गलती श्रीकांत त्यागी ने की, खामियाजा परिवार ने भी भुगता

भाजपा के पूर्व नेता श्रीकांत त्यागी से जुड़ा विवाद पिछले कुछ समय से सुर्खियों में है। हाउसिंग सोसाइटी में महिला से अभद्रता एवं गाली-गलौच करना श्रीकांत त्यागी को भारी पड़ गया। इस घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यूपी सरकार तक को हरकत में आना पड़ा। सरकार के दखल के बाद सरकारी तंत्र ने श्रीकांत त्यागी पर ऐसा शिकंजा कसा कि वह मुश्किल में पड़ गया है। श्रीकांत ने महिला के साथ जिस प्रकार का व्यवहार किया, उसे कतई उचित नहीं कहा जा सकता है, मगर श्रीकांत के बहाने उनके परिवार को भी निशाना बनाया गया, यह कतई उचित नहीं है।

उनकी पत्नी और बच्चों को कई दिन तक खौफ के साए में जीना पड़ा। सोशल मीडिया पर त्यागी के परिवार को लेकर भला-बुरा कहा गया। श्रीकांत की पत्नी ने पुलिस-प्रशासन से शिकायत कर कार्रवाई की गुहार लगाई, मगर कोई सुनवाई नहीं की गई। इस पूरे प्रकरण को त्यागी समाज भी नजदीक से देख रहा था। अति होने पर त्यागी समाज ने मुखर विरोध शुरू कर दिया था। इसकी शुरुआत गाजियाबाद से हुई। नोएडा में रविवार को आयोजित महापंचायत के जरिए त्यागी समाज ने इस प्रकरण में अपने तेवर दिखा डाले हैं।

श्रीकांत त्यागी के खिलाफ खुलकर बोलते रहे गौतमबुद्ध नगर सांसद के खिलाफ भी त्यागी समाज ने सीधा मोर्चा खोल दिया है। त्यागी समाज को मनाने की भाजपा की रणनीति कामयाब नहीं हो पाई है। इसके लिए भाजपा के कई नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई थी, मगर समाज के लोग इस बात से ज्यादा दिखाई दिए कि श्रीकांत के परिवार को जिस प्रकार की परिस्थितियों का सामना करना पड़ा, इसके बावजूद कोई राजनीतिक, सामाजिक संगठन समर्थन में नहीं आ सका था। श्रीकांत त्यागी का समर्थन करने के बहाने त्यागी समाज ने नोएडा में शक्ति प्रदर्शन कर सरकार को अपनी ताकत का अहसास जरूर करा दिया है।

त्यागी समाज ने महापंचायत आयोजित कर भाजपा और सांसद डॉ. महेश शर्मा की नींद जरूर उड़ा दी है। महापंचायत में उम्मीद से ज्यादा नागरिकों ने शिरकत कर पुलिस और भाजपा को अपनी ताकत का अहसास कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इस दौरान सांसद डॉ. शर्मा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। वक्ताओं ने श्रीकांत त्यागी को लेकर सांसद के एकतरफा रवैये की जमकर आलोचना की। महापंचायत में उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में त्यागी समाज के नागरिक पहुंचे। बता दें कि नोएडा की ग्रैंड ओमेक्स हाउसिंग सोसायटी में महिला से अभद्रता एवं गाली-गलौच करने के कारण श्रीकांत त्यागी पर पुलिस को शिकंजा कसना पड़ा।

श्रीकांत त्यागी के समर्थन में त्यागी समाज ने एकजुटता दिखाकर अब भाजपा की टेंशन जरूर बढ़ा दी है। गौतमबुद्ध नगर की सड़कों पर शनिवार रात से ही त्यागी समाज के लोगों का आवागमन दिखने लगा था। हालात संभालने के लिए गौतमबुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह, मेरठ मंडल के मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह और गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई पूरी तरह सक्रिय रहे। सुहास एलवाई ज्ञापन लेने पंचायत स्थल पर पहुंचे। दूसरी ओर सांसद डॉ. महेश शर्मा के समर्थकों ने भी कमान संभाल रखी थी। इस पंचायत को राजनीतिक जनजमाव साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई। सोशल मीडिया पर जमकर लिखा गया कि यह विपक्ष की साजिश है।

पंचायत में त्यागी समाज ने पुरजोर तरीके से अपना पक्ष रखा। हर वक्ता ने गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ. महेश शर्मा पर जमकर हमला बोला है। डॉ. महेश शर्मा पर षड्यंत्र रचने, त्यागी समाज को अपमानित करने, सरकारी संपत्तियों पर अतिक्रमण करने, सड़कों के नीचे टनल बनाने, सांसद की संपत्ति की जांच करने, बलात्कार करने वाले लोगों को संरक्षण देने, श्रीकांत के खिलाफ षडयंत्र रचने, श्रीकांत के परिवार को पुलिस से प्रताडि़त करवाने और छोटे से आपसी विवाद को बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। त्यागी समाज की महापंचायत में नोएडा और ग्रेटर नोएडा के अलावा अलीगढ़, बुलंदशहर, गाजियाबाद, मेरठ, हापुड़, बागपत, मुजफ्फरनगर, आगरा, हरियाणा और राजस्थान के हजारों लोग शामिल हुए।

इस महापंचायत पर राज्य सरकार और उच्च पदस्थ प्रशासनिक अधिकारी दिनभर टकटकी लगाए रहे। मुख्यमंत्री कार्यालय, पुलिस महानिदेशालय और इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट पल-पल की सूचनाएं नोएडा से हासिल कर रहे थे। दूसरी ओर दिल्ली में केंद्र सरकार व भारतीय जनता पार्टी के तमाम नेता इस महापंचायत से जुड़ी जानकारियां अपने-अपने जरिए हासिल करते रहे। गौतमबुद्ध नगर की सड़कों पर शनिवार रात से ही त्यागी समाज के लोगों का आवागमन दिखने लगा था। हालात संभालने के लिए गौतमबुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह, मेरठ मंडल के मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह और गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई पूरी तरह सक्रिय रहे। सुहास एलवाई ज्ञापन लेने पंचायत स्थल पर पहुंचे। दूसरी ओर सांसद डॉ. महेश शर्मा के समर्थकों ने भी कमान संभाल रखी थी।