहां किसी प्रकार की आवाजाहीं नहीं रहती। पुलिस भी यदा-कदा गश्त करने पहुंचती है। ऐसे में शराब तस्करों को अपना धंधा जमाने में आसानी रहती है। हालांकि शराब तस्कर डाल-डाल हैं तो आबकारी विभाग भी पात-पात नजर आता है। वह अपने खुफिया तंत्र की बदौलत निरंतर तस्करों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है।

जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि रविवार सुबह मुखबिर की सूचना पर त्रिवेणी प्रसाद मौर्य आबकारी निरीक्षक सेक्टर-5 की टीम नेे मुरादनगर व टीला मोड़ अंतर्गत शमशेर का जंगल, रिस्तल, मथुरापुर, भूपखेड़ी, हिंडन खादर क्षेत्र आदि स्थानों में दबिश दी। दबिश के दौरान 55 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद किया गया और करीब 2600 किलोग्राम लहन को मौके पर नष्ट कर दिया गया।

उन्होंने बताया कि खादर क्षेत्र में अक्सर माफिया रात के समय में अवैध शराब बनाने का कारोबार करते है, जिसके तैयार होने पर उन्हें लाखों रूपए का फायदा होता है। मगर हर बार की तरह इस बार भी समय रहते शराब की भट्टियों को मौके पर नष्ट कर दिया। इस कार्रवाई से माफिया को करीब 50 हजार रूपए से अधिक का नुकसान हुआ है। आबकारी अधिनियम के तहत तीन अभियोग पंजीकृत किया गया। जिले में अवैध शराब का निर्माण, बिक्री एवं परिवहन को रोकने के लिए कार्रवाई बदस्तूर जारी रहेगी।