जागरूकता से नही आया सुधार तो निगम ने काटे दुकानदारों के चालान

-वंसुधरा जोन में 20 हजार 700 रुपए की वसूली, स्वच्छता के लिए किया जागरूक

गाजियाबाद। शहर की सफाई को लेकर भले ही आम लोग जागरूक न हो, लेकिन नगर निगम इस समय सफाई को गंभीर है। यही वजह है कि पहले निगम ने शहर के लोगों को सफाई के प्रति जागरूक किया। लेकिन अब स्वच्छता अभियान चलाने के साथ गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ भी वह कार्रवाई करने से पीछे नहीं हट रहा। गंदगी करने वालों को देखते ही निगम के अधिकारी मौके पर कार्रवाई कर उनका चालान काटने में जुट गए है। इसी कड़ी में सोमवार को वंसुधरा जोन के अंतर्गत गंदगी फैलाने, डस्टबिन का प्रयोग ना करने और अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ अभियान चलाते हुए निगम अधिकारियों ने चालान काटते हुए 20 हजार 700 रुपए की वसूली की।

नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिथिलेश ने वसुंधरा जोन में स्वयं उपस्थित होकर बाजारों का दौरा किया और दुकानदारों को डस्टबिन का प्रयोग करने की हिदायत दी। साथ ही पूरे शहर को पॉलिथीन मुक्त बनाए रखने के लिए भी अपील की गई। उन्होंने बताया कि एनजीटी के आदेशों के क्रम में शहर में लगातार गंदगी फैलाना वालों के खिलाफ कार्यवाही की जाती है। नगर आयुक्त के निर्देशानुसार समस्त जोनो में जोनल प्रभारियों के सहयोग से वृहद स्तर पर गंदगी फैलाने डस्टबिन का प्रयोग ना करने तथा अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। जिसमें क्षेत्रीय निवासियों का भी सहयोग प्राप्त हो रहा है। राष्ट्रीय हरित अधिकरण दिल्ली द्वारा ई.ए नंबर-20/2019 इन ओ.ए.नंबर 308/2015 (कावरा) के आदेश के क्रम में वृहद स्तर पर वैशाली कौशांबी तथा वसुंधरा के क्षेत्रों में कार्यवाही स्वास्थ्य विभाग टीम द्वारा जाती है जो कि लगातार जारी है। मुख्य सफाई एवं खाद निरीक्षक पवन कुमार द्वारा टीम सहित विशेष कार्यवाही की जा रही है।

नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि मार्केट में पालीथिन का उपयोग प्रतिबंधित है। स्वच्छता के प्रति निगम द्वारा लगातार शहर एवं बाजारों में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। स्वच्छता में सुधार के लिए दुकानदारों को निगम द्वारा डस्टबिन भी बांटे गये। मगर उसके बाद भी दुकानदार डस्टबिन का प्रयोग नही कर रहें और शहर की स्वच्छता को दुषित करने के साथ अतिक्रमण को भी बढ़ावा दे रहें है। जो कि बिल्कुल बर्दास्त नही होगा। उन्होंने दुकानदारों से अपील करते हुए कहा कि शहर की स्वच्छता में अपना योगदान दें। तभी अपना शहर स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 में नंबर 1 आएगा और शहर की सुंदरता भी बढ़ेगी। उन्होंने हिदायत दी की अगर दोबारा डस्टबिन का प्रयोग करते हुए नही पाया गया तो जुर्माने की राशि दोगुनी के साथ मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा।