झारखंड के पियक्कड़ों की प्यास बुझाने के लिए हरियाणा से भेजी जा रही थी शराब, पशु चारा की बिल्टी का करते थे इस्तेमाल, 37 लाख की शराब बरामद

-हरियाणा की शराब से गुलजार होना था झारखंड, परिचालक गिरफ्तार, चालक फरार

गाजियाबाद। हरियाणा से बड़े स्तर पर शराब की तस्करी शुरू हो गई है और यहां की शराब से झारखंड के पियक्कड़ों की प्यास बुझाने की योजना थी। मगर आबकारी विभाग की टीम ने झारखंड से पहुुंचने से पहले ही शराब से लदे ट्रक जब्त कर लिया। पकड़ी गई शराब की कीमत करीब 37 लाख रुपए है। झारखड़ के पियक्कड़ों की प्यास बुझाने के लिए हरियाणा से शराब की तस्करी हो रही थी। जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में की जा रही कार्रवाई से शराब माफिया में हड़कंप मचा हुआ है। आबकारी विभाग की कार्रवाई के चलते शराब माफिया अपने किसी भी मंसूबों में कामयाब नही हो पा रहे है। जिस कारण उन्हें लाखों-करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ रहा है। आबकारी विभाग की टीम दिल्ली बोर्डर एवं हाईवे पर 24 घंटे मुस्तैद है। भले ही गाजियाबाद की आबादी के हिसाब से आबकारी विभाग के टीम की संख्या भले ही 25 हो, लेकिन इस टीम की कार्रवाई का डंका गाजियाबाद के अलावा अन्य जनपदों में बज रहा है। जिसके चलते पिछले कुछ समय से बाहरी राज्यों की शराब तस्करी कम हो गई थी। लेकिन शराब माफियाओं को लगा की आबकारी विभाग की टीम दिल्ली में सस्ती शराब होने के चलते उनका पूरा ध्यान दिल्ली की शराब पर है। जिसका फायदा उन्हें मिल जाएगा। मगर उनकी यह योजना भी नाकाम साबित हुई।

शराब तस्कर बड़ा शातिर था। शराब की सप्लाई के लिए चोकर (पशुओं का चारा) की बिल्टी की आड़ में तस्करी का खेल र रहा था। जिससे पुलिस चेकिंग के दौरान बिल्टी दिखाने पर आसानी से निकल सकें। हरियाणा से दिल्ली होते हुए गाजियाबाद के रास्ते शराब से भरा ट्रक निकालने की योजना थी। मगर वह दिल्ली से तो बाहर निकल गए, लेकिन गाजियाबाद में प्रवेश करते हुए आबकारी विभाग की टीम ने उन्हें दबोच लिया। हरियाणा में यूपी के मुकाबले अंग्रेजी शराब करीब 30 से 40 प्रतिशत सस्ती है। जिस गाडी से 1150 पेटी शराब जब्त की गई है उस गाडी पर चोकर (पशुओं का चारा) की बिल्टी बनी हुई थी। लेकिन जब डासना टोल प्लाजा पर गाड़ी को रोककर उसकी तलाशी ली गई तो भारी मात्रा में देशी शराब जब्त हुआ। हरियाणा से यूपी या फिर बिहार व झारखंड में शराब तस्करी के जितने भी मामले पकड़ में आए हैं, उनमें अधिकतर में केवल शराब लेकर जाने वाले वाहन चालक पकड़े गए हैं। शराब की तस्करी कराने वाले बड़े तस्कर अभी तक पुलिस पकड़ से बाहर हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप डीएम राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में आबकारी विभाग लगातार एक्शन मोड में है। जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि जनपद में अवैध शराब को लेकर सख्त अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही गाजियाबाद के रास्ते बाहर जाने वाले शराब पर भी नजर रखी जा रही है। मंगलवार देर रात सूचना मिली कि पंचकुला से शराब से भरा ट्रक डासना टोल प्लाजा के रास्ते झारखंड जाने वाला है। सूचना पर कार्रवाई करते हुए आबकारी निरीक्षक अखिलेश बिहारी वर्मा, आशीष पाण्डेय, रमा शकंर सिंह, अरुण सिंह, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, त्रिभुवन सिंह हंयाकी की टीम गठित की गई और चेकिंग के निर्देश दिए। उक्त सूचना पर ट्रक को रुकने का इशारा किया तो चालक गाड़ी भगाने का प्रयास करने लगा। टीम ने ट्रक का पीछा किया और कुछ दूरी पर उसे घेर लिया। जब चालक से ट्रक के कागजात मांगे तो वह पहले इधर-उधर की बात करने लगा फिर चोकर (पशुओं का चारा) की बिल्टी दिखा दी। लेकिन जब टीम ने ट्रक की तलाशी ली तो ट्रक पूरा हरियाणा शराब की पेटियों से लदा हुआ था। बरामद ट्रक से 1150 पेटी देशी शराब शौकीन संतरा चंडीगढ़ मार्का बरामद किया गया। मौके से ब्रजभान यादव पुत्र सोहन यादव को गिरफ्तार किया गया। मगर अंधेरे का फायदा उठाकर ड्राइवर सतीश यादव फरार हो गया। बरामद शराब की कीमत करीब 37 लाख रुपए है।

पशु चारा की बिल्टी की आड़ में हो रही थी शराब तस्करी
दिल्ली की शराब के साथ अब हरियाणा से शराब तस्करी का खेल शुरु हो गया है। शराब माफिया आबकारी विभाग की कार्रवाई से बचनेे के लिए आए दिन नए-नए पैतरे अपना रहे है। शराब माफिया कभी दूध के टैंकर, सब्जी व अनाज से भरे ट्रक, कोरियर या फिर अन्य स्पोर्ट के सामान के नीचे छुपाकर शराब दिल्ली, गाजियाबाद के रास्ते बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड में भेजने की फिराक में रहते है। लेकिन पहले की अपेक्षा अब गाजियाबाद से होते हुए बाहर शराब ले जाना शराब माफिया के लिए किसी चुनौती से कम नही है। क्योंकि जनपद में जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह की टीम का टीम का हर क्षेत्र में सख्त पहरा है। जिनकी नजरों से बच पाना बहुत मुश्किल है। भले ही शराब माफिया ले-देकर पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर निकल सकते है। लेकिन आबकारी विभाग की नजरों को धोखा नही दे सकते है। अवैध शराब को छोडऩे के लिए चालक को निर्धारित मूल्य से 25 से 30 हजार रुपए अतिरिक्त मिलते है। इन अतिरिक्त रुपए के लिए वह अपनी जान को जोखिम में डालकर गैर कानूनी काम करने से भी नही डरते है।

दिल्ली शराब के साथ 10 गिरफ्तार
जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि आबकारी निरक्षकों की टीम द्वारा मंगलवार रात को दिल्ली बॉर्डर, खोड़ा, ट्रांसपोर्ट नगर चेक पोस्ट, भोपुरा एवं डासना चेक पोस्ट पर चेकिंग की गई। आबकारी निरीक्षक आशीष पाण्डेय की टीम ने खोड़ा में चेकिंग के दौरान एक स्विफ्ट डिजायर कार से 48 केन गॉडफादर बियर एवं 6 बोतल 100 पाइपर दिल्ली मार्का समेत प्रमोद एवं सुभाष को गिरफ्तार किया। इसी क्रम में ट्रान्सपोर्ट नगर में आबकारी निरीक्षक त्रिवेणी प्रसाद मौर्य की टीम ने अमित को महिंद्रा कार पर परिवहन करते 4 बोतल स्टर्लिंग रिजर्व एवं नितिन त्यागी को स्विफ्ट डिजाइर पर 8 बोतल रॉयल स्टैग दिल्ली मार्का के साथ गिरफ्तार किया। कोयल इन्क्लेव से हीरो एक्टिवा स्कूटी पर 12 बोतल किंगफिशर बियर के साथ परिवहन करते हुए गौरव, अमित, रौनक को गिरफ्तार किया। भोपुरा के पास चेकिंग के दौरान अपाचे मोटर साईकल पर सतीश को 48 केन गॉडफादर बियर दिल्ली मार्का के साथ गिरफ्तार किया।

आबकारी निरीक्षक रमा शकंर सिंह की टीम ने मोदी नगर में चेकिंग के दौरानदीपक को 45 पौवे मिस इंडिया के साथ गिरफ्तार किया। सिहानी गेट पर चेकिंग के दौरान आबकारी निरीक्षक अरुण सिंह की टीम ने प्रवीण को 28 पौवे असली संतरा हरियाणा मार्का के साथ गिरफ्तार किया। पकड़े गये आरोपियों के खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए जेल भेजा गया एवं बरामद वाहन को जब्त कर लिया गया।