गाजियाबाद पुलिस ने हिंदू बच्चों के धर्मांतरण का मास्टर माइंड बद्दो को मुंबई से किया गिरफ्तार

गाजियाबाद। ऑनलाइन गेमिंग एप के जरिए हिंदू बच्चों का धर्मांंतरण के मामले का मास्टरमाइंड शहनवाज मकसूद ऊर्फ बद्दो को महाराष्ट्र और गाजियाबाद पुलिस ने ठाणे से रविवार को दबोच लिया। बताया जा रहा है कि बद्दो अलीबाग की एक चॉल से गिरफ्तार किया गया। वर्चुअली धर्मांतरण कराने का मुख्य आरोपी है। पुलिस ने आरोपी को मुंबई से पकड़ा है और इसे गाजियाबाद लाने की तैयारी की जा रही है। मुंबई पुलिस के सहयोग से उसे मुंबई के अलीबाग से गिरफ्तार किया गया है। ट्रांजिट रिमांड के लिए कोर्ट में बद्दो को पेश किया जाएगा। एक जून से गाजियाबाद पुलिस की टीम ने मुंबई में डेरा डाला हुआ था। राजनगर के जैन समाज के एक उद्यमी ने 30 मई को थाना कविनगर में बद्दो और संजयनगर सेक्टर-23 की जामा मस्जिद के इमाम समेत अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप था कि 12वीं पास उनका बेटा जिम के नाम पर नमाज पढऩे जाता था। छात्र के मोबाइल से बद्दो समेत सात नंबरों की पहचान हुई थी,जिनसे लगातार आपत्तिजनक और उकसाने वाली सामग्री के साथ कुरान, हदीस व पैगंबर के बारे में जानकारी साझा की जा रही थी। एक नंबर खुद बद्दो का था।

यूट्यूब पर वीडियो देखकर पढ़ रहा था नमाज:

संजयनगर सेक्टर-23 में रहने वाले एक इलेक्ट्रीशियन का था, यूट्यूब पर वीडियो देख नमाज पढऩे लगा था।धर्मांतरण के मामले में कविनगर थाना पुलिस ने चार जून को संजयनगर सेक्टर-23 स्थित जामा मस्जिद की कमेटी के सदस्य अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी को गिरफ्तार किया था। अब्दुल की गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग एप के जरिए वर्चुअल धर्मांतरण के खेल का पर्दाफाश किया था। देश के युवाओं को निशाना बनाने वाले इस गिरोह का उद्देश्य खतना या नाम परिवर्तन पर नहीं था। इस संगठित गिरोह की साजिश थी कि युवा पांचों वक्त का नमाजी बन जाए और कट्टरवादी सोच के साथ दूसरों को भी इसके लिए उकसाए। अमेरिकी कंपनी एपिक गेम्स के ऑनलाइन प्लेटफार्म पर छात्र की गेम खेलने की हिस्ट्री के विश्लेषण के बाद पुलिस ने यह दावा किया था। एपिक गेम्स के प्लेटफॉर्म पर फोर्ट नाइट गेम खेलता था और इसी के मैसेंजर डिस्कार्ड पर बद्दो से चैटिंग करता था।

इस एप की भी छानबीन भी की जा रही है। राजनगर निवासी किशोर का धर्मांतरण कराने के बाद मास्टरमाइंड बद्दो उसे अपने मोहरे की तरह इस्तेमाल कर रहा था। उसके इशारे पर किशोर अपने चार दोस्तों पर धर्मांंतरण का दबाव रहा था। इससे पहले महाराष्ट्र में भी करीब 400 लोगों के धर्मांंतरण की सूचना पर गरमाए मामले की जांच के लिए शनिवार को महाराष्ट्र की मुंब्रा पुलिस गाजियाबाद के कविनगर थाने पहुंची। मुंब्रा क्राइम ब्रांच के सीनियर इंस्पेक्टर मालोजी शिंदे के नेतृत्व में पहुंची दो अधिकारियों की टीम ने कविनगर पुलिस और एसीपी से मुलाकात कर गेमिंग एप के जरिए हुए धर्मांतरण के मामले की पूरी जानकारी ली। उन्होंने अब तक की गई जांच में जुटाए गए सुबूत और दस्तावेज मांगे थे। ताकि महाराष्ट्र में गरमाए इस मुद्दे पर रिपोर्ट दी जा सके। कमिश्नरेट पुलिस ने कुछ जरूरी दस्तावेज और जानकारी मुंब्रा पुलिस से साझा किए हैं, हालांकि अधिकारियों का कहना है कि मुंब्रा पुलिस ने केस से संबंधित सामान्य जानकारियां मांगी थीं।

दरअसल, गाजियाबाद में गेमिंग एप के जरिए छात्र के धर्मांंतरण का मामला सामने आने पर गुजरात के एक व्यक्ति ने कमिश्नरेट पुलिस के एक सीनियर अधिकारी को फोन करके बताया था कि मुंब्रा में करीब 400 लोगों का धर्मांंतरण कराया जा चुका है। गुजरात के इस व्यक्ति का दावा है कि राजेश जानी नाम के एक व्यक्ति का धर्मांतरण भी वहां हो चुका है और राजेश की बेटी ने इसकी सूचना उन्हें दी है। यह मामला प्रमुखता से प्रसारित हुआ तो महाराष्ट्र में भी यह मुद्दा गरमा गया है। मुंब्रा के एनसीपी विधायक ने इस दावे का विरोध कर ठाणे के पुलिस कमिश्नर से जांच कराने की मांग की थी। इसी मामले में पुलिस कमिश्नर ने मुंब्रा के पुलिस अधिकारियों को यहां जांच के लिए भेजा है। मुंब्रा पुलिस के अधिकारी ने बताया कि वह धर्मांतरण मामले से जुड़े सबूत और प्रमुख तौर पर मुंब्रा में 400 लोगों के धर्मांतरण के किए गए दावे के बारे में जानकारी जुटाने आए हैं। उन्होंने उन पुलिस अधिकारियों से भी मुलाकात की, जिनके पास गुजरात के व्यक्ति की कॉल आई थी। डीसीपी नगर निपुण अग्रवाल का कहना है कि बददो को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे यहां पर लाया जाएगा।इसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस कई अन्य मामलों में अहम जानकारी जुटाएगी।