ऑर्डर मिलते ही करते थे लग्जरी गाडिय़ों की चोरी, क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़े चार अन्तर्राज्यीय वाहन चोर

10 वर्षों से 200 से अधिक लग्जरी गाडिय़ों की कर चुके है चोरी, एक से दो लाख में करते थे आगे सप्लाई

गाजियाबाद। दिल्ली-एनसीआर में ऑर्डर मिलते ही लग्जरी कारों की चोरी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफास करते हुए क्राइम ब्रांच की टीम ने चार शतिर चोरों को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से दो ब्रेजा, किआ सेटोस व वाहन चोरी करने के उपकरण बरामद किया है। पकड़े गए आरोपी कोई सातवी पास है तो कोई पांचवी, सबकी एक ही कहानी महंगे शौक पूरा करने और पुराने में कमाई ना होने पर वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देना था। आरोपी पिछले करीब 10 वर्षों से 200 से अधिक वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे। इधर गाड़ी का ऑर्डर मिलता और उधर गैंग गाड़ी चोरी करने के लिए निकल पड़ता था। गुरुवार को लग्जरी कारों की चोरी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद राय ने बताया क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी की टीम ने बुधवार रात कनावनी के पास वाहन चोरी की वारदात को अंजाम देने की फिराक में घूम रहे रिंकू उर्फ नूर मौहम्मद पुत्र दिन मौहम्मद हाल निवासी नूर मस्जिद के सामने टंकी वाली गली अशोक बिहार लोनी, हाकिम पुत्र वाहिद हाल निवासी करावल नगर दिल्ली, मोहसीन उर्फ सोनू पुत्र मतलूब हाल निवासी लक्ष्मीनगर दिल्ली और शाकिर पुत्र मौहम्मद इकराम निवासी सुन्दरनगरी दिल्ली को गिरफ्तार किया है।


उन्होंने बताया नूर मौहम्मद 8वीं फेल हूँ जो लकड़ी का फर्नीचर बनाने का काम करता था। मगर कमाई कम होने के कारण अपने साथी के साथ वाहन चोरी करने लगा। हाकिम अनपढ़ है और दूध बेचने का काम करता था। जिसमें टैब व अन्य इलैक्ट्रोनिक उपकरणो की सहायता से गाडी चोरी करना सीख। शाकिर छठीं फेल है।
सुन्दर नगरी दिल्ली मे प्लास्टिक के कबाड का काम करता था। हाकिम से चोरी की गाडी लेकर मोहसीन उर्फ सोनू को बेचता था। मोहसीन उर्फ सोनू सातवीं तक पढा हुआ है। 7-8 वर्षो तक मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान मेरठ में किया। जिसमें फायदा न होने के कारण मेरठ निवासी जैद के साथ वाहन चोरी करने लगा। उसके बाद दिल्ली गया और टैक्सी चलाने लगा। लेकिन कम आमदनी होने के कारण अपना व घर का खर्चा नही चला पाता था, कुछ समय पहले फिर सम्पर्क शाकिर से हुआ था। जिससे चोरी की गाडी लेकर आगे सप्लाई करने लगा।


एडीसीपी ने बताया नूर मोहम्मद और हाकिम, मौहसीन उर्फ सोनू, शाकिर, ईस्माईल, सुनील काला, चाँद मौहम्मद उर्फ चांदल का एक संगठित गिरोह है। जो दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में लग्जरी गाडियों को मांग के अनुसार चोरी कर एक-दूसरे के माध्यम से आगे बेचने का काम करते है। गाडी की डिमांड मोहसीन उर्फ सोनू, शाकिर, सुनील काला व चांदल बताते है। हाकिम व ईस्माईल डिमांड वाली गाडी को चोरी करने के लिए रात्रि के समय गाड़ी से ही रैकी करते है और जब रैकी करने के बाद गाड़ी को चिन्हित कर लेते और हाकिम व इस्माईल मौके पर पहुंचकर इलेक्ट्रोनिक डिवाइस (टैब) के माध्यम से नकली चाबी बना लेते हैं और फिर गाड़ी चोरी करके कुछ दूर जाने के बाद उसकी नम्बर प्लेट चेंज कर देते थे। जीपीएस काम ना करे उसके लिए जैमर लगा देते और बाद मे चैक करके उसको निकालकर फेक देते हैं।

फिर चोरी की गाड़ी को अपने छुपाने के स्थानों पर ले जाकर खड़ी कर देते थे। उन्होंने बताया रिंकू के खिलाफ दिल्ली मे 27, गौतमबुद्धनगर 3 व 6 कुल 36 मुकदमा पंजीकृत है। हाकिम पर दिल्ली पर 24 व गाजियाबाद मे 8 कुल 32 मुकदमा पंजीकृत है। मोहसीन उर्फ सोनू पर मेरठ में 1, दिल्ली 5, गाजियाबाद में 1 कुल 7 और शाकिर के खिलाफ दिल्ली में 4, गाजियाबाद 9 कुल 13 मुकदमें दर्ज है। क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी ने बताया पकड़े गए आरोपी पिछले करीब 10 वर्षों से लगातार वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे है। जो कि 200 से अधिक वाहन चोरी कर चुके है। आरोपियों के पास जैसे गाड़ी की डिमांड आती थी तो उसी कंपनी की गाड़ी को चोरी करने के लिए गिरोह बनाकर निकल पड़ते थे। गिरोह में कई सदस्य शामिल है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। वाहन चोरी के लिए आरोपियों ने हर माह तीन से चार गाड़ी चोरी करने का टारगेट बनाया हुआ था। चोरी की गाडिय़ों को 1 से दो लाख रुपए में आगे बेच देते थे।