नोएडा में शराब तस्करों से निपटने के लिए आबकारी विभाग के व्यापक इंतजाम

-दिल्ली की शराब व बीयर समेत तीन तस्कर गिरफ्तार

नोएडा। गौतमबुद्ध नगर में अवैध शराब का निर्माण, बिक्री एवं परिवहन रोकने के लिए प्रवर्तन अभियान तेज किया गया है। जनपद के भीतर और बाहर सक्रिय शराब तस्करों के खिलाफ प्रभावी ढंग से कार्रवाई की जा रही है। दिल्ली एवं हरियाणा की अवैध शराब को नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा में खपाने की तस्करों की योजना कामयाब नहीं हो पा रही है। जिला आबकारी विभाग की टीमें 24 घंटे मुस्तैद हैं। शराब तस्करों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए व्यापक स्तर पर नेटवर्क तैयार किया गया है। दिल्ली-नोएडा के चारों बॉर्डर पर दिन-रात चौकसी बरती जा रही है। बॉर्डर के आस-पास आबकारी निरीक्षकों की डयूटी लगाई गई है। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरों के जरिए भी शराब तस्करों पर नजर रखी जा रही है। इसी कड़ी में आबकारी विभाग की टीम तीन आरोपियों को दिल्ली की अवैध शराब एवं बीयर समेत गिरफ्तार किया है।

आबकारी आयुक्त के आदेशानुसार जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर व पुलिस आयुक्त गौतमबुद्ध नगर के निर्देशन में अवैध मद्य निष्कर्षण एवं अवैध मदिरा व्यापार के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। जिला आबकारी अधिकारी राकेश बहादुर सिंह ने बताया कि गुरुवार देर शाम आबकारी निरीक्षक सर्किल-3 बलराम सिंह, आबकारी निरीक्षक क्षेत्र-7 राहुल सिंह, आबकारी निरीक्षक सुमित यादव, आबकारी निरीक्षक दीपक कुमार सिंह की सयुंक्त टीम द्वारा सेक्टर- 14 नोएडा दिल्ली बॉर्डर पर चेकिंग के दौरान एक बिना नम्बर के ई रिक्शा से 90 पौवा इम्परियल ब्लू, 22 बोतल बियर दिल्ली मार्का समेत दो आरोपी रंजीत पुत्र छोटे लाल निवासी सेक्टर-8 व दिनेश पुत्र लल्लू निवासी कल्याणपुरी दिल्ली को गिरफ्तार किया। वहीं आबकारी निरीक्षक बलराम सिंह द्वारा सेक्टर-168 छपरौली में दबिश देकर अमित पुत्र राम गोपाल से 12 बोतल किंगफिशर बीयर दिल्ली मार्का बरामद किया गया। पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं में मुकदामा दर्ज कर जेल भेजा गया।

जिला आबकारी अधिकारी राकेश बहादुर सिंह का कहना है कि दिल्ली की शराब को गौतमबुद्ध नगर में लाने और बेचने की फिराक में तस्कर ज्यादा लगे हैं। दिल्ली की शराब को जिले में आने से रोकने पर पूरा ध्यान दिया गया है। अभियान में सफलता भी मिल रही है। अब तक कई शराब तस्करों को गिरफ्तार कर बड़ी मात्रा में अवैध शराब बरामद की गई है। शराब तस्करों के कई वाहन भी सीज किए गए हैं। यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। वहीं गाजियाबाद के बाद अब नोएडा में अवैध शराब का कारोबार करने वाले तस्करों के लिए आबकारी निरीक्षक राहुल सिंह नासूर बनते दिखाई दे रहे है। पूर्व में गाजियाबाद में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई शराब तस्करों को जेल भेजने के साथ-साथ गाजियाबाद छोडऩे को मजबूर हो गए थे। जिनकी कार्रवाई के चर्च आज भी गाजियाबाद में गूंजते है। क्योंकि उनकी कार्रवाई करने का तरीका ही अन्य निरीक्षकों से बिल्कुल अलग है। नोएडा में ट्रांसफर होने के बाद उन्होंने क्षेत्र में अवैध शराब का कारोबार करने वालों की पहले कुंडली खंगालनी शुरु की फिर, उन पर कार्रवाई की। नतीजा यह कि अब उनके क्षेत्र में बाहरी राज्यों की शराब तस्करी करने वाले माफिया भी डरते है। दिल्ली में शराब तस्करी के चलते ही भले कुछ लोग लालच में शराब लाने का कारोबार कर रहे हो, लेकिन बड़े माफिया अब भी शराब लाने से बचते नजर आ रहे है।