किसी की अंधेरी दुनिया में उजाला लाने के लिए नेत्रदान का ले संकल्प: डॉ सुशील कुमार विमल

हैल्थ केयर कोआपरेटिव सोसायटी द्वारा राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़े के शुभारंभ पर वेबीनार का आयोजन
27 अगस्त को गाजियाबाद’ में निशुल्क नेत्र जांच एवं निशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन कैंप का आयोजन

दिल्ली। हैल्थ केयर कोआपरेटिव सोसायटी द्वारा पूर्वी दिल्ली अशोक नगर एलआईजी फ्लैट पर शुक्रवार को नेत्रदान जागरूकता पर डॉ श्रॉफ चैरिटी आई अस्पताल दरियागंज नई दिल्ली के सहयोग से एक वेबीनार का आयोजन किया गया। वेबीनार का शुभारंभ स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार उपायुक्त डॉ सुशील कुमार विमल द्वारा किया गया।
डॉ सुशील कुमार विमल ने बताया कि किसी भी आयु, जाति अथवा लिंग का व्यक्ति नेत्रदान कर सकता है। इससे मृतक के चेहरे पर कोई विकृति नहीं आती है। अंधता निवारण के इस कार्यक्रम की शुरुआत सर्वप्रथम 1976 में भारत सरकार द्वारा की गई थी। किसी की अंधेरी दुनिया में उजाला लाने के लिए हम सभी को नेत्रदान संकल्प फार्म भरना चाहिए तथा अपने निकट संबंधी को जानकारी देनी चाहिए। ताकि मृत्यु की कठिन घड़ी में नेत्रदान करा सकें।
उन्होंने बताया आकाश में चमकने वाले सूरज से सिर्फ उन्हीं को रोशनी मिलती है जिनके पास आंखें हैं। लेकिन समाज में कुछ ऐसे भी लोग हैं जो दूसरों के जीवन में उजाला लाने का संकल्प ले चुके हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि इसमें युवाओं की संख्या अधिक है।


उन्होने कहा कि कई लोगों में नेत्रदान को लेकर वहम का शिकार हो रहे हैं, जिन्हें दूर करना बहुत जरूरी है। नेत्रदान करने से किसी भी तरह का कोई अपशगुन नहीं होता यह केवल मिथ्या धारणाएं बनाई गई हैं। बल्कि नेत्रदान से तो दूसरों के जीवन में उजाला लाया जा सकता है जिससे बड़ा कोई पुण्य का काम दूसरा नहीं है। इसलिए सभी को नेत्रदान करने का संकल्प लेना चाहिए।

डॉक्टर श्रॉफ चैरिटी आई अस्पताल दरियागंज नई दिल्ली के नेत्र बैंक की प्रबंधक डॉ राखी ने बताया कि अनेकानेक प्रयास के बावजूद हमारे देश में वर्ष भर में 35 से 40 हजार लोगों का ट्रांसप्लांट किया जाता है। जबकि आवश्यकता लाखों लोगों को होती है। कॉर्निया के साथ ही टेस्टिंग के लिए मृतक के शरीर से 10 एम एल ब्लड लेना आवश्यक है। नई टेक्नोलॉजी में कॉर्निया को 14 दिन तक सुरक्षित रखा जा सकता है। एक कॉर्निया द्वारा दो व्यक्तियों की अंधता निवारण संभव है। डॉ श्रॉफ चैरिटी आई अस्पताल गरीब एवं असहाय लोगों के लिए वर्ष भर निशुल्क नेत्र जांच एवं निशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन कैंप आयोजित करता है

। इस दौरान दिल्ली हैल्थ केयर कोआपरेटिव सोसायटी के चेयरमैन गजेन्द्र पाल सिंह  सारन द्वारा नेत्रदान जागरूकता पर एक स्वरचित कविता “आओ सब मिल आज शपथ लें बंधु नेत्र दान की।”पूर्व उप शिक्षा निदेशक दिल्ली सरकार एम पी एस दांगी ने बताया कि हम श्राफ अस्पताल दरियागंज के चैरिटी मिशन की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हैं जिसके माध्यम से हम 27 अगस्त को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के शेरपुर गांव में एक निशुल्क नेत्र जांच एवं निशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन कैंप लगाने जा रहे हैं। कार्यक्रम में डॉ सरिता गुप्ता,  निर्दोष तेवतिया, सोहनपाल एवं कुमारी डिम्पल सहित बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया।