नगर निगम ने दिखाई तेजी, गालंद में चारदीवारी निर्माण का कार्य शुरू

गाजियाबाद। गालंद गांव में डंपिंग ग्राउंड के लिए प्रस्तावित भूमि पर चारदीवारी का काम शुरू हो गया है। नगर निगम ने पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी में लगभग 44 एकड़ भूमि पर यह कार्य आरंभ कराया है। नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर के निर्देश पर विभाग के संबंधित अधिकारी मंगलवार को गालंद में पहुंचे। इसके बाद 5 से 6 फुट ऊंची दीवार का निर्माण कार्य शुरू कराया गया। नगर निगम के संपत्ति विभाग ने भूमि को चिन्हित करने तथा निर्माण विभाग के अधिकारियों ने संबंधित भूमि का घेराव एवं चारदीवारी कराने का काम प्रारंभ कराया। लगभग डेढ़ सौ मीटर भूमि पर बाउंड्री वॉल का कार्य पूर्ण कर दिया गया है। अगले 6 से 7 दिनों में उक्त भूमि पर पूर्ण रूप से बाउंड्री वॉल का कार्य खत्म कर दिया जाएगा। शीघ्र पूरा हो जाएगा काम
अपर नगरायुक्त अरुण कुमार यादव ने बताया कि महापौर आशा शर्मा तथा नगरायुक्त के निर्देशानुसार नगर निगम की भूमि को चिन्हित कर बाउंड्री वॉल तैयार कराई जा रही है। नगरायुक्त के निर्देशन में आगे की योजना शीघ्र धरातल पर लाई जाएगी। वहीं, मुख्य अभियंता (निर्माण) एनके चौधरी का कहना है कि ना केवल गालंद में बाउंड्री वॉल का कार्य प्रारंभ हुआ है बल्कि शहर में भी अतिक्रमण से मुक्त हुई भूमि पर चारदीवारी का कार्य तेजी से हो रहा है। नगर निगम के पांचों जोन में विभागीय संपत्ति पर बाउंड्री वॉल खड़ी की जाएगी ताकि वहां पुन: कब्जा न हो सके। खाली भूमि को सुरक्षित बनाने की कवायद
कविनगर, वसुंधरा, विजय नगर, मोहन नगर तथा सिटी जोन में इस कार्य में तेजी लाई गई है। इस कार्य में संपत्ति विभाग की भी काफी मदद मिल रही है। इस प्रकार की कार्रवाई से शहर की कई योजनाओं को अंतिम चरण तक लाया जाएगा। इस मौके पर अपर नगरायुक्त अरुण कुमार यादव, संपत्ति अधीक्षक भोलेनाथ, एसडीएम धौलाना संगीता सिंह, सीओ पिलखुवा डॉ. तेजवीर सिंह, एसएचओ धौलाना, एचएचओ पिलखुवा, पुलिस बल के अलावा निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता देशराज और अवर अभियंता योगेश कुमार आदि भी मौजूद रहे।

वेस्ट टू एनर्जी प्लांट प्रस्तावित
गालंद गांव में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट की स्थापना होनी है। वहां कूड़े से बिजली का उत्पादन किया जाएगा। इसके लिए नगर निगम ने विदेशी कंपनी के साथ करार भी कर लिया है। गालंद में पिछले दिनों कूड़ा डंप किए जाने पर कुछ ग्रामीणों ने विरोध किया था। बाद में नगर निगम को पुलिस में एफआईआर दर्ज करानी पड़ी थी। हापुड़-धौलाना विधायक असलम चौधरी भी इस कार्य में अड़ंगा लगाने की कोशिश कर चुके हैं।