गाजियाबाद से गुजरा राष्ट्रपति का काफिला, सुरक्षा व्यवस्था रही कड़ी

 

-स्पेशल प्रेजिडेंशियल ट्रेन की हिफाजत में मुस्तैद रही पुलिस

गाजियाबाद।  राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पदभार संभालने के बाद पहली बार शुक्रवार को कानपुर जिले में अपने पैतृक गांव परौंख जाने के लिए स्पेशल प्रेजिडेंशियल ट्रेन से दिल्ली के सफदरगंज रेलवे स्टेशन पहुंचे। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से पे्रसिडेंशियल ट्रेन रवाना हुई। महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच स्पेशल ट्रेन से शुक्रवार को दोपहर 1.30 बजे गाजियाबाद स्टेशन से होते हुए कानपुर जिले में अपने पैतृक गांव परौंख पहुंचे। स्पेशल प्रेजिडेंशियल ट्रेन से दिल्ली के सफदरगंज रेलवे स्टेशन से रवानी हुई थी। राष्ट्रपति की सुरक्षा को सुरक्षित बनाने के लिए एडीएम, एसडीएम जीआरपी, आरपीएफ और जिले की लोकल पुलिस ने मोर्चा संभाले हुए था। दिल्ली से गाजियाबाद होते हुए राष्ट्रपति कानपुर पहुंचे। इस दौरान 50-50 मीटर की दूरी पर पर रेलवे ट्रैक पर सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे। गुरूवार को जन शताब्दी एक्सप्रेस में बैठकर अधिकारियों ने राष्ट्रपति की यात्रा का ट्रायल किया था। ट्रेन यात्रा के दौरान राष्ट्रपति की सुरक्षा में कोई कसर न रहे, इसके लिए अधिकारी लगातार बैठक व मुआयना कर रहे थे। बुधवार को एसएसपी अमित पाठक और एसपी सिटी प्रथम निपुण अग्रवाल ने स्टेशन पर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया था। वहीं, रेलवे ट्रैक के पास की दीवारों की पुताई करा दी गई थी। शुक्रवार को दिल्ली के सफदरजंग स्टेशन से चलकर स्पेशल ट्रेन ठीक 1.30 बजे गाजियाबाद स्टेशन से महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द की ट्रेन गुजरी। इस बीच भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रेलवे स्टेशन से पे्रसिडेंशियल ट्रेन रवाना हुई। ट्रेन की रवानगी को लेकर चप्पे-चप्पे पर भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया। प्रशासन और पुलिस के अधिकारी जगह-जगह पटरियों पर सुरक्षा की कमान संभाले हुए थे। आबादी के बीच से गुजरने वाली रेलवे लाइन के दोनों तरफ पुलिस तैनात की गई थी। लाइनों की ओर जो घर बने हुए थे, उनकी छतों पर भी पुलिस के जवान मौजूद थे। लोगों को घरों से बाहर झांकने से लेकर छतों पर चढऩे की मनाही थी। राष्ट्रपति दो दिवसीय दौरे पर कानपुर रवाना हुए हैं। प्रेसिडेंशियल ट्रेन सुबह 12 बजकर 45 मिनट पर दिल्ली के सफरदरजंग रेलवे स्टेशन से रवाना हुई। दोपहर 12.55 पर राष्ट्रपति की ट्रेन से पहले पायलट इंजन गुजरा,उसके बाद 1.30 बजे राष्ट्रपति अपनी प्रेसिडेंशियल ट्रेन से गाजियाबाद स्टेशन से ट्रेन गुजरी। ट्रेन गाजियाबाद स्टेशन से होते हुए अलीगढ़, टूंडला,फिरोजाबाद, हाथरस होते हुए कानपुर पहुंचेगी। ट्रेन की रवानगी को लेकर दिल्ली से लेकर कानपुर तक रेलवे लाइन के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल के जवान तैनात रहे। सैकड़ों की संख्या में जवान गाजियाबाद रेलवे स्टेशन,साहिबाबाद स्टेशन आदि क्षेत्रों में तैनात रहे। वहीं,बम निरोधक दस्ता,आपातकाल स्थिति से निपटने के लिए विशेष सुरक्षा बल,गाडिय़ां, एंबलुेंस स्टेशन पर तैनात रही। जीआरपी के थाना प्रभारी निरीक्षक अमीराम सिंह ने बताया कि स्टेशन के अलावा अर्थला, कैलाभट़्टा,हिंडन नदी पुल,गौशाला फाटक,कोटगांव फाटक,चिपियाना आदि सभी फाटकों पर जवान तैनात किए गए थे। वहीं,स्टेशन से लेकर अन्य स्थानों पर ट्रैक पर जायजा लिया गया। वहीं,राष्ट्रपति के आगमन के चलते एडीएम सिटी शैलेंद्र कुमार सिंह,एडीएम प्रशासन ऋतु सुहास, एडीएम फाइनेंस, एडीएम एलए श्याम अवध चौहान, एसडीएम सदर देवेंद्र पाल सिंह एवं आरपीएफ के थाना प्रभारी जीके नायडू, जीआरपी थाना प्रभारी अमीराम सिंह,एसीएम रेलवे लाइनों पर सुरक्षा की कमान संभाले हुए थे। ट्रेन शेड्यूल को देखते हुए सुबह आठ बजे से ही स्टेशन पर आम लोगों की आवाजाही को बंद कर दी गई थी। रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर-3 से राष्ट्रपति की ट्रेन गुजरी। स्टेशन के अंदर से लेकर बाहर तक सुरक्षा बल और अधिकारियों का ही जमावड़ा रहा। बता दें कि 15 साल बाद राष्ट्रपति ने ट्रेन में यात्रा की है। इससे पूर्व वर्ष-2006 में अंतिम बार तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने ट्रेन में सफर किया था। वह भारतीय सैन्य अकादमी के कैडेट की पासिंग आउड परेड के लिए स्पेशल ट्रेन से देहरादून पहुंचे थे। 15 साल बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ट्रेन से कानपुर पहुंचे है। कानपुर देहात के झिंझक और रूरा में रूकेगी। राष्ट्रपति की सुरक्षा व्यवस्था में बम निरोधक दस्ता, फायर बिग्रेड, सीआरपीएफ,एनएसजी कमांडो और स्थानीय पुलिस फोर्स तैनात की गई। रेलवे लाइनों पर जहां विशेष सुरक्षा लगाई गई थी। वहीं जहां-जहां आबादी के बीच से रेलवे लाइन गुजर रही थी। उन घरों के दरवाजों से लेकर छतों पर पुलिस के जवान तैनात किए गए थे। इस दौरान यात्रियों को भी दिक्कत का सामना करना पड़ा। ट्रेन की रवानगी के समय यात्रियों को स्टेशन के अंदर प्रवेश नहीं दिया गया।रेलवे ट्रैक के पास पेड़ों की छंटाई हुई और प्लेटफार्म पर खराब एलईडी स्क्रीन को बदलवा दिया गया था। राष्ट्रपति के गुजरने से आधे घंटे पहले स्टेशन पर यात्रियों को रोक दिया गया। जीआरपी थाना प्रभारी अमीराम सिंह ने बताया कि स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई थी। राष्ट्रपति की स्पेशल टे्रन गुजरने को लेकर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहे। शांतिपूर्ण तरीके से ट्रेन रवाना हो गई।