बाल दिवस पर विद्यार्थियों को निगम ने विजिट कराया प्लास्टिक टूरिज्म तथा सैग्रीगेशन प्लांट

गाजियाबाद। बाल दिवस के अवसर पर सोमवार को नगर आयुक्त डॉ नितिन गौड़ के निर्देशानुसार विद्यार्थियों को कचरा पृथक्करण प्लांट पर विजिट कराया गया। जिसमें उनको जागरूक करते हुए बताया गया कि किस प्रकार गीला व सूखा कचरा अलग अलग किया जा रहा है, जिसका डेमो दिया गया। इसी के साथ प्लास्टिक से बनी हुई वस्तुओं का भी विजिट विद्यार्थियों को कराते हुए जागरूक किया गया। जिसमें शिखर पब्लिक स्कूल के कक्षा 5 से कक्षा 8 तक के विद्यार्थी उपस्थित हुए।

नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिथिलेश कुमार ने बताया कि पहले भी नगर निगम द्वारा स्कूलों में जाकर शहर की स्वच्छता के लिए विद्यार्थियों को जागरूक किया गया। जिसके काफी अच्छे रिजल्ट शहर में देखने को मिले हैं। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए शिखर पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों को एसबीएम टीम ने रेत मंडी स्थित प्लांट पर विजिट कराया। जिसमें प्लास्टिक टूरिज्म की भी सभी उपस्थित विद्यार्थियों को जानकारी दी गई। इस प्रकार लगभग 10 स्कूल में, बाल दिवस के अवसर पर एक्टिविटी कराई सिटी जोन के अंतर्गत शिखर पब्लिक स्कूल को रेत मंडी गार्बेज फैक्ट्री विजिट कराया। दयानंद सरस्वती स्कूल स्वच्छता के दो रंग के माध्यम से जागरूक किया गया।

मोहन नगर जोन के अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय जनकपुरी, होली डिवाइन पब्लिक स्कूल, लाजपत नगर मे जन जागरूकता अभियान चलाया गया। जोन वसुंधरा मे वार्ड 40 प्राथमिक विद्यालय झंडापुर, वार्ड 41 उच्च प्राथमिक विद्यालय महाराजपुर के विद्यार्थियों को कचरा पृथक्करण के बारे में अवगत कराया। विजय नगर के रोज बेल पब्लिक स्कूल,प्राथमिक विद्यालय मिर्जापुर के विद्यार्थियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई गई कवि नगर जोन ग्रीन फील्ड स्कूल, रामकृष्ण इंस्टीट्यूट, के विद्यार्थियों को साथ लेकर जन जागरूकता अभियान चलाया गया।

शहर की स्वच्छता में युवाओं का योगदान महत्वपूर्ण: नगर आयुक्त
नगर आयुक्त डॉ नितिन गौड़ ने कहा शहर को स्वच्छ और हरा-भरा बनाने में युवा शक्ति का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है और युवा शक्ति ही अपने आसपास क्षेत्र की सफाई कर स्वच्छ गाजियाबाद के सपने को साकार करने की दिशा में विशेष सहयोग दे सकती है। शहर की स्वच्छता को बनाए रखने के लिए युवा पीढ़ी की अहम भूमिका है। जो कि विद्यार्थियों के माध्यम से जन जागरूकता अभियान सफल किए जा सकते हैं। विद्यार्थी जीवन कुछ सीखने का जीवन है। जिसमें वह अपनी पढ़ाई के साथ-साथ अपने शहर को अपने आसपास के क्षेत्र को स्वच्छ रखने के कार्य को भी सीखेंगे और लोगों को सिखाएंगे और एक आदत शहर की बन जाएगी कि अपने आसपास सफाई रखनी है और वेस्ट चीजों का इस्तेमाल करते हुए कुछ नया बनाना है।

इस प्रकार की कला आने वाले समय में एक महत्वपूर्ण आदत बनेगी। जिससे शहर वासियों को लाभ प्राप्त होगा। जिसके चलते आज पहली बार प्लांट पर विद्यार्थियों को बुलाकर विजिट कराया गया। इसी प्रकार अन्य स्कूलों में भी कचरा पृथक्करण की प्रक्रिया को विस्तार से समझाने के लिए डेमो दिए जाएगें। जिसमें स्कूल के प्रबंधक अभिभावकों का विशेष सहयोग प्राप्त हो रहा है। बाल दिवस के इस अवसर पर पहली बार प्लांट पर विद्यार्थियों को विजिट कराया गया इस शुरुआत के बाद लगातार अलग-अलग स्कूलों को प्लांट पर विजिट कराया जाएगा। जिससे शहर में विद्यार्थियों के माध्यम से जन जागरूकता बेहतर होगी।